कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को घोषणा की कि वह अयोध्या में राम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह के बीच 22 जनवरी को कोलकाता में सभी धर्मों के लोगों के साथ 'सद्भावना रैली' का नेतृत्व करेंगी.
सत्तारूढ़ टीएमसी की प्रमुख बनर्जी ने कहा कि वह कालीघाट मंदिर में देवी काली की पूजा करने के बाद दक्षिण कोलकाता के हाजरा क्रॉसिंग से जुलूस शुरू करेंगी.
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West Bengal CM Mamata Banerjee says, "I will do a rally on January 22. It will begin from Kali Mandir, where I will visit to offer prayers to Maa Kaali. Following that, we will hold an interfaith rally from Hazra to Park Circus Maidan and hold a meeting there. We will cover… pic.twitter.com/EJLhqta9J4
— ANI (@ANI) January 16, 2024 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— ANI (@ANI) January 16, 2024West Bengal CM Mamata Banerjee says, "I will do a rally on January 22. It will begin from Kali Mandir, where I will visit to offer prayers to Maa Kaali. Following that, we will hold an interfaith rally from Hazra to Park Circus Maidan and hold a meeting there. We will cover… pic.twitter.com/EJLhqta9J4
— ANI (@ANI) January 16, 2024
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य सचिवालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, '22 जनवरी को मैं कालीघाट मंदिर जाऊंगी और पूजा करूंगी. फिर मैं सभी धर्मों के लोगों के साथ सद्भावना रैली में हिस्सा लूंगी. इसका किसी अन्य कार्यक्रम से कोई लेना-देना नहीं है.'
उन्होंने कहा, टीएमसी द्वारा आयोजित किया जाने वाला मार्च पार्क सर्कस मैदान में समाप्त होने से पहले मस्जिदों, चर्चों और गुरुद्वारों सहित विभिन्न धर्मों के पूजा स्थलों तक जाएगा. बनर्जी ने पार्टी कार्यकर्ताओं से राज्य के सभी जिलों में इसी तरह की रैलियां आयोजित करने को भी कहा. उन्होंने कहा कि 'प्राण प्रतिष्ठा' या अभिषेक राजनेताओं का नहीं बल्कि पुजारियों का काम है. उन्होंने कहा कि 'प्राण प्रतिष्ठा करना हमारा काम नहीं है. यह पुजारियों का काम है. हमारा काम बुनियादी ढांचा तैयार करना है.'