हैदराबाद : आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम स्थित हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) संयंत्र में मंगलवार दोपहर आग लग गई. दमकल ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. गनीमत ये रही कि हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ. आइए क्रमवार डालते हैं नजर.
70 लोगों की हुई थी मौत
22 सितंबर 1997 : रिफाइनरी में छह एलपीजी टैंकों में आग लगने के बाद विस्फोट हो गया. धमाका इतना भीषण था कि 70 लोगों की मौत हुई थी. अग्निकांड इतना भीषण था कि पूरे शहर पर काले बादल छा गए थे. शहर में अन्य रिफाइनरियों से लाए गए दमकल और भारी उपकरणों की मदद से दो दिनों के प्रयासों के बाद आग पर काबू पाया गया था.
बाद में पता चला कि कुछ महीने पहले एक पाइपलाइन में गैस का रिसाव हुआ था जो पूरी तरह से ठीक से नहीं हुआ जिस कारण इतनी भीषण दुर्घटना हुई.
28 लोगों की गई थी जान
23 अगस्त 2013 : एचपीसीएल के कूलिंग टावर में धमाके के साथ आग लगने के कारण 28 लोगों की मौत हुई थी. 28 में से एक एचपीसीएल का स्थाई कर्मचारी था और बाकी संविदा कर्मचारी थे.
तेल टैंक में उतरा करंट
30 जुलाई 2017: एचपीसीएल परिसर में कच्चे तेल के टैंक में करंट उतरने से अफरातफरी मच गई थी. गनीमत ये रही कि कोई हताहत या घायल नहीं हुआ.
एक की मौत, 40 घायल
12 मार्च 2018: एक निर्माणाधीन कूलिंग टॉवर में विस्फोट होने से एक कर्मचारी की मौत हो गई थी और 40 अन्य घायल हो गए थे.
तीन श्रमिक घायल हुए थे
06 अप्रैल 2019: एमएस ब्लॉक में कंटीन्यूअस कैटेलिटिक रिफॉर्मर (सीसीआर) इकाई में भीषण आग लग गई. तीन श्रमिकों को मामूली चोटें आईं.
आग लगने से मची अफरातफरी
25 मई 2021 : विशाखा रिफाइनरी की क्रूड प्रोसेसिंग यूनिट में आग लगने से अफरातफरी मच गई. काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया. गनीमत ये रही कि कोई हताहत नहीं हुआ.
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