नई दिल्ली : भारत में कोरोना संक्रमण बढ़ने के साथ मरीजों के इलाज के लिए मेडिकल ऑक्सीजन की मांग अचानक बढ़ गई है. इसकी वजह से देश के कई बड़े व छोटे अस्पताल ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे हैं. इसके अलावा संक्रमितों की संख्या बढ़ने के साथ स्वास्थ्य व्यवस्था पर दबाव पड़ रहा है, जिसकी वजह से अस्पतालों में सामान्य बेड तक मिल पाना मुश्किल हो रहा है. तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने ऑक्सीजन और आईसीयू बेड की किल्लत को लेकर केंद्र पर निशाना साधा है.
उन्होंने ट्वीट कर सरकार से अपील की कि 20 हजार करोड़ की सेंट्रल विस्टा परियोजना को रोक दिया जाए और हर भारतीय को मुफ्त में वैक्सीन लगाई है. उन्होंने ट्वीट में आगे लिखा कि 'यह हमारा पैसा है पीएम जी. इसको हमारी जिंदगी बचाने में लगाइये, हमारा मकबरा बनाने के लिए नहीं.'
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा. ट्वीट में उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि 'भाजपा ने कहा था कि सत्ता में आने के बाद वह गुजरात मॉडल लागू करेंगे. उन्होंने किया भी. अस्पताल में बेड नहीं हैं. ऑक्सीजन नहीं हैं. भाजपा नेता जान बचाने वाली दवाओं की जमाखोरी कर रहे हैं.'
भारत में कोरोना वायरस से संक्रमण की स्थिति भयावह होती जा रही है. बीते 24 घंटे में 3,32,730 नए मामले आने के बाद कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 1,62,63,695 हो गई है. 2,263 नई मौतों के बाद कुल मौतों की संख्या 1,86,920 हो गई है.
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देश में सक्रिय मामलों की कुल संख्या 24,28,616 है और डिस्चार्ज हुए मामलों की कुल संख्या 1,36,48,159 है. देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस की 31,47,782 वैक्सीन लगाई गईं, जिसके बाद कुल वैक्सीनेशन का आंकड़ा 13,54,78,420 हो गया है.
इस मामले पर गुरुवार को उच्चतम न्यायालय ने संज्ञान लेकर केंद्र को नोटिस जारी किया था. भारत के मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे की अध्यक्षता वाली उच्चतम न्यायालय की तीन जजों की बेंच ने चार मुद्दों पर एक नेशनल प्लान मांगा है. मामले पर आज सुनवाई होनी है.