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Maharashtra News: तुलजा भवानी मंदिर में हाफ पैंट व अभद्र कपड़े पहनने के रोक वाले आदेश को लिया वापस

महाराष्ट्र के उस्मानाबाद जिले में स्थित तुलजा भवानी मंदिर के प्रबंधन ने गुरुवार को एक घोषणा की, जिसमें उसने मंदिर परिसर में हाफ पैंट या भड़काऊ कपड़े पहनकर आने पर रोक लगा दी गई. हालांकि प्रबंधन ने देश शाम को इस आदेश को वापस ले लिया.

Tulja Bhavani Temple
तुलजा भवानी मंदिर
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Published : May 18, 2023, 5:38 PM IST

Updated : May 18, 2023, 10:47 PM IST

उस्मानाबाद: महाराष्ट्र के उस्मानाबाद जिले में तुलजा भवानी मंदिर के एक प्रबंधन अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि मंदिर प्रशासन ने हाफ पैंट या भड़काऊ कपड़े पहनने वाले लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी. उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थल की पवित्रता बनाए रखने के लिए यह निर्णय लिया गया है. हालांकि देर शाम तक मंदिर प्रशासन की ओर से इस आदेश को वापस ले लिया गया. जानकारी के लिए बता दें कि उस्मानाबाद के तुलजापुर में स्थित देवी तुलजा भवानी के प्रसिद्ध मंदिर में हर साल बड़ी संख्या में भक्त आते हैं.

मंदिर प्रशासन ने मराठी में इस संदेश के साथ मंदिर परिसर में बोर्ड लगाए थे कि (भक्तों के साथ) असभ्य पोशाक, अभद्र कपड़े और शरीर के अंग प्रदर्शित करने वाले कपड़े, हाफ पैंट और बरमूडा (शॉर्ट्स) पहनने वाले भक्तों को मंदिर में अनुमति नहीं दी जाएगी. इसमें कहा गया था कि कृपया भारतीय सभ्यता का ध्यान रखें. मंदिर प्रबंधन के जनसंपर्क अधिकारी नागेश शिटोले ने को बताया कि ये बोर्ड आज प्रदर्शित किए गए.

शिटोने ने बताया कि हम भक्ति के साथ मंदिर जाते हैं. इसलिए इसकी पवित्रता बनाए रखने के लिए तुलजा भवानी मंदिर के प्रवेश द्वार पर बोर्ड लगाए गए थे. इस तरह के नियम देश भर के कई मंदिरों में पहले से मौजूद हैं. सोलापुर से तुलजा भवानी मंदिर में मत्था टेकने आई भक्त प्रतिभा महेश जगदाले ने निर्णय का समर्थन भी किया था. मंदिर प्रबंधन के फैसले के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इस फैसले से हमारी संस्कृति को संरक्षित करने में मदद मिलेगी. मैं इसका स्वागत करती हूं.

तुलजा भवानी माता का शक्ति पीठ, महाराष्ट्र का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है, जो विकास की प्रतीक्षा कर रहा है. हाल के दिनों में मंदिर में बढ़ती भीड़ और घटती सुविधाओं को देखते हुए विकास योजना को लागू करने की जरूरत जताई जा रही है. प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में तुलजापुर में आयोजित एक अभियान बैठक में मंदिर के विकास का आश्वासन दिया था. नौ साल बाद इस संबंध में आंदोलन शुरू हुए. मंदिर संस्थान की नई विकास योजना को 'प्रसाद योजना' से राशि मिलेगी.

पढ़ें: Maharastra News : पुणे में भाजपा कार्यकारिणी समिति की बैठक आज, नड्डा करेंगे शिरकत

शुरुआत में एक हजार करोड़ की योजना पर अमल किया जाएगा. इस योजना में शहर के बाहर तुलजापुर आने वाले हर प्रमुख मार्ग यानी नालदुर्ग रोड, हुडको, अराधवाड़ी क्षेत्र में पार्किंग की सुविधा होगी. इसके अलावा मौजूदा सुविधाओं में सुधार किया जाएगा. श्रद्धालुओं की सामग्री को एक ही स्थान पर रखने की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी.

उस्मानाबाद: महाराष्ट्र के उस्मानाबाद जिले में तुलजा भवानी मंदिर के एक प्रबंधन अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि मंदिर प्रशासन ने हाफ पैंट या भड़काऊ कपड़े पहनने वाले लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी. उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थल की पवित्रता बनाए रखने के लिए यह निर्णय लिया गया है. हालांकि देर शाम तक मंदिर प्रशासन की ओर से इस आदेश को वापस ले लिया गया. जानकारी के लिए बता दें कि उस्मानाबाद के तुलजापुर में स्थित देवी तुलजा भवानी के प्रसिद्ध मंदिर में हर साल बड़ी संख्या में भक्त आते हैं.

मंदिर प्रशासन ने मराठी में इस संदेश के साथ मंदिर परिसर में बोर्ड लगाए थे कि (भक्तों के साथ) असभ्य पोशाक, अभद्र कपड़े और शरीर के अंग प्रदर्शित करने वाले कपड़े, हाफ पैंट और बरमूडा (शॉर्ट्स) पहनने वाले भक्तों को मंदिर में अनुमति नहीं दी जाएगी. इसमें कहा गया था कि कृपया भारतीय सभ्यता का ध्यान रखें. मंदिर प्रबंधन के जनसंपर्क अधिकारी नागेश शिटोले ने को बताया कि ये बोर्ड आज प्रदर्शित किए गए.

शिटोने ने बताया कि हम भक्ति के साथ मंदिर जाते हैं. इसलिए इसकी पवित्रता बनाए रखने के लिए तुलजा भवानी मंदिर के प्रवेश द्वार पर बोर्ड लगाए गए थे. इस तरह के नियम देश भर के कई मंदिरों में पहले से मौजूद हैं. सोलापुर से तुलजा भवानी मंदिर में मत्था टेकने आई भक्त प्रतिभा महेश जगदाले ने निर्णय का समर्थन भी किया था. मंदिर प्रबंधन के फैसले के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इस फैसले से हमारी संस्कृति को संरक्षित करने में मदद मिलेगी. मैं इसका स्वागत करती हूं.

तुलजा भवानी माता का शक्ति पीठ, महाराष्ट्र का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है, जो विकास की प्रतीक्षा कर रहा है. हाल के दिनों में मंदिर में बढ़ती भीड़ और घटती सुविधाओं को देखते हुए विकास योजना को लागू करने की जरूरत जताई जा रही है. प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में तुलजापुर में आयोजित एक अभियान बैठक में मंदिर के विकास का आश्वासन दिया था. नौ साल बाद इस संबंध में आंदोलन शुरू हुए. मंदिर संस्थान की नई विकास योजना को 'प्रसाद योजना' से राशि मिलेगी.

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शुरुआत में एक हजार करोड़ की योजना पर अमल किया जाएगा. इस योजना में शहर के बाहर तुलजापुर आने वाले हर प्रमुख मार्ग यानी नालदुर्ग रोड, हुडको, अराधवाड़ी क्षेत्र में पार्किंग की सुविधा होगी. इसके अलावा मौजूदा सुविधाओं में सुधार किया जाएगा. श्रद्धालुओं की सामग्री को एक ही स्थान पर रखने की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी.

Last Updated : May 18, 2023, 10:47 PM IST
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