मुंबई : महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के दो-दो उम्मीदवारों ने सोमवार को महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव में जीत हासिल की है. वहीं, भाजपा के चार प्रत्याशी भी विजेता घोषित हुए हैं. विजयी उम्मीदवार शिवसेना के सचिन अहीर और अमश्य पड़वी हैं. जबकि राकांपा के एकनाथ खडसे और रामराजे निंबालकर हैं. भाजपा के श्रीकांत भारती, प्रवीण दारेकर, उमा खपरे और राम शिंदे को भी एमएलसी चुनाव में विजेता घोषित किया गया. दक्षिण मुंबई के विधानमंडल परिसर में सुबह नौ बजे से शाम चार बजे के बीच 10 एमएलसी सीटों के लिए मतदान हुआ.
राकांपा ने रामराजे नाइक निंबालकर और पूर्व मंत्री एकनाथ खडसे को मैदान में उतारा. ये वो मंत्री हैं, जिन्होंने शरद पवार के नेतृत्व वाली पार्टी में शामिल होने के लिए भाजपा छोड़ दी थी. शिवसेना ने आदिवासी बहुल नंदुरबार जिले से पार्टी के पदाधिकारी सचिन अहीर और अमश्य पड़वी को उम्मीदवार बनाया है. कांग्रेस ने मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष भाई जगताप और पूर्व मंत्री चंद्रकांत हंडोरे को मैदान में उतारा है. भाजपा ने निवर्तमान एमएलसी दरेकर और लाड को फिर से टिकट दिया है और राम शिंदे, उमा खापरे और श्रीकांत भरतीया को टिकट दिया है.
शिवसेना विधायक रमेश लटके के निधन के बाद 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा की प्रभावी ताकत घटकर 285 हो गई, जबकि एनसीपी के दो विधायक - नवाब मलिक और अनिल देशमुख - वर्तमान में जेल में हैं और उन्हें उच्च न्यायालय द्वारा मतदान करने की अनुमति नहीं है.
बता दें कि भारत के निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने महाराष्ट्र विधान परिषद (एमएलसी) चुनाव में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दो बीमार विधायकों द्वारा डाले गए वोट पर कांग्रेस द्वारा जतायी गई आपत्ति सोमवार शाम खारिज कर दी, जिससे मतगणना शुरू होने का मार्ग प्रशस्त हुआ. मतगणना में पहले ही करीब दो घंटे की देरी हो चुकी थी. दिन भर चले मतदान की समाप्ति के बाद शाम पांच बजे शुरू हुई मतगणना तब रोक दी गई, जब कांग्रेस ने भाजपा के बीमार विधायकों मुक्ता तिलक और लक्ष्मण जगताप द्वारा सहायकों की मदद से मतदान किए जाने पर आपत्ति जतायी और निर्वाचन अधिकारियों के समक्ष शिकायत दर्ज की. दोनों विधायक लंबे समय से अस्वस्थ हैं और भाजपा ने निर्वाचन आयोग से अनुमति मांगी थी कि उन्हें सहायकों की मदद से वोट डालने की अनुमति दी जाए.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं महाराष्ट्र के मंत्री अशोक चव्हाण ने कहा कि भाजपा के दो विधायकों तिलक और जगताप ने आयोग के रजिस्टर पर हस्ताक्षर किए हैं. उन्होंने कहा कि अगर वे रजिस्टर पर हस्ताक्षर कर सकते थे, तो चुनाव के दौरान तरजीही मतपत्र भरने के लिए उनके साथ किसी सहायक की आवश्यकता नहीं थी. हालांकि, एक अधिकारी ने कहा कि निर्वाचन आयोग ने कांग्रेस द्वारा उठायी गई आपत्ति खारिज कर दी. कांग्रेस ने राज्य विधानमंडल के उच्च सदन के लिए द्विवार्षिक चुनावों में दो उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं.
गौरतलब है कि दक्षिण मुंबई के विधानमंडल परिसर में सुबह नौ बजे से शाम चार बजे के बीच एमएलसी की 10 खाली सीटों के लिए मतदान हुआ. कुल मिलाकर, 11 उम्मीदवार मैदान में हैं. भाजपा ने पांच और महा विकास आघाडी (एमवीए) के सहयोगी दलों शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस ने दो-दो उम्मीदवार उतारे थे. सभी 285 पात्र विधायकों ने मतदान प्रक्रिया में हिस्सा लिया.