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परमबीर सिंह की बढ़ी मुश्किलें, ACB को खुली जांच करने की अनुमति मिली

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Published : Jul 15, 2021, 5:24 PM IST

Updated : Jul 15, 2021, 7:06 PM IST

मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. राज्य सरकार ने एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) को उनके खिलाफ खुली जांच करने की अनुमति दे दी है. पढ़ें पूरी खबर...

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मुंबई : मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार की जांच के लिए महाराष्ट्र सरकार ने एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) को अनुमति दे दी है.

पुलिस निरीक्षक अनूप डांगे ने सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार की एक शिकायत दर्ज करवाई थी जिसकी जांच के लिए रिश्वत प्रबंधक विभाग (एसीबी) को अनुमति दी गई है.

डांगे को पिछले साल निलंबित कर दिया गया था और इस साल की शुरूआत में सेवा में फिर से बहाल कर लिया गया.

एसीबी अधिकारियों ने कहा कि जांच डांगे की शिकायत पर आधारित है, जिन्होंने आरेाप लगाया था कि उनसे एक व्यक्ति ने खुद को परमबीर सिंह का रिश्तेदार बताते हुए संपर्क किया था और उन्हें बल में बहाल करने के लिए दो करोड़ रुपये की रिश्वत मांगी थी.

डांगे पहले गामदेवी पुलिस थाने में पदस्थ थे और अब वह मुंबई पुलिस के दक्षिण नियंत्रण कक्ष से संबद्ध कर दिये गए हैं. उन्होंने महाराष्ट्र के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) को इस साल फरवरी में एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने सिंह के खिलाफ आरोप लगाये थे.

पढ़ें :- ईडी की जांच उचित नहीं, इसलिए तफ्तीश में शामिल नहीं हो रहे अनिल देशमुख : वकील

डांगे ने आरोप लगाया था कि सिंह जब एसीबी के महानिदेशक थे तब उन्होंने अंडरवर्ल्ड से संपर्क रखने वाले कुछ लोगों को बचाया था.

उन्होंने आरोप लगाया था कि सिंह ने मुंबई पुलिस आयुक्त बनने पर एक पुरानी रंजिश के चलते उन्हें निलंबित कर दिया था.

गौरतलब है कि सिंह का उद्योगपति मुकेश अंबानी की सुरक्षा से जुड़े एक मामले से निपटने के तौर तरीकों को लेकर इस साल मार्च में मुंबई पुलिस आयुक्त के पद से तबादला कर दिया गया था.

मुंबई : मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार की जांच के लिए महाराष्ट्र सरकार ने एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) को अनुमति दे दी है.

पुलिस निरीक्षक अनूप डांगे ने सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार की एक शिकायत दर्ज करवाई थी जिसकी जांच के लिए रिश्वत प्रबंधक विभाग (एसीबी) को अनुमति दी गई है.

डांगे को पिछले साल निलंबित कर दिया गया था और इस साल की शुरूआत में सेवा में फिर से बहाल कर लिया गया.

एसीबी अधिकारियों ने कहा कि जांच डांगे की शिकायत पर आधारित है, जिन्होंने आरेाप लगाया था कि उनसे एक व्यक्ति ने खुद को परमबीर सिंह का रिश्तेदार बताते हुए संपर्क किया था और उन्हें बल में बहाल करने के लिए दो करोड़ रुपये की रिश्वत मांगी थी.

डांगे पहले गामदेवी पुलिस थाने में पदस्थ थे और अब वह मुंबई पुलिस के दक्षिण नियंत्रण कक्ष से संबद्ध कर दिये गए हैं. उन्होंने महाराष्ट्र के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) को इस साल फरवरी में एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने सिंह के खिलाफ आरोप लगाये थे.

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डांगे ने आरोप लगाया था कि सिंह जब एसीबी के महानिदेशक थे तब उन्होंने अंडरवर्ल्ड से संपर्क रखने वाले कुछ लोगों को बचाया था.

उन्होंने आरोप लगाया था कि सिंह ने मुंबई पुलिस आयुक्त बनने पर एक पुरानी रंजिश के चलते उन्हें निलंबित कर दिया था.

गौरतलब है कि सिंह का उद्योगपति मुकेश अंबानी की सुरक्षा से जुड़े एक मामले से निपटने के तौर तरीकों को लेकर इस साल मार्च में मुंबई पुलिस आयुक्त के पद से तबादला कर दिया गया था.

Last Updated : Jul 15, 2021, 7:06 PM IST
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