जयपुर. ईडी ने बहुचर्चित महादेव बैटिंग एप केस में छत्तीसगढ़ के रायपुर कोर्ट में चार्जशीट पेश कर दी है. इसमें 14 आरोपियों के खिलाफ 9 हजार से ज्यादा पन्नों की चार्जशीट पेश की गई है. इस मामले का राजस्थान के नागौर जिले से भी बड़ा कनेक्शन सामने आया है. पड़ताल में सामने आया है कि इस एप के जरिए ज्यादातर ट्रांजेक्शन राजस्थान के नागौर जिले के लोगों के बैंक अकाउंट में हुआ है.
दरअसल, महादेव बैटिंग एप केस में ईडी ने 20 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ के रायपुर कोर्ट में इस एप के मुख्य सूत्रधार सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल के साथ ही चंद्रभूषण वर्मा, सतीश चंद्राकर, अनिल धमानी, विशाल आहूजा, धीरज आहूजा, पूनाराम वर्मा, शिवकुमार वर्मा, यशोदा वर्मा और पवन नत्थानी के खिलाफ चार्जशीट पेश की है. इस मामले में ईडी ने 9,084 पेज की चार्जशीट कोर्ट में पेश की है. इसमें 197 पेज का आपराधिक परिवाद और 8,887 पेज के अभिलेख शामिल हैं. इसमें ईडी ने यह मामला करीब 6 हजार करोड़ का बताया है. जबकि इसी केस में ईडी अब तक 417 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी अटैच कर चुकी है.
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वहीं, जिन 14 आरोपियों के खिलाफ ईडी ने चार्जशीट पेश की है. उनमें से चंद्रभूषण वर्मा, सतीश चंद्राकर, अनिल धमानी और सुनील धमानी न्यायिक अभिरक्षा में चल रहे हैं. अब इस मामले की अगली सुनवाई 25 नवंबर को होगी. इससे पहले ईडी की जांच में सामने आ चुका है कि इस एप के जरिए करीब 70 फीसदी ट्रांजेक्शन राजस्थान के नागौर जिले के ग्रामीणों के खाते में हुआ है.
किसी सेलिब्रिटी पर आरोप नहीं : इस पूरे मामले को लेकर ईडी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि एजेंसी ने 20 अक्टूबर, 2023 को स्पेशल मनी लॉन्ड्रिंग प्रिवेंशन एक्ट (पीएमएलए) कोर्ट रायपुर में महादेव एप मामले में आरोप पत्र दायर किया है. अभियोजन शिकायत पर अगली सुनवाई 25 नवंबर, 2023 को तय की गई है. बयान में आगे कहा गया कि अभियोजन की शिकायत में किसी भी सेलिब्रिटी पर आरोप नहीं लगाया गया है.
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बेनामी खातों में ऑनलाइन ट्रांजेक्शन : दरअसल, महादेव बुक एप ऑनलाइन बैटिंग (सट्टेबाजी) का एक बड़ा सिंडिकेट है, जो दुबई से ऑपरेट होता है. इसमें आईडी और पासवर्ड देकर सट्टेबाजी करवाई जाती है. बदले में ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के जरिए धन का लेनदेन किया जाता है. जिन बैंक खातों में ट्रांजेक्शन हुआ है. उनमें से ज्यादातर राजस्थान के नागौर जिले के बताए जा रहे हैं.