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MAHADALIT HOUSE DEMOLITION CASE: विशेष समुदाय की महिलाओं ने मारुमातु में पुरानी जगह बसाने का किया विरोध, 500 के खिलाफ रिपोर्ट - Controversy over Mahadalits house destruction

MAHADALIT HOUSE DEMOLITION CASE ने तूल पकड़ लिया है. मंगलवार को महादलितों को मुरुमातू गांव में बसाने की प्रशासन की कोशिश तब नाकाम हो गई, जब विशेष समुदाय की महिलाओं ने हंगामा शुरू कर दिया. इधर महादलित समुदाय के लोगों को उजाड़ी गई जगह पर बसाने का विरोध करने के आरोप में 50 नामजद जबकि 500 अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.

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Published : Aug 30, 2022, 6:37 PM IST

पलामूः MAHADALIT HOUSE DEMOLITION CASE ने तूल पकड़ लिया है. मंगलवार को महादलितों को मुरुमातू गांव में बसाने की प्रशासन की कोशिश तब नाकाम हो गई, जब विशेष समुदाय की महिलाओं ने हंगामा शुरू कर दिया. महिलाओं की अधिकारियों से नोकझोंक भी हुई. विशेष समुदाय की महिलाओं के उजाड़ी गई जगह पर बसाने के विरोध में उतरने और इन महिलाओं के हंगामा के चलते पीड़ितों को पुराने थाना भवन में शिफ्ट कर दिया गया है. इधर, पलामू में महादलितों को उजाड़ने के विवाद (Controversy over Mahadalits house destruction Palamu) से इलाके में तनाव (Tension in palamu) बना हुआ है और पुलिस अधिकारी कैंप कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें-MAHADALIT HOUSE DEMOLITION CASE PALAMU: विशेष समुदाय के 12 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट, महादलितों को मुरुमातू में ही बसाया जाएगा

बता दें कि पलामू जिला प्रशासन की टीम मंगलवार को दोपहर बाद दल बल के साथ पांडु थाना क्षेत्र के मुरुमातु में पहुंची. यहां महादलित समुदाय के उजाड़े गए लोगों को देखकर विशेष समुदाय की महिलाएं जमा हो गईं और विरोध करना शुरू कर दिया. महिलाओं ने विवादित जमीन को अपने कब्जे में ले लिया और जमीन पर खड़ी हो गईं. विशेष समुदाय की आक्रोशित महिलाओं की मौके पर तैनात जवानों और पुलिस अधिकारियों से नोकझोंक भी हुई.

महिलाओं के विरोध को देखते हुए जिला प्रशासन की टीम पीड़ित परिवारों को लेकर एक स्कूल गई. लेकिन यहां स्कूल सुरक्षित नहीं मिला, जिसके बाद पीड़ित परिवारों के लोगों को पांडु थाने के पुराने भवन में शिफ्ट कर दिया गया. समाचार लिखे जाने तक विशेष समुदाय की महिलाएं विवादित जमीन पर जमी हुईं थीं. सदर एसडीएम राजेश कुमार शाह ने बताया कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से सभी को थाने के पुराने भवन में शिफ्ट किया गया है.

दो अलग-अलग एफआईआरः बता दें कि पांडु थाना क्षेत्र के मुरुमातु में महादलित समुदाय के लोगों को उजाड़ने के मामले में दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज कराई गई है, जबकि पूरे मामले में मुरुमातु के डॉक्टर गुलाम रसूल और मुखिया मोहम्मद इसरार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इससे पहले महादलित समुदाय के लोगों को उजाड़ने के मामले में 12 नामजद जबकि 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई थी.

पुलिस कर रही कैंपः इधर मंगलवार को महादलित समुदाय के लोगों को उजाड़ी गई जगह पर बसाने का विरोध करने के आरोप में 50 नामजद जबकि 500 अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. समाचार लिखे जाने तक सदर एसडीएम राजेश कुमार शाह और एसडीपीओ सुरजीत कुमार पांडे इलाके में कैंप कर रहे थे.

एसडीपीओ सुरजीत कुमार ने बताया कि सरकारी कार्य में बाधा डालने और उजाड़ने के मामले में अलग-अलग एफआईआर दर्ज की गई है. दो आरोपियों की गिरफ्तारी भी हुई है, अन्य आरोपियों गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.

उजाड़ी गई जगह पर ही बसाने का हुआ था निर्णयः इससे पहले प्रशासन ने महादलितों को उजाड़ी गई जगह पर ही बसाने का निर्णय लिया था. बसाने से पहले कपड़ा और भोजन भी पीड़ित परिवारों को दिया गया. उजाड़ने के मामले में तनाव को देखते हुए पुलिस और प्रशासनिक टीम पांडु के इलाके में कैंप कर रही है. पीड़ितों को पांडु थाना में बुलाया गया था. यहां पीड़ितों के बयान के आधार पर एफआईआर दर्ज कर ली गई थी.

पलामूः MAHADALIT HOUSE DEMOLITION CASE ने तूल पकड़ लिया है. मंगलवार को महादलितों को मुरुमातू गांव में बसाने की प्रशासन की कोशिश तब नाकाम हो गई, जब विशेष समुदाय की महिलाओं ने हंगामा शुरू कर दिया. महिलाओं की अधिकारियों से नोकझोंक भी हुई. विशेष समुदाय की महिलाओं के उजाड़ी गई जगह पर बसाने के विरोध में उतरने और इन महिलाओं के हंगामा के चलते पीड़ितों को पुराने थाना भवन में शिफ्ट कर दिया गया है. इधर, पलामू में महादलितों को उजाड़ने के विवाद (Controversy over Mahadalits house destruction Palamu) से इलाके में तनाव (Tension in palamu) बना हुआ है और पुलिस अधिकारी कैंप कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें-MAHADALIT HOUSE DEMOLITION CASE PALAMU: विशेष समुदाय के 12 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट, महादलितों को मुरुमातू में ही बसाया जाएगा

बता दें कि पलामू जिला प्रशासन की टीम मंगलवार को दोपहर बाद दल बल के साथ पांडु थाना क्षेत्र के मुरुमातु में पहुंची. यहां महादलित समुदाय के उजाड़े गए लोगों को देखकर विशेष समुदाय की महिलाएं जमा हो गईं और विरोध करना शुरू कर दिया. महिलाओं ने विवादित जमीन को अपने कब्जे में ले लिया और जमीन पर खड़ी हो गईं. विशेष समुदाय की आक्रोशित महिलाओं की मौके पर तैनात जवानों और पुलिस अधिकारियों से नोकझोंक भी हुई.

महिलाओं के विरोध को देखते हुए जिला प्रशासन की टीम पीड़ित परिवारों को लेकर एक स्कूल गई. लेकिन यहां स्कूल सुरक्षित नहीं मिला, जिसके बाद पीड़ित परिवारों के लोगों को पांडु थाने के पुराने भवन में शिफ्ट कर दिया गया. समाचार लिखे जाने तक विशेष समुदाय की महिलाएं विवादित जमीन पर जमी हुईं थीं. सदर एसडीएम राजेश कुमार शाह ने बताया कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से सभी को थाने के पुराने भवन में शिफ्ट किया गया है.

दो अलग-अलग एफआईआरः बता दें कि पांडु थाना क्षेत्र के मुरुमातु में महादलित समुदाय के लोगों को उजाड़ने के मामले में दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज कराई गई है, जबकि पूरे मामले में मुरुमातु के डॉक्टर गुलाम रसूल और मुखिया मोहम्मद इसरार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इससे पहले महादलित समुदाय के लोगों को उजाड़ने के मामले में 12 नामजद जबकि 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई थी.

पुलिस कर रही कैंपः इधर मंगलवार को महादलित समुदाय के लोगों को उजाड़ी गई जगह पर बसाने का विरोध करने के आरोप में 50 नामजद जबकि 500 अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. समाचार लिखे जाने तक सदर एसडीएम राजेश कुमार शाह और एसडीपीओ सुरजीत कुमार पांडे इलाके में कैंप कर रहे थे.

एसडीपीओ सुरजीत कुमार ने बताया कि सरकारी कार्य में बाधा डालने और उजाड़ने के मामले में अलग-अलग एफआईआर दर्ज की गई है. दो आरोपियों की गिरफ्तारी भी हुई है, अन्य आरोपियों गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.

उजाड़ी गई जगह पर ही बसाने का हुआ था निर्णयः इससे पहले प्रशासन ने महादलितों को उजाड़ी गई जगह पर ही बसाने का निर्णय लिया था. बसाने से पहले कपड़ा और भोजन भी पीड़ित परिवारों को दिया गया. उजाड़ने के मामले में तनाव को देखते हुए पुलिस और प्रशासनिक टीम पांडु के इलाके में कैंप कर रही है. पीड़ितों को पांडु थाना में बुलाया गया था. यहां पीड़ितों के बयान के आधार पर एफआईआर दर्ज कर ली गई थी.

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