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माफिया अतीक अहमद ने अपनी हत्या से पहले किसको किया था इशारा, बना हुआ है रहस्य

माफिया अतीक अहमद ने अपनी हत्या से पहले किसको इशारा किया था, इसका पता पुलिस और न्यायिक जांच आयोग लगाने में लगा हुआ है. लेकिन, इसमें सफलता नहीं मिल रही है. यही नहीं वह शख्स भी सामने नहीं आया है, जिसको अतीक ने इशारा किया था.

माफिया अतीक अहमद
माफिया अतीक अहमद
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Published : Aug 9, 2023, 6:18 PM IST

प्रयागराज: बाहुबली माफिया अतीक अहमद ने अपनी हत्या से पहले गाड़ी से उतरते समय किसको इशारा किया था. इसका पता पुलिस के बाद अब हत्याकांड की जांच करने वाला न्यायिक जांच आयोग भी लगाना चाह रहा है. लेकिन, वारदात के करीब चार महीने बाद भी इसका सटीक जवाब किसी को नहीं मिल सका है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, 7 से 9 अगस्त तक न्यायिक जांच आयोग की टीम प्रयागराज में दोहरे हत्याकांड की पड़ताल कर रही थी. लेकिन, न्यायिक जांच आयोग भी अभी नहीं जान सका है कि मरने से चंद सेकेंड पहले बाहुबली अतीक अहमद ने किस परिचित को और क्यों इशारा किया था. फिलहाल, उस इशारे को किसी परिचित के सलामी के बदले किया गया इशारा माना जा रहा है. लेकिन, लाख टके का वही सवाल कायम है कि वो कौन था, जिसको बाहुबली ने अंतिम बार इशारा किया था.

माफिया अतीक अहमद और उसके भाई ख़ालिद अज़ीम उर्फ अशरफ हत्याकांड की जांच कर रहा पांच सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग 7 अगस्त को प्रयागराज पहुंचा था. प्रयागराज में 7 से 9 अगस्त तक आयोग की टीम अलग-अलग पहलुओं से पूरे मामले की जांच कर रही है. जब भी आयोग की टीम जांच-पड़ताल करने प्रयागराज आती है वो पुलिस वालों के अलावा मेडिकल कर्मी, मीडिया कर्मी और प्रत्यक्षदर्शियों तक से जरूरत के मुताबिक बुलाकर जानकारी हासिल करती है. पुलिस सूत्रों का कहना है कि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि माफिया ने अपनी हत्या से चंद सेकेंड पहले आखिरी बार किसको इशारा किया था. पुलिस की टीमें चार महीने बाद भी उसका पता लगाने में जुटी हुई हैं.

हत्या से पहले माफिया अतीक ने किसको किया था इशारा

15 अप्रैल को प्रयागराज की पुलिस माफिया अतीक अहमद और उसके छोटे भाई अशरफ को लेकर मेडिकल जांच के लिए शाहगंज थाना क्षेत्र के मोती लाल नेहरू कॉल्विन अस्पताल ले गई थी. अस्पताल के गेट पर पुलिस की जीप रुकी. पुलिस जीप गेट के बाहर रुकने के बाद सबसे पहले तीन पुलिस वाले जीप से उतरते हैं. उसके बाद अशरफ पुलिस जीप से नीचे उतरता है. इसके बाद धीरे-धीरे माफिया अतीक अहमद जीप से बाहर निकलता है.

अतीक अहमद ने जीप से सिर बाहर निकालते ही चारों तरफ निगाहें घुमाईं और वहां मौजूद लोगों को देखा. इसके बाद सामने की तरफ एक स्थान पर अतीक की निगाहें रुकती हैं और दूसरी तरफ मौजूद व्यक्ति को अतीक अहमद ने सिर हिलाकर इशारा किया था. उस व्यक्ति को इशारा करने के साथ ही अतीक अहमद पुलिस जीप से नीचे उतरा और अस्पताल के अंदर की तरफ दाखिल होने लगा. अस्पताल के गेट के अंदर घुसते ही अतीक से वहां मौजूद मीडिया के लोगों ने सवाल पूछना शुरू कर दिया. इसके बाद अतीक अहमद के कहा कि नहीं ले गए तो नहीं गए. इसके बाद अशरफ ने बोलना शुरू किया कि मेन बात ये है कि गुड्डू मुस्लिम और इसी शब्द के साथ अतीक अशरफ पर मीडिया वालों के भेष में आए हुए शूटरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. उन्होंने माफिया बंधुओं को मौत के घाट उतार दिया.

जांच आयोग भी लगाना चाह रहा पता

बाहुबली अतीक अहमद ने अपनी हत्या से ठीक पहले किस व्यक्ति को इशारा किया था. इस सवाल का जवाब करीब 4 महीने बाद पुलिस भी तलाश नहीं सकी है. पुलिस ने अतीक से इशारा करने वाले का पता लगाने के लिए अस्पताल के साथ ही आसपास की दुकानों तक में लगे सीसीटीवी की फुटेज खंगाली. लेकिन, पुलिस को इशारे वाले व्यक्ति के बारे में सटीक जानकारी नहीं मिल सकी है. अतीक ने हत्या से पहले किसको इशारा किया था, इसका पता लगाने के लिए घटना की जांच के लिए बनी पुलिस की एसआईटी ने भी काफी प्रयास किया था. इसके लिए एसआईटी ने मौके पर मौजूद पुलिस वालों के साथ ही मीडियाकर्मियों से भी पूछताछ की. लेकिन, यह पता नहीं लग सका कि आखिर अतीक अहमद ने पुलिस जीप से उतरते समय किसको और क्यों इशारा किया था. इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस डीबी भोसले की अध्यक्षता में बनाई गई न्यायिक जांच कमेटी 7 से 9 अगस्त के बीच भी इस सवाल का जवाब पता लगाने का प्रयास कर रही थी. लेकिन, पता नहीं चला.

कोई परिचित था, तो वो कौन था

हालांकि बाद में यह कहा जाने लगा कि अतीक की उसके किसी परिचित से निगाहें मिली होंगी, जिसने उधर से अतीक अहमद को नमस्कार या सलाम किया होगा. इसके जवाब में अतीक अहमद ने सिर हिलाकर उसका अभिवादन करते हुए इशारे से जवाब दिया. लेकिन, उसके बाद भी वही लाख टके का सवाल बना हुआ है कि आखिर अतीक अहमद ने किसको इशारा किया था. अतीक के किसी परिचित ने उसको नमस्कार किया था, जिसका अतीक ने सिर हिलाकर इशारे से जवाब दिया. अतीक का वो कौन सा परिचित था, जिसको अतीक ने पुलिस जीप से नीचे उतरते समय देखा और उसका इशारे से अभिवादन किया था.

अतीक से इशारा करने वाला कोई आम आदमी था, जिसका उसके गुनाहों से कोई वास्ता नहीं था तो वो व्यक्ति अब तक सामने क्यों नहीं आया. पुलिस या न्यायिक जांच आयोग के सामने आकर उसने क्यों स्वीकार नहीं किया कि उसको अतीक ने इशारा किया था. बहरहाल, न्यायिक जांच आयोग भी इस एक सवाल पर उलझा हुआ है. वो भी जानना चाहता है कि आखिर अतीक अहमद ने हत्या से पहले किसको इशारा किया था, जिसका जिक्र वो अपनी जांच रिपोर्ट में कर सके. पुलिस ने कई बार आम लोगों से इस केस से जुड़ी कोई भी जानकारी साझा करने के लिए अपील की थी. लेकिन, उसके बावजूद कोई खास परिणाम हासिल नहीं हुआ. बहरहाल, हत्या से पहले अतीक ने किसको इशारा किया था वो रहस्य अब भी बरकरार है और उसके बारे में हर कोई जानना चाहता है.

यह भी पढ़ें: माफिया से नेता बने अतीक अहमद की कहानी, चार दशक तक चले आतंक का 10 सेकेंड में कैसे हुआ अंत

यह भी पढ़ें: अतीक हत्याकांड की विवेचना करेगी SIT, उस पर नजर रखेगी DGP की स्पेशल टीम, जानिए कौन-कौन हैं टीम में शामिल

प्रयागराज: बाहुबली माफिया अतीक अहमद ने अपनी हत्या से पहले गाड़ी से उतरते समय किसको इशारा किया था. इसका पता पुलिस के बाद अब हत्याकांड की जांच करने वाला न्यायिक जांच आयोग भी लगाना चाह रहा है. लेकिन, वारदात के करीब चार महीने बाद भी इसका सटीक जवाब किसी को नहीं मिल सका है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, 7 से 9 अगस्त तक न्यायिक जांच आयोग की टीम प्रयागराज में दोहरे हत्याकांड की पड़ताल कर रही थी. लेकिन, न्यायिक जांच आयोग भी अभी नहीं जान सका है कि मरने से चंद सेकेंड पहले बाहुबली अतीक अहमद ने किस परिचित को और क्यों इशारा किया था. फिलहाल, उस इशारे को किसी परिचित के सलामी के बदले किया गया इशारा माना जा रहा है. लेकिन, लाख टके का वही सवाल कायम है कि वो कौन था, जिसको बाहुबली ने अंतिम बार इशारा किया था.

माफिया अतीक अहमद और उसके भाई ख़ालिद अज़ीम उर्फ अशरफ हत्याकांड की जांच कर रहा पांच सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग 7 अगस्त को प्रयागराज पहुंचा था. प्रयागराज में 7 से 9 अगस्त तक आयोग की टीम अलग-अलग पहलुओं से पूरे मामले की जांच कर रही है. जब भी आयोग की टीम जांच-पड़ताल करने प्रयागराज आती है वो पुलिस वालों के अलावा मेडिकल कर्मी, मीडिया कर्मी और प्रत्यक्षदर्शियों तक से जरूरत के मुताबिक बुलाकर जानकारी हासिल करती है. पुलिस सूत्रों का कहना है कि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि माफिया ने अपनी हत्या से चंद सेकेंड पहले आखिरी बार किसको इशारा किया था. पुलिस की टीमें चार महीने बाद भी उसका पता लगाने में जुटी हुई हैं.

हत्या से पहले माफिया अतीक ने किसको किया था इशारा

15 अप्रैल को प्रयागराज की पुलिस माफिया अतीक अहमद और उसके छोटे भाई अशरफ को लेकर मेडिकल जांच के लिए शाहगंज थाना क्षेत्र के मोती लाल नेहरू कॉल्विन अस्पताल ले गई थी. अस्पताल के गेट पर पुलिस की जीप रुकी. पुलिस जीप गेट के बाहर रुकने के बाद सबसे पहले तीन पुलिस वाले जीप से उतरते हैं. उसके बाद अशरफ पुलिस जीप से नीचे उतरता है. इसके बाद धीरे-धीरे माफिया अतीक अहमद जीप से बाहर निकलता है.

अतीक अहमद ने जीप से सिर बाहर निकालते ही चारों तरफ निगाहें घुमाईं और वहां मौजूद लोगों को देखा. इसके बाद सामने की तरफ एक स्थान पर अतीक की निगाहें रुकती हैं और दूसरी तरफ मौजूद व्यक्ति को अतीक अहमद ने सिर हिलाकर इशारा किया था. उस व्यक्ति को इशारा करने के साथ ही अतीक अहमद पुलिस जीप से नीचे उतरा और अस्पताल के अंदर की तरफ दाखिल होने लगा. अस्पताल के गेट के अंदर घुसते ही अतीक से वहां मौजूद मीडिया के लोगों ने सवाल पूछना शुरू कर दिया. इसके बाद अतीक अहमद के कहा कि नहीं ले गए तो नहीं गए. इसके बाद अशरफ ने बोलना शुरू किया कि मेन बात ये है कि गुड्डू मुस्लिम और इसी शब्द के साथ अतीक अशरफ पर मीडिया वालों के भेष में आए हुए शूटरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. उन्होंने माफिया बंधुओं को मौत के घाट उतार दिया.

जांच आयोग भी लगाना चाह रहा पता

बाहुबली अतीक अहमद ने अपनी हत्या से ठीक पहले किस व्यक्ति को इशारा किया था. इस सवाल का जवाब करीब 4 महीने बाद पुलिस भी तलाश नहीं सकी है. पुलिस ने अतीक से इशारा करने वाले का पता लगाने के लिए अस्पताल के साथ ही आसपास की दुकानों तक में लगे सीसीटीवी की फुटेज खंगाली. लेकिन, पुलिस को इशारे वाले व्यक्ति के बारे में सटीक जानकारी नहीं मिल सकी है. अतीक ने हत्या से पहले किसको इशारा किया था, इसका पता लगाने के लिए घटना की जांच के लिए बनी पुलिस की एसआईटी ने भी काफी प्रयास किया था. इसके लिए एसआईटी ने मौके पर मौजूद पुलिस वालों के साथ ही मीडियाकर्मियों से भी पूछताछ की. लेकिन, यह पता नहीं लग सका कि आखिर अतीक अहमद ने पुलिस जीप से उतरते समय किसको और क्यों इशारा किया था. इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस डीबी भोसले की अध्यक्षता में बनाई गई न्यायिक जांच कमेटी 7 से 9 अगस्त के बीच भी इस सवाल का जवाब पता लगाने का प्रयास कर रही थी. लेकिन, पता नहीं चला.

कोई परिचित था, तो वो कौन था

हालांकि बाद में यह कहा जाने लगा कि अतीक की उसके किसी परिचित से निगाहें मिली होंगी, जिसने उधर से अतीक अहमद को नमस्कार या सलाम किया होगा. इसके जवाब में अतीक अहमद ने सिर हिलाकर उसका अभिवादन करते हुए इशारे से जवाब दिया. लेकिन, उसके बाद भी वही लाख टके का सवाल बना हुआ है कि आखिर अतीक अहमद ने किसको इशारा किया था. अतीक के किसी परिचित ने उसको नमस्कार किया था, जिसका अतीक ने सिर हिलाकर इशारे से जवाब दिया. अतीक का वो कौन सा परिचित था, जिसको अतीक ने पुलिस जीप से नीचे उतरते समय देखा और उसका इशारे से अभिवादन किया था.

अतीक से इशारा करने वाला कोई आम आदमी था, जिसका उसके गुनाहों से कोई वास्ता नहीं था तो वो व्यक्ति अब तक सामने क्यों नहीं आया. पुलिस या न्यायिक जांच आयोग के सामने आकर उसने क्यों स्वीकार नहीं किया कि उसको अतीक ने इशारा किया था. बहरहाल, न्यायिक जांच आयोग भी इस एक सवाल पर उलझा हुआ है. वो भी जानना चाहता है कि आखिर अतीक अहमद ने हत्या से पहले किसको इशारा किया था, जिसका जिक्र वो अपनी जांच रिपोर्ट में कर सके. पुलिस ने कई बार आम लोगों से इस केस से जुड़ी कोई भी जानकारी साझा करने के लिए अपील की थी. लेकिन, उसके बावजूद कोई खास परिणाम हासिल नहीं हुआ. बहरहाल, हत्या से पहले अतीक ने किसको इशारा किया था वो रहस्य अब भी बरकरार है और उसके बारे में हर कोई जानना चाहता है.

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