भोपाल : मध्य प्रदेश के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है कि ग्रीष्मकालीन मूंग की फसल न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीदी जा रही है. सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी के लिए किसानों से पंजीयन कराने की अपील की है. मूंग की फसल का समर्थन मूल्य 7,196 रुपये प्रति क्विंटल घोषित किया गया है.
लेकिन कुछ चीजें ऐसी हैं जिसे किसान समझ नहीं पा रहे हैं, वो असमंजस में हैं. उनका मुख्य सवाल यही है कि आखिर कितनी मात्रा में मूंग की फसल खरीदी जाएगी?
कृषि मंत्री कमल पटेल (Agriculture Minister Kamal Patel) ने किसानों की इस उलझन को सुलझाने का दावा किया. मंत्री ने तकनीकी पक्ष रखा और कहा कि हरदा, होशंगाबाद जिले में हुए मूंग उत्पादन के आधार पर सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीदी जाएगी. साथ ही कृषि विभाग से मिले आंकड़ों के आधार पर हरदा, होशंगाबाद जिले में 15 क्विंटल प्रति हेक्टेयर यानी एक एकड़ पर करीब छह क्विंटल मूंग सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर खरीदी जाएगी.
2500 करोड़ रुपये का लाभ होने का अनुमान
समर्थन मूल्य पर मूंग की फसल खरीदी शुरू होने से हरदा और होशंगाबाद जिले के किसानों को करीब 2500 करोड़ रुपये का आर्थिक लाभ होगा. हरदा में करीब एक लाख 25 हजार और होशंगाबाद जिले में दो लाख हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्र पर मूंग की खेती की जाती है. जिसका औसत उत्पादन 12 से 15 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है. सरकार ने समर्थन मूल्य पर खरीदी के लिए 7,196 रुपये मूल्य घोषित किया है.
किसान की आय दोगुनी करने का वादा
इस दौरान मंत्री कमल पटेल ने केंद्र सरकार और प्रदेश की शिवराज सरकार की प्रशंसा की और कहा कि समर्थन मूल्य पर मूंग की खरीदी से किसानों को आर्थिक लाभ होगा. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के उस संकल्प को याद कराया जिसमें किसानों की आय दोगुनी करने का सपना है.
उन्होंने जिले के किसानों की ओर से प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) का भी आभार जताया है.
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