खंडवा: मध्य प्रदेश के खंडवा जिला स्थित ओंकारेश्वर क्षेत्र में 6 बालिकाओं की डूबने से मौत हो गई. यहां के कोठी में साध्वी ऋतंभरा का पितांबरेश्वर आश्रम है. इस आश्रम के निकट से ओंकारेश्वर डैम की नहर गुजरती है जिसके किनारे घाट बना हुआ है. बताया गया कि बुधवार सुबह 6 बजे यहां 6 बालिकाएं नहाने गई थीं. ये सभी रेलिंग से बंधी सांकल पकड़कर नहा रही थीं कि तभी एक बालिका के हाथ से सांकल छूट गई और वह नहर के तेज बहाव में बहने लगी. नहर में उसे डूबता देख एक अन्य बालिका भी नहर में कूदी लेकिन उसे बचाने के प्रयास में वह भी डूबने लगी. उसे देखकर घाट पर नहा रहीं चारों बालिकाएं भी दोनों को बचाने के लिए नहर में कूद गईं. इस तरह से एक के बाद एक 6 बालिकाएं नहर में डूबने लगीं.
शोर सुनकर बचाने दौड़े लोग: नहर में डूबती बालिकाओं की चीत्कार सुनकर आश्रम के लोग उन्हें बचाने दौड़े और पुलिस को भी घटना की जानकारी दी. इसके बाद मांधाता और मोरटक्का चौकी से पुलिस अधिकारी गोताखोर लेकर बालिकाओं को बचाने के लिए आए. ग्रामीण और गोताखोरों की मदत से एक घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन में 2 बालिकाओं की सही सलामत नहर से निकाल लिया गया, लेकिन शेष चार बालिकाओं की नहीं बचाया जा सका और उनकी नहर में डूबने से मौत हो गई.
इन बालिकाओं की हुई मौत: मरने वाली बालिकाओं में 1. वैशाली, पिता नवल (12) ग्राम बड़िया, भीकनगांव 2. कंचन रमेश (11) ग्राम सोमवाडा, भीकनगांव 3. प्रतीक्षा छनिया (12) ग्राम दाभड़, सनावद 4. दिव्यांसी चेतक (10) ग्राम इंद्रपुर रहतिया, बड़वानी हैं. शवों को ओंकारेश्वर अस्पताल भेजा गया है. एसडीओपी राकेश पेन्द्रों ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है. वहीं हादसे के बाद आश्रम में मातम पसर गया.
सीएम ने जताया शोक: घटना पर शोक जताते हुए सीएम शिवराज चौहान ने ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा कि, खंडवा में ओंकारेश्वर के पास नहर में बच्चियों के डूबने की खबर पीड़ादायक है. मन व्यथित है, हृदय द्रवित है. ईश्वर से प्रार्थना है कि जिन बच्चियों की तलाश जारी है, वह सकुशल मिलें. दिवंगत आत्माओं को ईश्वर श्रीचरणों में स्थान दे. शोकाकुल परिजनों के प्रति गहरी संवेदनाएं हैं. ॐ शांति.
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खंडवा में ओंकारेश्वर के पास नहर में बच्चियों के डूबने की खबर पीड़ादायक है। मन व्यथित है, हृदय द्रवित है। ईश्वर से प्रार्थना है कि जिन बच्चियों की तलाश जारी है, वह सकुशल मिलें। दिवंगत आत्माओं को ईश्वर श्रीचरणों में स्थान दे। शोकाकुल परिजनों के प्रति गहरी संवेदनाएं हैं।
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कौन हैं साध्वी ऋतंभरा : साध्वी ऋतंभरा एक साध्वी, राजनीतिज्ञ और धार्मिक कथा वाचक हैं. इन्हें लोग 1992 में बाबरी मस्जिद के खिलाफ होने वाले आंदोलन में भाग लेने के कारण अच्छे से जानने लगे थे. ये विश्व हिन्दू परिषद् और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सदस्य भी हैं. ये अपनी कथाओं में राम कथा और कुछ धार्मिक कहानियों का व्याख्यान करती हैं. ये केवल भारत में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी हिन्दू धर्म का प्रचार प्रसार कर रही हैं. इनके देश में कई स्थानों पर आश्रम हैं, जहां कई प्रकार के सामाजिक व धार्मिक कार्य होते हैं. साध्वी ऋतंभरा का खंडवा के पास ओंकारेश्वर में भी आश्रम है.