भोपाल : मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में चोरी के आरोप में गिरफ्तार आदिवासी युवक की जेल में हुई मौत के मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र सिंह चौहान को हटा दिया है.
ज्ञात हो कि पिछले दिनों बिस्टान थाना क्षेत्र में चोरी के आरोप में पुलिस ने 12 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, जिसमें से एक बिसन की जेल में मौत हुई थी, इसके बाद भीड़ ने बिस्टान थाने पर हमला बोला था. इस दौरान पुलिस और भीड़ के बीच जमकर झडप भी हुई थी. कांग्रेस के पूर्व प्रदेषाध्यक्ष अरुण यादव के नेतृत्व में कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल ने पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी को ज्ञापन देकर दोषियों पर हत्या का मामला दर्ज किए जाने की मांग की थी. वहीं कांग्रेस ने एक जांच समिति भी बनाई थी.
मुख्यमंत्री चौहान ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र सिंह चौहान को हटाने का ऐलान करते हुए कहा, 'पिछले दिनों खरगोन जिले के बिस्टान में हुई घटना में एक युवक की मृत्यु हो गई थी. हमने पहले ही पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया है. लैक ऑफ सुपरवीजन के कारण हमने खरगोन पुलिस अधीक्षक को भी हटाने का निर्णय लिया है. घटना की न्यायिक जांच हो रही है. तथ्यों के आधार पर आगे कार्रवाई होगी.'
पढ़ेंः जेल में आदिवासी युवक की मौत से भड़के लोग, थाने पर हमला, 3 पुलिसकर्मी घायल
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मीडिया विभाग के महासचिव के के मिश्रा ने पुलिस अधीक्षक पर कार्रवाई की वजह कांग्रेस की जांच समिति की रिपोर्ट को बताते हुए पुलिस वालों पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज करने की मांग करते हुए कहा, 'बिस्टान में पुलिस अभिरक्षा में हुई आदिवासी की मौत के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देश पर गठित कांग्रेस की समिति द्वारा सार्वजनिक की गई रिपोर्ट के बाद खरगौन एसपी नपे. यह निर्णय अपर्याप्त है, गैर इरादतन हत्या का भी प्रकरण दोषियों के खिलाफ दर्ज हो.'
(आईएएनएस)