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मेडागास्कर ने भारत से मांगी मानवीय सहायता

मेडागास्कर के दक्षिणी क्षेत्र में पड़े गंभीर सूखे के कारण मानवीय संकट से निपटने के लिए भारत सरकार मेडागास्कर में मानवीय सहायता भेज रही है. मानवीय सहायता को भारतीय नौसेना जहाज जलशवा पर चढ़ाया जा रहा है, जो तीन मार्च को भोजन और चिकित्सा सहायता के साथ रवाना होगा.

जयशंकर
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Published : Mar 1, 2021, 7:36 PM IST

नई दिल्ली : मेडागास्कर के दक्षिण क्षेत्र में पड़े गंभीर सूखे के कारण मानवीय संकट से निपटने के लिए मेडागास्कर सरकार द्वारा अंतर्राष्ट्रीय एकजुटता और सहायता के लिए अपील की गई. इस अपील पर तुरंत एक्शन लेते हुए भारत सरकार 1000 मीट्रिक टन चावल और 100,000 एचीसीक्यू गोलियों की खेप मेडागास्कर भेज रही है. विदेश मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि की.

मानवीय सहायता को भारतीय नौसेना जहाज जलशवा पर चढ़ाया जा रहा है, जो तीन मार्च को भोजन और चिकित्सा सहायता के साथ रवाना होगा. इसके 21-24 मार्च के बीच मेडागास्कर के एहोला बंदरगाह तक पहुंचने की उम्मीद है.

मेडागास्कर के विदेश मंत्री डॉ तेहिंद्रा जानेरिवेलो जेकोबा ए.एस. ओलिव ने विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर के साथ बातचीत की और भारत से मदद की अपील की.

विदेशमंत्रालय के मुताबिक टेलिफोनिक बातचीत के दौरान विदेश मंत्रालय ने भारत और मेडागास्कर के बीच मित्रता के उत्कृष्ट द्विपक्षीय संबंधों को याद किया और कहा कि भारत हमेशा से ही मानवीय संकट के दौरान मेडागास्कर के लोगों की सहायता में आगे रहा है.

उल्लेखनीय है कि सितंबर 2018 में भी भारतीय नौसेना के जहाज द्वारा 1000 मीट्रिक टन चावल की एक खेप मैडस्करस्कर भेजी गई थी.

विदेशमंत्रालय ने कहा कि जब चक्रवात डायन ने मेडागास्कर पर हमला किया, तो सबसे पहले भारत मदद के लिए आगे आया और आईएनएस ऐरावत द्वारा ऑपरेशन वेनिला के तहत सहायता पहुंचाई गई.

मार्च 2020 में भी मेडागास्कर के उत्तरी क्षेत्र में भारी बाढ़ से निपटने के लिए भारत से आईएनएस शार्दुल द्वारा एंटिसिरानाना बंदरगाह पर सहायता के रूप में 600 टन चावल भेजा गया था.

विदेश मंत्रालय के अनुसार विदेश मंत्री ने मेडागास्कर के विदेश मंत्री को आश्वासन दिया कि हिंद महासागर में एक समुद्री पड़ोसी के रूप में भारत मेडागास्कर सरकार और वहा के लोगों की हमेशा सहायता करता रहेगा.इस दौरान दोनों विदेश मंत्रियों ने आपसी हित के अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की.

बता दें कि मेडागास्कर की इस यात्रा के दौरान, आईएनएस जलशवा में भारतीय नौसेना प्रशिक्षण टीम भी होगी, जिसे दो सप्ताह के लिए मालागासी स्पेशल फोर्सेज के प्रशिक्षण के लिए मेडागास्कर में तैनात किया जाएगा.

पढ़ें - तालिबान के साथ फिर बातचीत शुरू करेगा अमेरिका, भारत की रहेगी नजर

विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा कि भारत के उपराष्ट्रपति द्वारा अक्टूबर 2019 में कोमोरोस की यात्रा के दौरान घोषित खाद्य सहायता की आपूर्ति के लिए आईएनएस जलशवा पोर्ट अंजुआन के कोमोरोस गणराज्य पर भी जाएगा, जहां यह 1000 मीट्रिक टन भारतीय चावल की खेप पहुंचाएगा.

मेडागास्कर और कोमोरोस के मैत्रीपूर्ण देशों में क्षमता निर्माण के लिए खाद्य सहायता और समर्थन की आपूर्ति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सागर दृष्टिकोण और हिंद महासागर क्षेत्र में शुद्ध सुरक्षा प्रदाता का हिस्सा है.

नई दिल्ली : मेडागास्कर के दक्षिण क्षेत्र में पड़े गंभीर सूखे के कारण मानवीय संकट से निपटने के लिए मेडागास्कर सरकार द्वारा अंतर्राष्ट्रीय एकजुटता और सहायता के लिए अपील की गई. इस अपील पर तुरंत एक्शन लेते हुए भारत सरकार 1000 मीट्रिक टन चावल और 100,000 एचीसीक्यू गोलियों की खेप मेडागास्कर भेज रही है. विदेश मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि की.

मानवीय सहायता को भारतीय नौसेना जहाज जलशवा पर चढ़ाया जा रहा है, जो तीन मार्च को भोजन और चिकित्सा सहायता के साथ रवाना होगा. इसके 21-24 मार्च के बीच मेडागास्कर के एहोला बंदरगाह तक पहुंचने की उम्मीद है.

मेडागास्कर के विदेश मंत्री डॉ तेहिंद्रा जानेरिवेलो जेकोबा ए.एस. ओलिव ने विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर के साथ बातचीत की और भारत से मदद की अपील की.

विदेशमंत्रालय के मुताबिक टेलिफोनिक बातचीत के दौरान विदेश मंत्रालय ने भारत और मेडागास्कर के बीच मित्रता के उत्कृष्ट द्विपक्षीय संबंधों को याद किया और कहा कि भारत हमेशा से ही मानवीय संकट के दौरान मेडागास्कर के लोगों की सहायता में आगे रहा है.

उल्लेखनीय है कि सितंबर 2018 में भी भारतीय नौसेना के जहाज द्वारा 1000 मीट्रिक टन चावल की एक खेप मैडस्करस्कर भेजी गई थी.

विदेशमंत्रालय ने कहा कि जब चक्रवात डायन ने मेडागास्कर पर हमला किया, तो सबसे पहले भारत मदद के लिए आगे आया और आईएनएस ऐरावत द्वारा ऑपरेशन वेनिला के तहत सहायता पहुंचाई गई.

मार्च 2020 में भी मेडागास्कर के उत्तरी क्षेत्र में भारी बाढ़ से निपटने के लिए भारत से आईएनएस शार्दुल द्वारा एंटिसिरानाना बंदरगाह पर सहायता के रूप में 600 टन चावल भेजा गया था.

विदेश मंत्रालय के अनुसार विदेश मंत्री ने मेडागास्कर के विदेश मंत्री को आश्वासन दिया कि हिंद महासागर में एक समुद्री पड़ोसी के रूप में भारत मेडागास्कर सरकार और वहा के लोगों की हमेशा सहायता करता रहेगा.इस दौरान दोनों विदेश मंत्रियों ने आपसी हित के अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की.

बता दें कि मेडागास्कर की इस यात्रा के दौरान, आईएनएस जलशवा में भारतीय नौसेना प्रशिक्षण टीम भी होगी, जिसे दो सप्ताह के लिए मालागासी स्पेशल फोर्सेज के प्रशिक्षण के लिए मेडागास्कर में तैनात किया जाएगा.

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विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा कि भारत के उपराष्ट्रपति द्वारा अक्टूबर 2019 में कोमोरोस की यात्रा के दौरान घोषित खाद्य सहायता की आपूर्ति के लिए आईएनएस जलशवा पोर्ट अंजुआन के कोमोरोस गणराज्य पर भी जाएगा, जहां यह 1000 मीट्रिक टन भारतीय चावल की खेप पहुंचाएगा.

मेडागास्कर और कोमोरोस के मैत्रीपूर्ण देशों में क्षमता निर्माण के लिए खाद्य सहायता और समर्थन की आपूर्ति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सागर दृष्टिकोण और हिंद महासागर क्षेत्र में शुद्ध सुरक्षा प्रदाता का हिस्सा है.

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