लखनऊ: सिर में गोली मार कर मां की हत्या करने वाले बेटे ने सिर्फ मौत की ही कहानी नहीं लिखी थी, बल्कि लाश तो ठिकाने लगाने के लिए बाकायदा स्क्रिप्ट लिख चुका था. लेकिन, दोस्त ने ऐन मौके पर धोखा दे दिया और राज सभी के सामने आ गया. लखनऊ के पीजीआई इलाके में 16 साल के बेटे ने मां की हत्या करने के बाद लाश को ठिकाने के लिए अपने दोस्त को मना लिया था और 5 हजार में डील भी तय हो गई थी.
पीजीआई थाने स्थित यमुनापुरम में सैन्याधिकारी की पत्नी साधना की हत्या खुद उसके 16 साल के बेटे ने कनपटी में गोली दाग कर की. यही नहीं 3 दिन तक मां की लाश को घर पर बेपरवाह होकर छोड़ दिया और दोस्तों के साथ पार्टी करता रहा. उसने अपनी 10 साल की बहन को भी मां की लाश के साथ रहने को मजबूर किया, क्योंकि बेटे ने पूरी प्लानिंग कर रखी थी. मां की लाश कब और कैसे ठिकाने लगानी है उसकी स्क्रिप्ट तैयार थी. इसके लिए उसने अपने एक दोस्त को लाश को ठिकाने लगाने के लिए तैयार कर लिया. इसके लिए उसने दोस्त को 5 हजार रुपये देने का वादा किया था. लेकिन, ऐन मौके पर दोस्त डर गया और उसने मना कर दिया.
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5 हजार पर नहीं माना दोस्त तो दिखाई बंदूक
आरोपी बेटे के दोस्त ने बताया कि मंगलवार को जब बेटे ने उसे लाश ठिकाने लगाने के लिए 5 हजार रुपये देने का लालच दिया तो उसने डर के चलते मना कर दिया. इससे वो गुस्सा हो गया और बंदूक दिखाकर जान से मारने की धमकी देने लगा. इस पर उसने मौके से भाग कर अपने चाचा को बताया जो जनरल स्टोर चलाते हैं.
पापा से बोला छत से आकर किसी ने की मां की हत्या
मां की लाश को ठिकाने लगाने की सारी कोशिशें फेल हो रही थीं. दोस्त ने भी जब लाश ठिकाने लगाने से मना कर दिया तो आरोपी बेटे ने उसी दिन 7 जून को शाम 8 बजे अपने फौजी पापा नवीन सिंह को आसनसोल कॉल की और बताया कि पापा छत के रास्ते घर में घुसकर किसी ने मां की हत्या कर दी.
हत्या से 8 दिन पहले मां ने दिलाई थी क्रिकेट किट
आसनसोल में सेना में जेसीओ के पद पर तैनात नवीन सिंह ने बताया कि 8 दिन पहले उनके कहने पर साधना ने बेटे को साढ़े 6 हजार रुपये की क्रिकेट किट दिलाई थी. नवीन कहते हैं कि शायद उसी किट से वो मां की हत्या करने के बाद शव को घर में छोड़ क्रिकेट खेलने गया था.
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