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कोरोना संकट में सांसदों ने कितनी की जनसेवा, संसद के आगामी सत्र में बताने का मिलेगा मौका - ओम बिरला

लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने सभी सांसदों को कोरोना संकट में किए गए काम की वर्क रिपोर्ट पेश करने को कहा है. संसद के आगामी मानसून सत्र में उन सांसदों को अपने अनुभव साझा करने का मौका दिया जाएग, जिन्होंने कोरोना संकट में अपने क्षेत्र में सराहनीय काम किया होगा.

संसद
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Published : Jun 4, 2021, 8:06 PM IST

नई दिल्ली : लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Lok Sabha Speaker Om Birla) ने कोरोना संकट (Corona Crisis) में सांसदों ने अपने क्षेत्र में कितना काम किया, क्या जन सेवा की, उनके क्या अनुभव रहे, इन तमाम बातों को पत्र में लिखकर सदन में भेजने को कहा है. सूत्रों के मुताबिक, आगामी मानसून सत्र में जिन सांसदों की जनसेवा सबसे ज्यादा होगी, उन्हें सदन में अपने अनुभव साझा करने के लिए विशेष समय दिया जाएगा. लोकलसभा अध्यक्ष ने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सभी दलों के सांसदों से काम का ब्योरा मांगा है.

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कोरोना संकट के कारण स्थगित हुआ था सत्र

आगामी मानसून कब होगा, इस पर अभी कोई जानकारी सामने नहीं आई है. माना जा रहा है कि कोरोना संकट के कम होने पर संसद का आगामी सत्र जल्द ही बुलाया जाएगा. गौरतलब है कि कोरोना संकट की वजह से पिछला सत्र स्थगित कर दिया गया था.

सूत्रों की मानें तो लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने यह भी योजना बनाई है कि तमाम लोकसभा सांसदों के इन जन सेवा कार्यों का एक बुकलेट तैयार कर, सभी जनप्रतिनिधियों ,जिसमें राज्यसभा सांसद, सभी राज्यों के विधायक, विधान परिषद के सदस्य और तमाम जनप्रतिनिधी शामिल हैं, को यह बुकलेट भेजी जाए, ताकि उन्हें इससे प्रेरणा मिले.

कोरोना संकट में स्पीकर ने भी की मदद

गौरतलब है कि लोकसभा स्पीकर और सांसद ओम बिरला ने अपने लोकसभा क्षेत्र कोटा में कोरोना काल के दौरान कई समाज सेवा के कार्य किए. इसके अलावा कोटा में मौजूद सभी कोचिंग सेंटर के प्रबंधकों से उन्होंने अपील की थी कि वे उन बच्चों को, जिनके घर में कमाने वाले सदस्य और माता-पिता की कोरोनावायरस से मृत्यु हो गई है, वे मेडिकल इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए कोटा आते हैं, तो उनको निशुल्क कोचिंग दिलाएं और साथ ही उनके रहने-खाने-पीने की भी व्यवस्था कराई जाए.

बता दें कि कोचिंग प्रबंधकों ने लोकसभा स्पीकर की इस अपील को स्वीकार किया था. इसके अलावा लोकसभा स्पीकर ने अपने संसदीय क्षेत्र में अप्रैल में एक हेल्पलाइन सेवा भी शुरू की थी, जिसके जरिए ऑक्सीजन सिलेंडर और कोरोना वायरस संबंधी जरूरी दवाइयां, एंबुलेंस सेवा और अस्पताल में भर्ती कराने संबंधी मदद की जा रही है.

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ग्रामीणों का भी रखा ख्याल

कोटा में स्पीकर ने ग्रामीणों का ख्याल करते हुए एक कोरोना वॉरियर टीम का गठन किया था, जो जरूरतमंदों को ऑक्सीमीटर, मास्क, थर्मामीटर, ग्लव्स और सैनिटाइटर उपलब्ध करा रहे हैं. लोकसभा सांसद ने पत्र में अपने काम का भी ब्योरा दिया है, जिससे अन्य जनप्रतिनिधियों को इससे प्रोत्साहन मिले.

नई दिल्ली : लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Lok Sabha Speaker Om Birla) ने कोरोना संकट (Corona Crisis) में सांसदों ने अपने क्षेत्र में कितना काम किया, क्या जन सेवा की, उनके क्या अनुभव रहे, इन तमाम बातों को पत्र में लिखकर सदन में भेजने को कहा है. सूत्रों के मुताबिक, आगामी मानसून सत्र में जिन सांसदों की जनसेवा सबसे ज्यादा होगी, उन्हें सदन में अपने अनुभव साझा करने के लिए विशेष समय दिया जाएगा. लोकलसभा अध्यक्ष ने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सभी दलों के सांसदों से काम का ब्योरा मांगा है.

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कोरोना संकट के कारण स्थगित हुआ था सत्र

आगामी मानसून कब होगा, इस पर अभी कोई जानकारी सामने नहीं आई है. माना जा रहा है कि कोरोना संकट के कम होने पर संसद का आगामी सत्र जल्द ही बुलाया जाएगा. गौरतलब है कि कोरोना संकट की वजह से पिछला सत्र स्थगित कर दिया गया था.

सूत्रों की मानें तो लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने यह भी योजना बनाई है कि तमाम लोकसभा सांसदों के इन जन सेवा कार्यों का एक बुकलेट तैयार कर, सभी जनप्रतिनिधियों ,जिसमें राज्यसभा सांसद, सभी राज्यों के विधायक, विधान परिषद के सदस्य और तमाम जनप्रतिनिधी शामिल हैं, को यह बुकलेट भेजी जाए, ताकि उन्हें इससे प्रेरणा मिले.

कोरोना संकट में स्पीकर ने भी की मदद

गौरतलब है कि लोकसभा स्पीकर और सांसद ओम बिरला ने अपने लोकसभा क्षेत्र कोटा में कोरोना काल के दौरान कई समाज सेवा के कार्य किए. इसके अलावा कोटा में मौजूद सभी कोचिंग सेंटर के प्रबंधकों से उन्होंने अपील की थी कि वे उन बच्चों को, जिनके घर में कमाने वाले सदस्य और माता-पिता की कोरोनावायरस से मृत्यु हो गई है, वे मेडिकल इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए कोटा आते हैं, तो उनको निशुल्क कोचिंग दिलाएं और साथ ही उनके रहने-खाने-पीने की भी व्यवस्था कराई जाए.

बता दें कि कोचिंग प्रबंधकों ने लोकसभा स्पीकर की इस अपील को स्वीकार किया था. इसके अलावा लोकसभा स्पीकर ने अपने संसदीय क्षेत्र में अप्रैल में एक हेल्पलाइन सेवा भी शुरू की थी, जिसके जरिए ऑक्सीजन सिलेंडर और कोरोना वायरस संबंधी जरूरी दवाइयां, एंबुलेंस सेवा और अस्पताल में भर्ती कराने संबंधी मदद की जा रही है.

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ग्रामीणों का भी रखा ख्याल

कोटा में स्पीकर ने ग्रामीणों का ख्याल करते हुए एक कोरोना वॉरियर टीम का गठन किया था, जो जरूरतमंदों को ऑक्सीमीटर, मास्क, थर्मामीटर, ग्लव्स और सैनिटाइटर उपलब्ध करा रहे हैं. लोकसभा सांसद ने पत्र में अपने काम का भी ब्योरा दिया है, जिससे अन्य जनप्रतिनिधियों को इससे प्रोत्साहन मिले.

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