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लोकतंत्र हमारे राष्ट्रीय मूल्यों का आधार है : लोकसभा अध्यक्ष - नेशनल डिफेंस कॉलेज के

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद भवन में सशस्त्र बलों के अधिकारियों और नेशनल डिफेंस कॉलेज से आए अन्य अधिकारियों के प्रतिनिधिमंडल को संबोधित किया. इस दौरान बिरला ने कहा कि लोकतंत्र हमारे राष्ट्रीय मूल्यों का आधार है. उन्होंने यह भी कहा कि भारत में लोकतंत्र बहुत सशक्त और सुदृढ़ है और संसद लोगों के प्रति जवाबदेह है. विस्तार से पढ़ें पूरी खबर...

लोकसभा अध्यक्ष
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Published : Mar 4, 2021, 6:39 AM IST

नई दिल्ली : लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद भवन परिसर में सशस्त्र बलों के वरिष्ठ अधिकारियों और नेशनल डिफेंस कॉलेज के अन्य अधिकारियों के प्रतिनिधिमंडल को संबोधित किया. इस प्रतिनिधिमंडल में अन्य मित्र देशों के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी भी शामिल थे. सर्वप्रथम बिरला ने प्रतिनिधिमंडल का संसद में स्वागत किया और सभी अधिकारियों की निष्ठा और सेवा के लिए उनका आभार व्यक्त किया.

इस अवसर पर बोलते हुए बिरला ने कहा कि लोकतंत्र हमारे राष्ट्रीय मूल्यों का आधार है. उन्होंने यह भी कहा कि भारत में लोकतंत्र बहुत सशक्त और सुदृढ़ है और संसद लोगों के प्रति जवाबदेह है. हमारी संसद से हमारी लोकतांत्रिक विरासत और गणराज्य के रूप में हमारी यात्रा का परिचय मिलता है.

नेशनल डिफेंस कॉलेज जैसी संस्थाओं के योगदान का उल्लेख करते हुए बिरला ने कहा कि शिक्षण और प्रशिक्षण एक सतत प्रक्रिया है, जिससे हम आजीवन लाभान्वित होते हैं.

बिरला ने प्रतिनिधिमंडल को यह जानकारी भी दी कि हमारे राष्ट्रीय जन-जीवन के बारे में हुए वाद-विवाद और चर्चाओं के साथ ही लोकतन्त्र के रूप में हमारी यात्रा का अमूल्य संग्रह संसद के ग्रंथालय में उपलब्ध है. उन्होंने यह भी कहा कि संसद डिजिटलीकरण और ऑनलाइन प्रकाशन के माध्यम से संसदीय पद्धतियों और प्रक्रियाओं की जानकारी देशवासियों तक पहुंचा रही है.

संसदीय समितियों के योगदान के बारे में विचार व्यक्त करते हुए बिरला ने कहा कि समितियों से संसद सदस्यों को स्वतंत्र रूप से चर्चा करने का अवसर प्राप्त होता है जिससे बेहतर कानून बनते हैं और विभिन्न भागीदारों के बीच सार्थक संवाद होता है. बिरला ने इस बात का उल्लेख भी किया कि नेशनल डिफेंस कॉलेज की स्थापना का विचार भी संसद की प्राक्कलन समिति में हुई चर्चा के दौरान व्यक्त किया गया था.

यह भी पढ़ें- एमएसएमई, स्टार्टअप्स, महिला उद्यमियों के लिए मानक परीक्षण शुल्क कम करें : गोयल

बिरला ने कहा कि सभी देशवासी और उनके प्रतिनिधि सशस्त्र बलों के अधिकारियों के शौर्य, देशभक्ति और उनकी निष्ठा के लिए उनका बहुत सम्मान करते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा और सशस्त्र बलों के मामलों में सभी संसद सदस्य वैचारिक और दलगत भिन्नताओं से ऊपर उठकर संवेदनशील रूप से विचार करते हैं और ऐसे मामलों में सभी संसद सदस्यों के बीच सर्वसम्मति होती है.

भारतीय लोकतंत्र की सुदृढ़ता के बारे में एक प्रश्न के उत्तर में बिरला ने कहा कि अनादि काल से ही लोकतंत्र भारतीय समाज का आधार रहा है और यह हमारी परंपरा और संस्कृति का अभिन्न अंग है.

पहली बार ऐसा हुआ है कि लोक सभा अध्यक्ष ने नेशनल डिफेंस कॉलेज के प्रतिनिधिमंडल से मुलाक़ात की है. इस कार्यक्रम का आयोजन लोकसभा के संसदीय लोकतंत्र शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान द्वारा किया गया.

नई दिल्ली : लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद भवन परिसर में सशस्त्र बलों के वरिष्ठ अधिकारियों और नेशनल डिफेंस कॉलेज के अन्य अधिकारियों के प्रतिनिधिमंडल को संबोधित किया. इस प्रतिनिधिमंडल में अन्य मित्र देशों के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी भी शामिल थे. सर्वप्रथम बिरला ने प्रतिनिधिमंडल का संसद में स्वागत किया और सभी अधिकारियों की निष्ठा और सेवा के लिए उनका आभार व्यक्त किया.

इस अवसर पर बोलते हुए बिरला ने कहा कि लोकतंत्र हमारे राष्ट्रीय मूल्यों का आधार है. उन्होंने यह भी कहा कि भारत में लोकतंत्र बहुत सशक्त और सुदृढ़ है और संसद लोगों के प्रति जवाबदेह है. हमारी संसद से हमारी लोकतांत्रिक विरासत और गणराज्य के रूप में हमारी यात्रा का परिचय मिलता है.

नेशनल डिफेंस कॉलेज जैसी संस्थाओं के योगदान का उल्लेख करते हुए बिरला ने कहा कि शिक्षण और प्रशिक्षण एक सतत प्रक्रिया है, जिससे हम आजीवन लाभान्वित होते हैं.

बिरला ने प्रतिनिधिमंडल को यह जानकारी भी दी कि हमारे राष्ट्रीय जन-जीवन के बारे में हुए वाद-विवाद और चर्चाओं के साथ ही लोकतन्त्र के रूप में हमारी यात्रा का अमूल्य संग्रह संसद के ग्रंथालय में उपलब्ध है. उन्होंने यह भी कहा कि संसद डिजिटलीकरण और ऑनलाइन प्रकाशन के माध्यम से संसदीय पद्धतियों और प्रक्रियाओं की जानकारी देशवासियों तक पहुंचा रही है.

संसदीय समितियों के योगदान के बारे में विचार व्यक्त करते हुए बिरला ने कहा कि समितियों से संसद सदस्यों को स्वतंत्र रूप से चर्चा करने का अवसर प्राप्त होता है जिससे बेहतर कानून बनते हैं और विभिन्न भागीदारों के बीच सार्थक संवाद होता है. बिरला ने इस बात का उल्लेख भी किया कि नेशनल डिफेंस कॉलेज की स्थापना का विचार भी संसद की प्राक्कलन समिति में हुई चर्चा के दौरान व्यक्त किया गया था.

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बिरला ने कहा कि सभी देशवासी और उनके प्रतिनिधि सशस्त्र बलों के अधिकारियों के शौर्य, देशभक्ति और उनकी निष्ठा के लिए उनका बहुत सम्मान करते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा और सशस्त्र बलों के मामलों में सभी संसद सदस्य वैचारिक और दलगत भिन्नताओं से ऊपर उठकर संवेदनशील रूप से विचार करते हैं और ऐसे मामलों में सभी संसद सदस्यों के बीच सर्वसम्मति होती है.

भारतीय लोकतंत्र की सुदृढ़ता के बारे में एक प्रश्न के उत्तर में बिरला ने कहा कि अनादि काल से ही लोकतंत्र भारतीय समाज का आधार रहा है और यह हमारी परंपरा और संस्कृति का अभिन्न अंग है.

पहली बार ऐसा हुआ है कि लोक सभा अध्यक्ष ने नेशनल डिफेंस कॉलेज के प्रतिनिधिमंडल से मुलाक़ात की है. इस कार्यक्रम का आयोजन लोकसभा के संसदीय लोकतंत्र शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान द्वारा किया गया.

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