नई दिल्ली : संसद के बजट सत्र का आज 15वां दिन हंगामेदार रहा. लोक सभा में विपक्षी दलों के सांसदों को वेल में घुसकर सरकार की नीतियों के खिलाफ नारेबाजी और 'वी वांट जस्टिस' जैसे नारे लगाते देखा गया. हंगामे के बीच मंगलवार को पहले तीन घंटे में बमुश्किल 40 मिनट की कार्यवाही हुई. हंगामा जारी रहने के बीच कार्यवाही दो बजे तक स्थगित करनी पड़ी.
विदेश मंत्री ने पेश किया विधेयक : 12 बजे लोक सभा की कार्यवाही शुरू होने के बाद भी हंगामा, शोरशराबा और नारेबाजी का दौर जारी रहा. पीठासीन सभापति राजेंद्र अग्रवाल की अनुमति से लोक सभा के पटल पर दस्तावेज पेश किए गए. इसके बाद विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने हंगामे के बीच ही दी वेपंस ऑफ मास डिस्ट्रक्शन एंड देयर डिलिवरी सिस्टम (गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम) संशोधन विधेयक 2022 (The Weapons of Mass Destruction and their delivery systems (prohibition of unlawful activities) Amendment Bill 2022) लोक सभा में पेश किया.
कार्यवाही दो बजे तक स्थगित : इसके बाद पीठासीन सभापति राजेंद्र अग्रवाल ने शून्यकाल शुरू होने की घोषणा की. लोक सभा में शून्यकाल के दौरान सांसदों ने अपने संसदीय क्षेत्र से जुड़े लोकहित के अविलम्बनीय मुद्दे उठाए. लगभग 12 मिनट की संक्षिप्त कार्यवाही के बाद लोक सभा में हंगामा और नारेबाजी थमती न देख सभापति ने कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी.
आधे घंटे भी नहीं चली कार्यवाही : मंगलवार को लोक सभा की कार्यवाही शुरू होने के बाद स्पीकर ओम बिरला ने सांसदों से प्रश्नकाल सुचारू रूप से चलने देने की अपील की, लेकिन हंगामा और नारेबाजी का दौर जारी रहा. करीब 27 मिनट की कार्यवाही के बाद हंगामा न थमता देख स्पीकर ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी.
इससे पहले प्रश्नकाल की शुरुआत होने पर फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री को केंद्रीय मदद, खाद्य वस्तुओं का उत्पादन और ग्रामीण इलाकों में उद्यमिता को लेकर केंद्र सरकार की नीतियों से जुड़े सवाल पूछे गए. यूपी के भाजपा सांसद जगदम्बिका पाल ने मिथेनॉल प्रोडक्शन क्षमता को लेकर सवाल पूछा. हंगामे और नारेबाजी के बीच इस सवाल का जवाब भारी उद्योग मंत्री महेंद्र नाथ पांडे ने दिया. इसके बाद स्पीकर ओम बिरला ने लोक सभा की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी.
ईंधन की कीमतों में उछाल के मुद्दे पर चर्चा की मांग : मंगलवार को लोक सभा की कार्यवाही शुरू होने के बाद महंगाई के मुद्दे पर विपक्षी दलों के सदस्यों ने भारी हंगामा किया. निचले सदन की कार्यवाही शुरू होने पर कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने महंगाई के विषय को उठाने का प्रयास किया और कहा कि महंगाई के मुद्दे पर चर्चा होनी चाहिए. इसके बाद द्रमुक और तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने भी कुछ कहने का प्रयास किया. लेकिन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने उन्हें अनुमति नहीं देते हुए प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू करने का निर्देश दिया. इस दौरान विपक्षी सदस्य आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे. उनके हाथों में तख्तियां भी थीं. विपक्ष के सदस्य महंगाई के विषय पर नारेबाजी करते हुए और तख्तियां दिखाते हुए आसन के समीप आ गये.
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