नई दिल्ली : पिछले कुछ हफ्तों में कोरोना संक्रमण के केस में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है. 'ईटीवी भारत' ने भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के पूर्व महानिदेशक डॉ. निर्मल कुमार गांगुली से खास बातचीत की.
डॉ.गांगुली ने कहा कि 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को कोरोना का टीकाकरण करवाना चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि लॉकडाउन भारत के लिए अच्छा विकल्प नहीं है.
डॉ. निर्मल कुमार गांगुली ने कहा कि जिन राज्यों में बाहर से ज्यादा लोग आते हैं वहां पर वायरस के फैलने का खतरा ज्यादा है. कोरोना का वायरस जीरो लेवल पर नहीं आया था जिससे वह दोबारा फैलने लगा.
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के शहरी इलाकों में धारावी में कोराना का संक्रमण फिर से फैलने लगा है. अभी 11 राज्यों में इसका असर ज्यादा देखने को मिल रहा है, ऐसे में अगर अन्य राज्यों में कोविड-19 गाइडलाइन का पालन और बेहतर सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए गए तो दोबारा संक्रमण फैलने का खतरा बना रहेगा.
शिक्षकों का टीकाकरण जरूरी
उन्होंने कहा कि भारत के लिए लॉकडाउन कोई व्यावहारिक विकल्प नहीं है. 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों का टीकाकरण करने की जरूरत है. साथ ही स्कूलों के शिक्षकों का टीकाकरण करने की आवश्यकता है ताकि स्कूलों को फिर से खोला जा सके.
उन्होंने कहा कि यात्रा और पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों का भी जल्द टीकाकरण करना होगा. वर्तमान में सरकार फ्रंटलाइन वर्कर्स, हेल्थ केयर वर्कर्स और 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का टीकाकरण कर रही है.
डॉ. गांगुली का कहना है कि कई देशों में लॉकडाउन दोबारा लगाया जा रहा है, फिर भी लॉकडाउन भारत के लिए अच्छा विकल्प नहीं है, हम पहले ही देख चुके हैं कि लॉकडाउन लगाने से देश में क्या हुआ. यह गरीब लोगों और दिहाड़ी मजदूरों को प्रमुख रूप से प्रभावित करता है.
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उन्होंने कहा कि इस समय हालात पर काबू पाने के लिए हमें और बेहतर और कुशल तरीके से सोचना होगा. केंद्र सरकार लॉकडाउन के लिए स्थानीय प्रशासन से बात कर रही है लेकिन वह दोबारा लॉकडाउन के लिए राजी नहीं हैं. भारत में अलग-अलग स्थानों पर कोरोना के नए मामलों में बढ़ोत्तरी को देखने के बाद, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने स्थानीय लॉकडाउन के लिए राज्य सरकारों को सुझाव दिया है.
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आज कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता में हुई बैठक में कहा गया कि महाराष्ट्र, पंजाब, कर्नाटक, केरल, छत्तीसगढ़, चंडीगढ़, तमिलनाडु, दिल्ली और हरियाणा सहित 11 राज्यों में स्थिति गंभीर है. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक राज्यों से 81.42 प्रतिशत नए मामले सामने आए हैं, जोकि एक गंभीर मामला है.
पिछले 24 घंटों में, महाराष्ट्र में सबसे अधिक 47,913 नए मामले दर्ज किए गए हैं. कर्नाटक में 4,991 मामले सामने आए हैं जबकि छत्तीसगढ़ में 4,174 मामले दर्ज किए गए.
पिछले 24 घंटों में महाराष्ट्र, पंजाब, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश सहित पांच राज्यों में कोरोना संक्रमण से 714 मौतें हुईं जोकि अब तक हुई ताजा मामलों में मौतों का 86 प्रतिशत हिस्सा है.