नई दिल्ली : आरजेडी प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य मनोज झा ने लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) में टूट के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि पशुपति पारस सीएम नीतीश के मोहरा हैं. उनके पीछे नीतीश मजबूती से खड़े हैं.
मनोज झा ने कहा कि जिन लोगों की जमीन खिसक जाती है और जमीर मर जाता है, उसी तरह के लोग दूसरे दलों में तोड़फोड़ कराते हैं. उन्होंने कहा कि 2020 के बिहार विधानसभा में जेडीयू तीसरे नंबर की पार्टी बनी. भाजपा दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है. किसी कारणवश उसने कुछ समय के लिए अनुकंपा पर नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बना रखा है.
झा ने आरोप लगाया कि 2013 में जेडीयू जब भाजपा से अलग हुई तो उनसे आरजेडी को तोड़ने की कोशिश की थी. विखंडन की राजनीति में जेडीयू आ गई है. जेडीयू पूरी तरह से समाप्त हो चुकी है.
'लोजपा का आधार वोट चिराग के साथ रहेगा'
उन्होंने कहा कि राम विलास पासवान के निधन को अभी एक साल भी नहीं हुआ है. उनकी पार्टी में जो भी कुछ हो रहा है वो न उनका आधार वोट देख रहा है कि चिराग के साथ क्या हो रहा है? आधार वोट चिराग के साथ रहेगा.
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बता दें लोजपा में बड़ी टूट हुई है. छह में से पांच सांसद अलग हो गए हैं. राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद चिराग पासवान अकेले रह गए हैं. चिराग की जगह उनके चाचा व सांसद पशुपति पारस को संसदीय दल का नेता बनाया गया है. अब उनको राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की तैयारी चल रही है.
लोजपा में टूट कराने में जेडीयू की अहम भूमिका मानी जा रही है. जेडीयू सांसद ललन सिंह ने कल लोजपा के बागी सांसदों के साथ बैठक भी की थी.