अयोध्या: बीते 6 वर्षों से प्रतिवर्ष अयोध्या में आयोजित होने वाले दीपोत्सव के सातवें आयोजन को और भव्य बनाने की तैयारी है. क्योंकि, अगले वर्ष के दीपोत्सव में भगवान रामलला के मंदिर का उद्घाटन हो चुका होगा और भगवान रामलला अपने नए गर्भ ग्रह में विराजमान हो चुके होंगे. इसीलिए, इस बार दीपोत्सव कार्यक्रम में कई परिवर्तन भी किए गए हैं. इस बार 21 लाख से अधिक दीपक जलाकर एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की तैयारी है. अयोध्या में चार दिनों तक चलने वाले इस भव्य आयोजन से जन-जन को जोड़ने के लिए दूरदर्शन चैनल पर लाइव प्रसारण किया जाएगा. वहीं अयोध्या की हर गली व चौराहे पर दीपोत्सव कार्यक्रम का सजीव प्रसारण देखने को मिलेगा. इसके लिए जिला प्रशासन ने 24 ऐसे स्थानों को चिन्हित किया है जहां पर लोगों का अधिक आवागमन होता है. वहां पर एलइडी वॉल के जरिए दीपोत्सव का सजीव प्रसारण किया जाएगा.
7-11 नवंबर तक होंगे कार्यक्रम
सातवें दीपोत्सव के मौके पर प्रदेश सरकार ने चार दिवसीय आयोजन तय किए हैं. पहले दिन 7 नवंबर से राम कथा पार्क और राम की पैड़ी परिसर में भजन संध्या, सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा. विभिन्न देशों की रामलीला का मंचन और लोकगीत कार्यक्रम का आयोजन होगा. वहीं, 11 नवंबर को सुबह 9:00 बजे भव्य शोभा यात्रा निकलेगी. शाम 4:00 बजे राम कथा पार्क में भगवान राम का राजतिलक और सूरज ढलने के बाद राम की पैड़ी परिसर में 21 लाख दीपक प्रज्जवलित किए जाएंगे. इसके साथ ही काशी की तर्ज पर सरयू की आरती भी की जाएगा ताकि कार्यक्रम को और भव्य बनाया जा सके.
शहर में प्रवेश करते ही दिखेगी अलौकिक छटा
सातवें दीपोत्सव आयोजन का कॉन्सेप्ट आयोजन समिति ने कुछ इस तरह से बनाया है की अयोध्या धाम की सीमा में प्रवेश करते ही लोगों को इस बात का अहसास हो जाए कि अयोध्या राममय हो चुकी है. फिर चाहे रेलवे स्टेशन हो चाहे बस स्टेशन हो या अयोध्या में प्रवेश करने वाला कोई भी मार्ग, हर मार्ग पर भव्य तोरण द्वार बनाए जा रहे हैं. इसके अतिरिक्त शहर के प्रमुख मार्गो की दोनों तरफ रंगीन लाइटिंग की जा रही है.
शहर में सड़क के किनारे बड़े-बड़े होर्डिंग और कट आउट के जरिए दीपोत्सव कार्यक्रम की जानकारी लोगों को मिलेगी. इसके अलावा शहर में प्रवेश के प्रमुख मार्ग रामपथ के दोनों तरफ बने मकान एक रंग में रंग नजर आएंगे और उन पर विशेष आकृति के साथ शंख चक्र गदा तीर धनुष तिलक और हनुमान जी के चित्र एक रंग में बने दिखाई देंगे.
हर चौराहे पर दिखेगा आयोजन का सजीव प्रसारण
सातवें दीपोत्सव को भव्य बनाने के लिए जिला प्रशासन जहां विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर रहा है वही दीपोत्सव के कार्यक्रम को जन-जन तक पहुंचाने के लिए और जो श्रद्धालु दीपोत्सव स्थल तक नहीं पहुंच सकते उन्हें इस आयोजन से जोड़ने के लिए एलईडी वाॅल/वाहन लगाये जा रहे है. दीपोत्सव का सजीव प्रसारण सात नवंबर से शुरू होगा. दीपोत्सव कार्यक्रम का सभी श्रद्वालु एलईडी के माध्यम से विभिन्न स्थानों पर लुप्त उठा सकते है. भीड़ को देखते हुये विभिन्न स्थानों पर एलईडी लगायी गई है.
शहर में इन जगहों पर लगेगी एलईडी लाइट
दीपोत्सव कार्यक्रम को जन-जन तक पहुंचाने के लिए धर्मनगरी अयोध्या में राम की पैड़ी, नगर निगम के सामने पार्क में, नया बस स्टेशन बाईपास मार्ग, श्रीराम चिकित्सालय के ऊपर भवन पर, अशर्फी भवन, महोबरा चौराहा, अयोध्या द्वार, राज सदन, जानकी महल, कनक भवन, साकेत महाविद्यालय, सुल्तानपुर बाईपास मार्ग, अम्बेडकर नगर बाईपास मार्ग, सहादतगंज बाईपास मार्ग, रायबरेली बाईपास मार्ग, देवकाली मंदिर तिराहा मुख्य नगर, सहादतगंज हनुमानगढ़ी,सर्किट हाउस के पास, अयोध्या रेलवे स्टेशन पर, सूरजकुंड दर्शन नगर, तुलसी उद्यान, गुप्तारघाट, अन्तर्राष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय, टेढ़ीबाजार में स्थापित कराए जाने के निर्देश दिए गए हैं.
नृपेंद्र मिश्रा ने किया निर्माण स्थल का निरीक्षण
रामनगरी में बना रहे राम मंदिर निर्माण की प्रगति समीक्षा की बैठक को लेकर अयोध्या पहुंचे भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने सोमवार की सुबह जन्मभूमि पथ का स्थलीय निरीक्षण कर निर्माण कार्य प्रगति का जायजा लिया. इस दौरान श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अन्य सदस्य और जिलाधिकारी अयोध्या नीतीश कुमार सहित जिला प्रशासन के तमाम अधिकारी और कार्यकारी संस्था लार्सन ऐंड टुब्रो के कर्मचारी मौजूद रहे. निरीक्षण के दौरान नृपेंद्र मिश्र मिश्र ने अभी तक के निर्माण कार्य पर संतोष जताया. बताते चलें कि अयोध्या में दो दिनों से भवन निर्माण समिति और श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य निर्माण कार्य की प्रगति पर समीक्षा बैठक कर रहे हैं.इसी सिलसिले में सदस्यों ने स्थलीय निरीक्षण किया है.
मीडिया से नृपेंद्र मिश्र ने कहा कि अभी तक का जो निर्माण कार्य है वह बहुत अच्छा व संतोषजनक है. निर्माण कार्य अपने निर्धारित समय सीमा के अनुसार हो रहा है और हमें विश्वास है कि दिसंबर तक जन्मभूमि पथ का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा. नृपेंद्र मिश्र ने कहा कि जन्मभूमि पथ पर गुजरने वाले राम भक्त श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर दोनों तरफ दीवार बनाई जाने की योजना पर जिला प्रशासन ने बहुत बेहतर तरीके से काम किया है इसके लिए वह बधाई के पात्र हैं.स्थानीय लोगों से समन्वय बनाकर इस दीवाल को बनाया जा रहा है, जिससे जन्मभूमि पथ की सुरक्षा की जा सके. करीब 1 घंटे तक निरीक्षण के दौरान भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने निर्माण कार्य को बेहद बारीकी से देखा और यात्री सुविधा केंद्र सहित यात्री शेड और लाइटिंग की व्यवस्था पर भी संबंधित अधिकारियों से बातचीत की.
इस बार काफी बदली-बदली नजर आएगी अयोध्या की सुंदरता
बीते वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष दीपोत्सव कार्यक्रम में तोरण द्वार और लाइटिंग की व्यवस्था को काफी बदला गया है. इस बार सड़क के दोनों तरफ स्टील फ्रेम पर पिक्सल लाइट और एलईडी लाइट के जरिए जहां रास्तों को रोशनी से भर दिया जाएगा. वहीं, सुंदर डिजाइन दर्शकों का मन मोह लेगी. इस बार राम की पैड़ी परिसर की नहर में बेहद खूबसूरत म्यूजिकल फाउंटेन भी लगाए गए हैं. जो लगातार घूमते रहते हैं और उनसे रंगीन रोशनी के साथ पानी की खूबसूरत फुहार निकलती है. वहीं, राम की पैड़ी परिसर पर विश्व की सबसे बड़ी एलसीडी स्क्रीन में से एक स्क्रीन लगाई गई है, जिसकी लंबाई 300 फीट और चौड़ाई 30 फीट है.
वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के साथ ही अब तक का सबसे भव्य दीपोत्सव मनाने की तैयारी
7 नवंबर की शाम से यह आयोजन शुरू हो जाएगा और राम की पैड़ी परिसर आम अयोध्या के निवासियों और पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा. जहां वह राम की पैड़ी परिसर में होने वाले आयोजन को देख सकते हैं. इसके अतिरिक्त मुख्य कार्यक्रम दिवस 11 नवंबर को आम श्रद्धालुओं, पर्यटकों और दर्शकों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा. सिर्फ वॉलिंटियर्स को राम की पैड़ी परिसर में जाने की अनुमति होगी. शाम को दीपोत्सव कार्यक्रम शुरू होने के बाद वर्ल्ड रिकॉर्ड बनने के बाद पूर्व वर्षों की तरह ही दर्शकों और आम अयोध्यावासियों के लिए राम की पैड़ी परिसर के रास्ते खोल दिए जाएंगे और वह इस पूरे आयोजन को अपनी आंखों से करीब से देख सकेंगे.