नई दिल्ली : राजस्थान के उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड में शामिल एक आरोपी का भाजपा से कथित संबंध होना और उसके बाद जम्मू कश्मीर में गिरफ्तार दो आतंकियों में से एक का भाजपा कार्यकर्ता होने के प्रमाण सामने आने के कारण विपक्षी पार्टियां लगातार बीजेपी और केंद्र सरकार पर हमलावर हो रही है. हालांकि, भाजपा ने दोनों ही मामलों में पार्टी के संबंध इनकार कर दिया है. लेकिन सोशल मीडिया पर भी कई सवाल उठने लगे हैं कि आखिर एक हत्यारोपी और फिर एक आतंकवादी का भाजपा से संबंध होने के क्या मायने समझे जाएं.
ईटीवी भारत ने इस पर सीपीआईएम के महासचिव सीताराम येचुरी से बातचीत की. येचुरी ने सीधे तौर पर इसे राष्ट्रीय सुरक्षा से जोड़ कर देखने की बात कही है. उन्होंने कहा कि ये बहुत गंभीर बात है और हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी हुई है. अब जो लोग इस सुरक्षा के लिए जिम्मेदार हैं, उन्हीं की पार्टी से यदि ऐसे लोग निकल आए जो हिंसा या अराजकता का माहौल बनाएं जो नफरत और हिंसा के आधार पर देश के लोगों में विभाजन का काम करे, ये मंजूर नहीं है. देश में भाजपा की सरकार होने के बावजूद इस मामले की विशेष जांच करायी जानी चाहिए. इस मामले की निष्पक्ष जांच कर देश की जनता के सामने सच्चाई लाना जरूरी है.
येचुरी ने आगे कहा कि किसी को ये नहीं लगना चाहिए कि सत्ता में रहकर भाजपा को सुरक्षा मिलेगी. सीपीआईएम ने मांग की कि पूरे मामले में जो आरोप लग रहे हैं, उसकी पूरी जांच हो और दोषी को जल्द सजा मिलनी चाहिए.
मध्यप्रदेश में आदिवासी महिला को जिंदा जलाए जाने पर प्रतिक्रिया : इस घटना को लेकर भाजपा पर उठ रहे सवाल को येचुरी ने जायज बताया. उन्होंने कहा कि द्रौपदी मुर्मू के लिए उनके मन में भी सम्मान है, लेकिन वह चुनाव में उनका विरोध कर रहे हैं. ये केवल सैद्धांतिक लड़ाई है. सीताराम येचुरी ने कहा कि लड़ाई विचारधारा से जुड़ी हुई है और इसे व्यक्ति की पहचान से जोड़कर इसे नहीं देखा जाना चाहिए. लेकिन मध्यप्रदेश में जिस तरह की घटना घटी है, यह देखना होगा कि वहां पर भाजपा की सरकार है और वहां का शासन प्रशासन उनके हाथ में है. इसके बावजूद किसी आदिवासी महिला के साथ इस तरह की घटना होना, यह स्वीकार नहीं किया जा सकता है. भाजपा दिखावे के लिए कुछ भी करना चाहती हो, लेकिन उन्हें हकीकत जमीन पर भी दिखाना चाहिए.
गौरतलब है कि एक तरफ जहां एनडीए की तरफ से राष्ट्रपति पद के लिए भाजपा ने आदिवासी समुदाय की महिला द्रौपदी मुर्मू को चुन एक सामाजिक समरसता और महिला सशक्तिकरण की मिसाल पेश की. वहीं, दूसरी तरफ भाजपा शासित राज्य मध्यप्रदेश में रविवार को एक ऐसी दर्दनाक घटना सामने आई, जहां आदिवासी महिला को जिंदा जला दिया गया. दरिंदों ने इस घटना का विडियो भी बनाया. भाजपा शासित प्रदेश में इस तरह की घटना ने एक बार फिर विपक्ष को हमलावर होने का मौका दिया और अब इसकी चौतरफा आलोचना भी हो रही है. कांग्रेस पार्टी ने यह तक कह दिया कि भाजपा दिखाती कुछ है और करती कुछ और है.