झांसीः खेत में बने बोरवेल में बच्चों के गिरने की घटनाएं तो आपने बहुत सुनी होंगी, लेकिन झांसी के पचार गांव में खेत में बने बोरवेल में तेंदुआ के गिरने का मामला सामने आया है. बोरवेल करीब 20 से 22 फुट गहरा है. वन विभाग का कहना है कि या तो शिकार करते वक्त तेंदुआ बोरवेल में गिरा होगा या फिर पानी की तलाश में जंगल से भटकते हुए वह रात के अंधेरे में कुएं में गिर गया. फिलहाल उसे बाहर निकालने के लिए वन विभाग की टीम रेस्क्यू में जुटी हुई है. मामले की सूचना लखनऊ हेड ऑफिस को भी सूचना दी गई है.
पचार गांव के ग्राम प्रधान राघवेंद्र सिंह उर्फ राजू ने बताया कि इस समय खेत खाली पड़े हैं, क्योंकि खेतों में फसल कट चुकी है और खेतों की तरफ कोई जाता नहीं है. खेत पचार गांव के मौजे में अतपई निवासी पुरुषोत्तम यादव का है, जो कि लगभग 20 फुट गहरा है. सोमवार सुबह गांव के चरवाहे बकरी चराने खेतों की तरफ गए तो उनको दहाड़ने की आवाज सुनाई दी.
किसी के न दिखने और दहाड़ सुनाई देने पर वह डर गए और गांव की तरफ भागकर और ग्रामीणों को लेकर आए. सभी ने खेत पर जाकर देखा तो कोई भी नहीं था जब कुएं जैसा दिखने वाले बोरवेल में झांककर देखा तो सब दंग रह गए, उसमें तेंदुआ गिरा हुआ था. ग्रामीणों ने इसकी सूचना गांव के प्रधान को दी. इसके बाद पहले पुलिस को सूचना दी गई. इसके बाद वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई.
तेंदुए को निकलाने का रेस्क्यू जारी
डीएफओ एमपी गौतम का कहना है कि कुआं में तेंदुआ गिरने की सूचना पर वन विभाग की टीम को मौके पर भेजा गया है. साथ ही लखनऊ हेड क्वार्टर भी सूचना दी गई है या तो शिकार करते वक्त तेंदुआ कुआं में गिर गया या फिर पानी की तलाश में जंगल से भटकते हुए वह रात के अंधेरे में इस बोरवेल में गिरा है. लगातार उसको निकालने का प्रयास किया जा रहा है. काफी कोशिशों के बाद अभी तक तेंदुओं का बाहर नहीं निकाला जा सका.
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