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LCA Tejas Aircraft : वायु सेना की रीढ़ बनेगा एलसीए, जानें मिग-21 को रिप्लेस करने वाला तेजस कितना तेज - IAF LCA Tejas

भारतीय वायु सेना ने हाल ही में बताया कि जल्द ही एलसीए तेजस बेड़े में शामिल होने जा रहा है. एचएएल को 83 एमके1ए विमानों का ऑडर दिया गया है. जिसके तहत एलएएल ने आज रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट और एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी की मौजूदगी में एलसीए तेजस डिवीजन प्लांट में ट्रेनर विमान वायुसेना को सौंपा. यहां जाने एलसीए तेजस की खास बातें...

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Oct 4, 2023, 2:45 PM IST

Updated : Oct 4, 2023, 7:22 PM IST

हैदराबाद : भारतीय वायु सेना (आईएएफ) की ताकत अब दुगुनी होने जा रही है. हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) बुधवार को बेंगलुरु में पहला लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए) ट्विन-सीटर ट्रेनर संस्करण विमान आईएएफ को सौंपने जा रहा है. गौरतलब है कि एचएएल के पास आईएएफ से 18 ट्विन सीटर प्लेन का ऑर्डर पहले से है, जिसमें से आठ ट्विन सीटर वो वित्त वर्ष 2023-24 में डिलीवर करेगा. इसके अलावा, 2026-27 तक 10 ट्विन सीटर की आपूर्ति क्रमिक रूप से की जाएगी. वहीं, वायु सेना से आगे भी ऑर्डर मिलने की एचएएल को उम्मीद है.

  • Karnataka | Indian Air Force chief Air Chief Marshal VR Chaudhari receives the LCA Tejas twin-seater trainer aircraft from Hindustan Aeronautics Limited CMD CB Ananthakrishnan in Bengaluru pic.twitter.com/YvR8y9tYRo

    — ANI (@ANI) October 4, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

हल्का लड़ाकू विमान करेगा मिग-21 रिप्लेस : लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट यानी हल्का लड़ाकू विमान (एलएसी) तेजस भारतीय सेना द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला एक स्वदेशी सुपरसोनिक विमान है. तेजस एक फाइटर-जेट है, जो अब मिग-21 की जगह लेने वाला है. एलसीए-तेजस भारत में शुरू किया गया अब तक का सबसे बड़ा आर-डी कार्यक्रम है जिसने 2001 में अपनी पहली उड़ान भरी और तब से कई उपलब्धियां हासिल की हैं. स्वदेश निर्मित हल्के लड़ाकू विमान एमके1 तेजस (एलसीए) आने वाले वर्षों में भारतीय वायुसेना के बेड़े की रीढ़ बनने वाला है और बेंगलुरु में एलएएल द्वारा बड़ी संख्या में इसका उत्पादन किया जाता है. वहीं, एचएएल को पहले ही 123 विमानों का ऑर्डर मिल चुका है, जिनमें से 32 लड़ाकू विमानों की आपूर्ति भारतीय वायुसेना को कर दी गई है. दो स्क्वाड्रन पहले से ही सुलूर, एएफ बेस पर वायु सेना में कार्यरत हैं. अब वायुसेना ने अतिरिक्त 97 एलसीए तेजस एमके 1ए खरीदने की योजना बनाई है, जिसके तहत 83 एलसीए मार्क 1ए के लिए एक करार भी किया गया है. वहीं, साल 2025 तक मिग-21 लड़ाकू विमान का संचालन बंद कर उसकी जगह एलसीए तेजस को लाए जाने की भी योजना है. एक या दो महीने में, पहले एक मिग-21 स्क्वाड्रन का संचालन शुरू होगा और उसके बाद आखिरी स्क्वाड्रन को लॉन्च किया जाएगा.

  • #WATCH | Bengaluru, Karnataka | MoS Defence Ajay Bhatt says, "HAL has created history once again today. In these 9 years, we have been going to the top, step by step. Today, twin-seater LCA Tejas has been dedicated to the nation. This is an unforgettable historic day...This is… pic.twitter.com/ThhhRB4SbU

    — ANI (@ANI) October 4, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

एलसीए तेजस कितना तेज : एलसीए तेजस को मिग-21 लड़ाकू विमानों के साथ रिप्लेस करने की तैयारी चल रही है. 2003 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट कार्यक्रम को 'तेजस' (संस्कृत में जिसका अर्थ चमक) नाम दिया गया था. यह दूसरा सुपरसोनिक फाइटर जेट है जिसे एचएएल द्वारा विकसित किया गया था (पहला HAL HF-24 मारूत है). एलसीए तेजस एक सिंगल इंजन वाला बहुउद्देश्यीय हल्का लड़ाकू विमान है. यह अपनी श्रेणी का सबसे हल्का और सबसे छोटा बहुउद्देश्यीय सुपरसोनिक लड़ाकू विमान है. इसे हवा से हवा, हवा से सतह, सटीक-निर्देशित और गतिरोध हथियार ले जाने के लिए डिज़ाइन किया गया है. तेजस में सिंगल-इंजन, कंपाउंड डेल्टा विंग और टेललेस डिजाइन है.

  • #WATCH | Bengaluru, Karnataka: Hindustan Aeronautics Limited (HAL) hands over Light Combat Aircraft (LCA) twin-seater trainer version aircraft to the Indian Air Force (IAF) pic.twitter.com/o0EDeJPRuU

    — ANI (@ANI) October 4, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

एलसीए तेजस की विशिष्टता : तेजस में 4000 किलो का अधिकतम भार वहन करने की क्षमता है. यह एक सिंगल इंजन के साथ सिंगल पायलट विमान भी है, जिसका अधिकतम टेकऑफ वजन 13,300 किलो है. यह मैक 1.8 की अधिकतम गति में उड़ान भर सकता है. इसकी सामान्य सीमा 850 किमी और युद्धक सीमा 500 किमी है. इसकी एक और खासियत यह है कि तेजस एक साधारण डिजाइन में कम लागत वाला विमान है. इसलिए, यह कम लागत के प्रति जागरूक एशियाई देशों को काफी आकर्षक करता है. यहां तक कि सिंगापुर, मिस्र, श्रीलंका, संयुक्त अरब अमीरात, तुर्कमेनिस्तान और मलेशिया ने इस विमान को खरीदने में रुचि भी दिखाई, लेकिन एचएएल ने इसे बेचने से इनकार कर दिया.

  • #WATCH | Bengaluru, Karnataka: MoS Defence Ajay Bhatt says "Today is a historic day. I am very proud to be in HAL and to witness all agreements done here. We have handed over the first LCA twin-seater to IAF. Some years ago we were dependent on other countries for fighter jets.… https://t.co/KKhlrZ18LO pic.twitter.com/xKmGxunmVA

    — ANI (@ANI) October 4, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

एलसीए के वैरियंट्स : एलसीए के तीन वैरियंट हैं. वो हैं- तेजस मार्क 1 (एलसीए तेजस एमके2), तेजस मार्क 1ए (एलसीए तेजस एमके 1ए) और ट्रेनर वेरिएंट. बहरहाल, वायु सेना से एचएएल को मिले 83 तेजस के ऑडर में 73 एलसीए तेजस एमके-1ए लड़ाकू विमान और 10 एलसीए तेजस एमके-1 ट्रेनर विमान विमान शामिल हैं. एमके-1ए वैरिएंट एक इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली है. इसमें स्कैन रडार, दृश्य सीमा (बीवीआर) मिसाइलों और रेडियो (एसडीआर) का ऑपरेटिंग सिस्टम है. इस लिहाज से एमके 1ए नेटवर्क एक बेहतरीन वॉर सिस्टम है. एलसीए तेजस एमके2 की बात करें तो यह सिंगल इंजन वाला मीडियम वेट फाइटर है. एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी इसे वायु सेना के लिए एचएएल के एयरक्राफ्ट रिसर्च एंड डिजाइन सेंटर के सहयोग से डिजाइन करती है. वहीं, ट्रेनर वेरिएंट अभी भी प्रक्रिया में है, और ट्रेनर वेरिएंट एक प्रकार से वायु सेना के पायलटों को प्रशिक्षण देने के लिए 2-सीटर ऑपरेशनल कन्वर्जन ट्रेनर है.

पढ़ें : IAF की और बढ़ेगी पावर, एलसीए मार्क 1ए के लिए किया करार, मिग-21 लड़ाकू विमान होंगे बंद

हैदराबाद : भारतीय वायु सेना (आईएएफ) की ताकत अब दुगुनी होने जा रही है. हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) बुधवार को बेंगलुरु में पहला लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए) ट्विन-सीटर ट्रेनर संस्करण विमान आईएएफ को सौंपने जा रहा है. गौरतलब है कि एचएएल के पास आईएएफ से 18 ट्विन सीटर प्लेन का ऑर्डर पहले से है, जिसमें से आठ ट्विन सीटर वो वित्त वर्ष 2023-24 में डिलीवर करेगा. इसके अलावा, 2026-27 तक 10 ट्विन सीटर की आपूर्ति क्रमिक रूप से की जाएगी. वहीं, वायु सेना से आगे भी ऑर्डर मिलने की एचएएल को उम्मीद है.

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हल्का लड़ाकू विमान करेगा मिग-21 रिप्लेस : लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट यानी हल्का लड़ाकू विमान (एलएसी) तेजस भारतीय सेना द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला एक स्वदेशी सुपरसोनिक विमान है. तेजस एक फाइटर-जेट है, जो अब मिग-21 की जगह लेने वाला है. एलसीए-तेजस भारत में शुरू किया गया अब तक का सबसे बड़ा आर-डी कार्यक्रम है जिसने 2001 में अपनी पहली उड़ान भरी और तब से कई उपलब्धियां हासिल की हैं. स्वदेश निर्मित हल्के लड़ाकू विमान एमके1 तेजस (एलसीए) आने वाले वर्षों में भारतीय वायुसेना के बेड़े की रीढ़ बनने वाला है और बेंगलुरु में एलएएल द्वारा बड़ी संख्या में इसका उत्पादन किया जाता है. वहीं, एचएएल को पहले ही 123 विमानों का ऑर्डर मिल चुका है, जिनमें से 32 लड़ाकू विमानों की आपूर्ति भारतीय वायुसेना को कर दी गई है. दो स्क्वाड्रन पहले से ही सुलूर, एएफ बेस पर वायु सेना में कार्यरत हैं. अब वायुसेना ने अतिरिक्त 97 एलसीए तेजस एमके 1ए खरीदने की योजना बनाई है, जिसके तहत 83 एलसीए मार्क 1ए के लिए एक करार भी किया गया है. वहीं, साल 2025 तक मिग-21 लड़ाकू विमान का संचालन बंद कर उसकी जगह एलसीए तेजस को लाए जाने की भी योजना है. एक या दो महीने में, पहले एक मिग-21 स्क्वाड्रन का संचालन शुरू होगा और उसके बाद आखिरी स्क्वाड्रन को लॉन्च किया जाएगा.

  • #WATCH | Bengaluru, Karnataka | MoS Defence Ajay Bhatt says, "HAL has created history once again today. In these 9 years, we have been going to the top, step by step. Today, twin-seater LCA Tejas has been dedicated to the nation. This is an unforgettable historic day...This is… pic.twitter.com/ThhhRB4SbU

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एलसीए तेजस कितना तेज : एलसीए तेजस को मिग-21 लड़ाकू विमानों के साथ रिप्लेस करने की तैयारी चल रही है. 2003 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट कार्यक्रम को 'तेजस' (संस्कृत में जिसका अर्थ चमक) नाम दिया गया था. यह दूसरा सुपरसोनिक फाइटर जेट है जिसे एचएएल द्वारा विकसित किया गया था (पहला HAL HF-24 मारूत है). एलसीए तेजस एक सिंगल इंजन वाला बहुउद्देश्यीय हल्का लड़ाकू विमान है. यह अपनी श्रेणी का सबसे हल्का और सबसे छोटा बहुउद्देश्यीय सुपरसोनिक लड़ाकू विमान है. इसे हवा से हवा, हवा से सतह, सटीक-निर्देशित और गतिरोध हथियार ले जाने के लिए डिज़ाइन किया गया है. तेजस में सिंगल-इंजन, कंपाउंड डेल्टा विंग और टेललेस डिजाइन है.

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एलसीए तेजस की विशिष्टता : तेजस में 4000 किलो का अधिकतम भार वहन करने की क्षमता है. यह एक सिंगल इंजन के साथ सिंगल पायलट विमान भी है, जिसका अधिकतम टेकऑफ वजन 13,300 किलो है. यह मैक 1.8 की अधिकतम गति में उड़ान भर सकता है. इसकी सामान्य सीमा 850 किमी और युद्धक सीमा 500 किमी है. इसकी एक और खासियत यह है कि तेजस एक साधारण डिजाइन में कम लागत वाला विमान है. इसलिए, यह कम लागत के प्रति जागरूक एशियाई देशों को काफी आकर्षक करता है. यहां तक कि सिंगापुर, मिस्र, श्रीलंका, संयुक्त अरब अमीरात, तुर्कमेनिस्तान और मलेशिया ने इस विमान को खरीदने में रुचि भी दिखाई, लेकिन एचएएल ने इसे बेचने से इनकार कर दिया.

  • #WATCH | Bengaluru, Karnataka: MoS Defence Ajay Bhatt says "Today is a historic day. I am very proud to be in HAL and to witness all agreements done here. We have handed over the first LCA twin-seater to IAF. Some years ago we were dependent on other countries for fighter jets.… https://t.co/KKhlrZ18LO pic.twitter.com/xKmGxunmVA

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एलसीए के वैरियंट्स : एलसीए के तीन वैरियंट हैं. वो हैं- तेजस मार्क 1 (एलसीए तेजस एमके2), तेजस मार्क 1ए (एलसीए तेजस एमके 1ए) और ट्रेनर वेरिएंट. बहरहाल, वायु सेना से एचएएल को मिले 83 तेजस के ऑडर में 73 एलसीए तेजस एमके-1ए लड़ाकू विमान और 10 एलसीए तेजस एमके-1 ट्रेनर विमान विमान शामिल हैं. एमके-1ए वैरिएंट एक इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली है. इसमें स्कैन रडार, दृश्य सीमा (बीवीआर) मिसाइलों और रेडियो (एसडीआर) का ऑपरेटिंग सिस्टम है. इस लिहाज से एमके 1ए नेटवर्क एक बेहतरीन वॉर सिस्टम है. एलसीए तेजस एमके2 की बात करें तो यह सिंगल इंजन वाला मीडियम वेट फाइटर है. एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी इसे वायु सेना के लिए एचएएल के एयरक्राफ्ट रिसर्च एंड डिजाइन सेंटर के सहयोग से डिजाइन करती है. वहीं, ट्रेनर वेरिएंट अभी भी प्रक्रिया में है, और ट्रेनर वेरिएंट एक प्रकार से वायु सेना के पायलटों को प्रशिक्षण देने के लिए 2-सीटर ऑपरेशनल कन्वर्जन ट्रेनर है.

पढ़ें : IAF की और बढ़ेगी पावर, एलसीए मार्क 1ए के लिए किया करार, मिग-21 लड़ाकू विमान होंगे बंद

Last Updated : Oct 4, 2023, 7:22 PM IST
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