शाहजहांपुर : शाहजहांपुर जिला एवं सत्र न्यायालय परिसर में हुई वकील की हत्या का पुलिस ने पांच घंटे के अंदर खुलासा कर दिया है. कोर्ट के भीतर वकील की हत्या एक साथी वकील ने ही की है. पुलिस ने हत्या के आरोपी वकील को गिरफ्तार कर लिया है. हत्यारोपी वकील का नाम सुरेश चंद्र गुप्ता है. फिलहाल पुलिस मामले की आगे की कार्रवाई में जुट गई है.
मिली जानकारी के मुताबिक दो वकीलों (वकील भूपेंद्र सिंह और सुरेश चंद्र गुप्ता ) के बीच काफी दिनों से रंजिश चल रही थी. हत्या के आरोपी वकील सुरेश चंद्र गुप्ता ने वारदात को लेकर बताया कि वकील भूपेंद्र सिंह ने उसके ऊपर कई फर्जी मुकदमे किए हुए थे, जिसको लेकर वो काफी दिनों से परेशान थे. वकील सुरेश चंद्र गुप्ता का कहना था कि भूपेंद्र सिंह द्वारा किए गए फर्जी मुकदमों से वो इतना परेशान हो गए थे कि उन्होंने ठान लिया कि या तो खुद को गोली मार लेंगे, या वकील भूपेंद्र सिंह की हत्या कर देंगे. आज मौका मिल गया और उन्होंने उनको गोली मार दी.
फिलहाल पुलिस ने आरपी वकील सुरेश चंद्र गुप्ता को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है. दूसरी तरफ कचहरी में सुरक्षा के मद्देनजर गेट नंबर 4 पर तैनात सब इंस्पेक्टर और 3 पुलिस कर्मियों को भी सस्पेंड कर दिया गया है. प्रशासन ने इनके ऊपर लापरवाही को लेकर ये कार्रवाई की है. यह पूरा मामला थाना सदर बाजार के कोर्ट परिसर की है.
ये है पूरा मामला-
दरअसल, पूरा मामला शाहजहांपुर के थाना सदर बाजार के जिला एवं सत्र न्यायालय शाहजहांपुर का है. यहां तीसरी मंजिल पर बने रिकॉर्ड रूम में एक वकील भूपेंद्र सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई. वारदात के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई थी. पुलिस महकमे में भी हड़कंप मच गया था. आनन-फानन में पुलिस कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी थी. आखिर में पांच घंटे के भीतर ही पुलिस ने पूरी वारदात का खुलासा कर दिया.
घटना के बाद आनन-फानन में कोर्ट में भारी सुरक्षा बल की तैनाती कर दी गई थी. मौके पर डीएम और एसपी पहुंच कर पड़ताल में जुट गए थे. मौके से एक तमंचा भी पाया गया था. आनन-फानन में मौके पर डॉग स्क्वायड और फॉरेंसिक टीम पहुंची और जांच में जुट गई. वहीं वकील के शव को एंबुलेंस से पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया था. वकील की हत्या को लेकर वकीलों में बेहद गुस्सा नजर आ रहा है. वकीलों का कहना था कि वकील न्यायालय में भी सुरक्षित नहीं हैं.
बता दें कि शाहजहांपुर के जिला एवं सत्र न्यायालय में चार गेट हैं, जिसमें तीन गेट से पब्लिक की इंट्री की जाती है. जिस पर मेटल डिटेक्टर और पुलिस बल तैनात रहता है. वहीं, चौथे गेट से मजिस्ट्रेट और न्यायाधीश की एंट्री की जाती है. लेकिन पब्लिक गेट पर मेटल डिटेक्टर होने बाद भी तमंचा कैसे कचहरी परिसर के अंदर पहुंचा यह बहुत बड़ा सवाल है. वहीं सपा, बसपा व कांग्रेस ने ट्वीट कर सरकार पर निशाना साधा है.
प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘विधि और न्यायिक बिरादरी हमारे लोकतंत्र का अभिन्न स्तंभ है. शाहजहांपुर में अदालत परिसर के भीतर एक वकील की दिनदहाड़े निर्मम हत्या किया जाना, इस बात का एक और उदाहरण है कि उत्तर प्रदेश में आज कोई सुरक्षित नहीं है, चाहे वो महिलाएं हों, किसान हों और या फिर वकील ही क्यों न हों.’’
वकील की गोली मारकर हत्या किए जाने के मामले में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी ट्वीट करके के सरकार पर निशाना साधा है. अखिलेश ने ट्वीट किया है कि शाहजहांपुर में कोर्ट में वकील की हत्या ने सरकार के झूटे प्रचार का सच जनता के सामने लाकर रख दिया है.
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बीएसपी प्रमुख मायावती ने इस घटना को निंदनीय बताते हुए सरकार को घेरा है, उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है कि कोर्ट परिसर में वकील की आज दिन दहाड़े हुई हत्या अति-दुखद व शर्मनाक जो यहां की भाजपा सरकार में कानून-व्यवस्था की स्थिति व इस सम्बंध में सरकारी दावों की पोल खोलती है.