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साल 2020 का अंतिम सूर्य ग्रहण आज, भारत में नहीं दिखेगा

साल 2020 का अंतिम सूर्य ग्रहण आज 14 दिसंबर को लग रहा है. हालांकि यह ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा और न ही इसका सूतक काल माना जाएगा. जानें इस ग्रहण के बारे में.

सूर्य ग्रहण
सूर्य ग्रहण
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Published : Dec 14, 2020, 8:28 AM IST

Updated : Dec 14, 2020, 8:45 AM IST

हैदराबाद : सोमवार 14 दिसंबर को मार्गशीर्ष मास की अमावस्या पर सूर्य ग्रहण लग रहा है, लेकिन यह ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा. ग्रहण भारतीय समयानुसार शाम 7.03 बजे शुरु होगा, इसका मध्यकाल रात 9.43 बजे होगा और रात 12.23 बजे ग्रहण समाप्त हो जाएगा.

ज्योतिषों का कहना है कि इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 14 दिसंबर सोमवार को लग रहा है. यह सूर्य ग्रहण पूर्ण होगा. भारत में न दिखते की वजह से इसका प्रभाव नहीं होगा जिस कारण इसका सूतक काल नहीं माना जाएगा.

यह ग्रहण अफ्रीका के दक्षिणी भाग, दक्षिण अमेरिका, अटलांटिक, हिन्द और प्रशांत महासागर क्षेत्र में प्रभावी रहेगा. साल 2020 में कुल 6 ग्रहण, जिसमें 4 चंद्र और 2 सूर्य ग्रहण थे.

साल 2020 में 3 बार बना सोमवती अमावस्या का संयोग

ज्योतिषों के अनुसार आज ही के दिन सोमवती अमावस्या भी पड़ रहा है. इस दिन सूर्य और चंद्रमा एक ही राशि में स्थित होते हैं. इस दिन अनुष्ठान और दान का भी बहुत महत्व होता है.

सोमवार को पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहते हैं. इस बार ये संयोग 14 दिसंबर को बन रहा है. सोमवती अमावस्या का संयोग साल में 2 या कभी-कभी 3 बार भी बन जाता है. इस अमावस्या को हिन्दू धर्म में पर्व कहा गया है. इस दिन विवाहित स्त्रियों द्वारा अपने पति की लंबी उम्र की कामना से व्रत किया जाता है.

इस दिन मौन व्रत रहने से हजारों गायें दान करने का फल मिलता है. सोमवती अमावस्या पर तीर्थ स्थानों पर जाकर पवित्र नदियों के जल से स्नान करने की परंपरा है लेकिन महामारी के चलते घर पर ही पानी में गंगाजल या अन्य पवित्र नदी का पानी मिलाकर नहाना चाहिए. ऐसा करने से भी तीर्थ स्नान जितना पुण्य मिलता है.

हैदराबाद : सोमवार 14 दिसंबर को मार्गशीर्ष मास की अमावस्या पर सूर्य ग्रहण लग रहा है, लेकिन यह ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा. ग्रहण भारतीय समयानुसार शाम 7.03 बजे शुरु होगा, इसका मध्यकाल रात 9.43 बजे होगा और रात 12.23 बजे ग्रहण समाप्त हो जाएगा.

ज्योतिषों का कहना है कि इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 14 दिसंबर सोमवार को लग रहा है. यह सूर्य ग्रहण पूर्ण होगा. भारत में न दिखते की वजह से इसका प्रभाव नहीं होगा जिस कारण इसका सूतक काल नहीं माना जाएगा.

यह ग्रहण अफ्रीका के दक्षिणी भाग, दक्षिण अमेरिका, अटलांटिक, हिन्द और प्रशांत महासागर क्षेत्र में प्रभावी रहेगा. साल 2020 में कुल 6 ग्रहण, जिसमें 4 चंद्र और 2 सूर्य ग्रहण थे.

साल 2020 में 3 बार बना सोमवती अमावस्या का संयोग

ज्योतिषों के अनुसार आज ही के दिन सोमवती अमावस्या भी पड़ रहा है. इस दिन सूर्य और चंद्रमा एक ही राशि में स्थित होते हैं. इस दिन अनुष्ठान और दान का भी बहुत महत्व होता है.

सोमवार को पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहते हैं. इस बार ये संयोग 14 दिसंबर को बन रहा है. सोमवती अमावस्या का संयोग साल में 2 या कभी-कभी 3 बार भी बन जाता है. इस अमावस्या को हिन्दू धर्म में पर्व कहा गया है. इस दिन विवाहित स्त्रियों द्वारा अपने पति की लंबी उम्र की कामना से व्रत किया जाता है.

इस दिन मौन व्रत रहने से हजारों गायें दान करने का फल मिलता है. सोमवती अमावस्या पर तीर्थ स्थानों पर जाकर पवित्र नदियों के जल से स्नान करने की परंपरा है लेकिन महामारी के चलते घर पर ही पानी में गंगाजल या अन्य पवित्र नदी का पानी मिलाकर नहाना चाहिए. ऐसा करने से भी तीर्थ स्नान जितना पुण्य मिलता है.

Last Updated : Dec 14, 2020, 8:45 AM IST
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