चेंगलपट्टू: तमिलनाडु के प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरू बंगारू आदिगलर की अंतिम यात्रा 20 अक्टूबर, 2023 को पूरे राजकीय सम्मान के साथ निकाली गई. उन्हें तमिलनाडु के मेलमारुवथुर में ससम्मान दफनाया गया. अपने श्रद्धेय आध्यात्मिक नेता को भावभीनी श्रद्धांजलि देने के लिए गुरुवार शाम से ही क्षेत्र के कोने-कोने से बड़ी संख्या में श्रद्धालु एकत्र हुए.
तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि और मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने बंगारू आदिगलर को पुष्पांजलि अर्पित करके उनको श्रद्धांजलि अर्पित की, जिनकी शिक्षाओं और उपस्थिति ने अनगिनत अनुयायियों के जीवन को प्रभावित किया था. उनके अंतिम दर्शन के लिए सैकड़ों लोगों की भीड़ वहां मौजूद रही है. इस दौरान राज्य की पुलिस ने आध्यात्मिक नेता को गार्ड ऑफ ऑनर दिया और बंदूकों से सलामी दी.
बंदूकों की सलामी के बाद गुरु के परिवार के सदस्यों द्वारा अंतिम संस्कार किया गया और उनके पार्थिव शरीर को मेलमारुवथुर मंदिर के पवित्र परिसर में दफनाया गया. उनके अंतिम दर्शन के लिए झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन, केंद्रीय राज्य मंत्री एल मुरुगन और डीएमके सांसद जगतरक्षकन सहित कई गणमान्य लोग यहां मौजूद रहे, जो उन्हें श्रद्धांजलि देने और संवेदना व्यक्त करने आए.
अन्नाद्रमुक के सीवे शनमुगम, पीएमके के अंबुमणि रामदास और भाजपा के के. अन्नामलाई जैसे विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने भी दिवंगत आध्यात्मिक नेता को श्रद्धांजलि अर्पित की. बंगारू आदिगलर का गुरुवार को 82 वर्ष की आयु में निधन हो गया, वे अपने पीछे आध्यात्मिक ज्ञान और मार्गदर्शन की एक विरासत छोड़ गए, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए उनके अनुयायियों को प्रेरित और मार्गदर्शन करती रहेगी.