पटना: सियासी वार-पलटवार के बीच लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने सुशील मोदी को ट्वीट करके अपशब्द कहा. सुशील मोदी तेजस्वी यादव के सरकारी आवास को कोविड केयर सेंटर बनाने पर निशाना साध रहे थे. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि- 'तेजस्वी यादव के परिवार में दो बहनें एमबीबीएस डाक्टर हैं. कोरोना संक्रमण के दौर में उनकी सेवाएं क्यों नहीं ली गईं?
इसी ट्वीट पर रोहिणी आचार्य का धैर्य खत्म हो गया. सुशील मोदी को जवाब देते हुए रोहिणी आचार्य ने ताबड़तोड़ एक दर्जन से ज्यादा ट्वीट किए. कुछ ट्वीट तो इतने आपत्तिजनक हैं कि उन्हें बताया भी नहीं जा सकता. रोहिणी आचार्य ने सुशील मोदी को मुंह तोड़ने की धमकी देते हुए ट्वीट में लिखा कि 'ई हाफ़ पैंट मोदी अपनी सृजन चोरनी/कान कटनी/चावल लुटनी बहन के जैसा समझा है तेजस्वी तेज की बहनो को? लुच्चा कहीं का अब हमारे नाम पे राजनीति चमकना चाहता है, मुंह डेधवा.' रोहिणी आचार्य ने फिर लिखा कि 'आज के बाद से मेरा या मेरी बहनों का नाम लिया ना ये लीचर तो मुंह ठुर देंगे आ कर! भाग यहां से राजस्थानी मेंढक.
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आज के बाद से मेरा या मेरी बहनो का नाम लिया ना ये लीचर @SushilModi तो मुँह ठुर देंगे आ कर ! भाग यहाँ से राजस्थानी मेढक
— Rohini Acharya (@RohiniAcharya2) May 19, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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ई सुशील मोदी थेठर है सुधरेगा नहीं जब तक बिहार की बेटियों से थुरायगा नहीं. खबरदार आज के बाद तू या तेरे भोंपू मेरे या मेरी बहनों के बारे में बोले ना तो समझ लेना, जा कर अपनी सो कॉलेज प्रोफेसर बीवी (पता है कैसे बनी) से पूछ लेना कि बेटियों से कैसे बात किया जाता है.'
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ई हाफ़ पैंट मोदी अपनी सृजन चोरनी /कान कटनी / चावल लुटनी बहन के जैसा समझा है तेजस्वी तेज की बहनो को ? लुच्चा कही का अब हमारे नाम पे राजनीति चमकना चाहता है मुँह डेधवा @SushilModi @yadavtejashwi @TejYadav14
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ऐसे शुरू हुआ घमासान
दरअसल, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कोरोना संक्रमितों की मदद के लिए अपने सरकारी आवास में कोविड केयर सेंटर की शुरुआत की. इस पर सवाल उठाते हुए बिहार के राज्यसभा सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि राबड़ी देवी के 10 फ्लैट, कांति देवी से गिफ्ट में मिले दो मंजिला मकान में तेजस्वी यादव ने क्यों नहीं अस्पताल खोला? इसपर निशाना साध रहे थे. इसी के सवाल के जवाब में रोहिणी आचार्य भी कूद पड़ीं.
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ई @SushilModi थेठर है सुधरेगा नहीं जब तक बिहार की बेटियों से थुरायगा नहीं
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पढ़ें : सरकारी आवास में कोविड केयर सेंटर बनाकर निशाने पर आए तेजस्वी, मांझी ने कसा तंज
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खबरदार आज के बाद तू या तेरे भोपु मेरे या मेरी बहनो के बारे में बोले ना तो समझ लेना , जा कर अपनी so called प्रफ़ेसर बीवी (पता है कैसे बनी ) से पूँछ लेना की बेटियों से कैसे बात किया जाता है @SushilModi
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सुशील मोदी के ट्वीट से आमने-सामने
सुशील मोदी ने निशाना साधते हुए कहा कि तेजस्वी यादव को सरकारी आवास के बजाय अवैध तरीके से पटना में अर्जित दर्जनों मकानों में से किसी को कोविड अस्पताल बनाना चाहिए था, जहां गरीबों का मुफ्त में इलाज होता. उनके परिवार में दो बहनें एमबीबीएस डॉक्टर हैं. कोरोना संक्रमण के दौर में उनकी सेवाएं क्यों नहीं ली गईं? यही ट्वीट रोहिणी आचार्य को नागवार गुजरा और उन्होंने एक के बाद एक, ताबड़तोड़ कई ट्वीट किए.
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सरकारी अवास इनके पिता की है जो आग लग रही है , कान खोल कर सुन ले ये जनता की दी हुई है जो मेरा भाई जनता के नाम समर्पित कर सेवा करना चाह रहाँ है तुम्हारे तरह नहीं की जनता के पैसे पे अपने ऐश कर रहाँ है जो कि चोर दरवाज़ा से हर बार हासिल करता है हिम्मत है तो जनता के द्वारा चुन कर आ https://t.co/cR412J72IV
— Rohini Acharya (@RohiniAcharya2) May 19, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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रोहिणी की सुशील मोदी को चुनौती
रोहिणी आचार्य ने ट्वीट कर सुशील मोदी को सीधे जनता से चुनकर आने की चुनौती दी. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि- 'सरकारी अवास इनके पिता की है जो आग लग रही है, कान खोल कर सुन ले ये जनता की दी हुई है जो मेरा भाई जनता के नाम समर्पित कर सेवा करना चाह रहाँ है तुम्हारे तरह नहीं की जनता के पैसे पे अपने ऐश कर रहाँ है जो कि चोर दरवाज़ा से हर बार हासिल करता है हिम्मत है तो जनता के द्वारा चुन कर आ'
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सुन ना हाफ़पैंट मोदी अपने चाय वाले मोदी को चाय बेचवा देते तो आज मेरे भारत को ये दिन ना देखना पड़ता, बोल अपने मोदी को कुर्सी से उतर जाए और फिर से चाय बेचे https://t.co/jBymCEKTx1
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तेजस्वी के सरकारी आवास में कोविड केयर सेंटर खोलने को सत्ता पक्ष नौटंकी करार दे रहा है. दूसरी ओर आरजेडी इसके जरिए सरकारी इंतजामों पर सवालिया निशान लगा रहा है. लगातार लालू परिवार पर निशाना साधते देख रोहिणी आचार्य ने सुशील मोदी को खूब खरी खोटी सुनाई और दोनों ट्विटर पर ही आमने-सामने आ गए.
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तेजस्वी यादव के परिवार में दो बहनें एमबीबीएस डाक्टर हैं। कोरोना संक्रमण के दौर में उनकी सेवाएँ क्यों नहीं ली गईं?
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) May 19, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
यदि राजद नेतृत्व में गरीबों की सेवा के लिए तत्परता और गंभीरता होती, तो अस्पताल शुरू करने के लिए पहले सरकार से अनुमति ली जाती और उसके मानकों का पालन किया जाता।
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यदि राजद नेतृत्व में गरीबों की सेवा के लिए तत्परता और गंभीरता होती, तो अस्पताल शुरू करने के लिए पहले सरकार से अनुमति ली जाती और उसके मानकों का पालन किया जाता।तेजस्वी यादव के परिवार में दो बहनें एमबीबीएस डाक्टर हैं। कोरोना संक्रमण के दौर में उनकी सेवाएँ क्यों नहीं ली गईं?
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) May 19, 2021
यदि राजद नेतृत्व में गरीबों की सेवा के लिए तत्परता और गंभीरता होती, तो अस्पताल शुरू करने के लिए पहले सरकार से अनुमति ली जाती और उसके मानकों का पालन किया जाता।