लखनऊ : उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में गत रविवार को हुई हिंसा में मारे गए 19 वर्षीय लवप्रीत सिंह के परिवार ने शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया है. पीड़ित किसान परिवार का कहना है कि जब तक उन्हें पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं मिलती है, वो शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे.
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के कार्यक्रम के विरोध में किसान प्रदर्शन कर रहे थे. आरोप है कि इस दौरान केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के बेटे अशीष मिश्रा के काफिले में शामिल वाहन ने प्रदर्शनकारी किसानों को रौंद दिया. जिसमें लवप्रीत सिंह समेत चार किसानों की मौत हो गई थी. इस हिंसा में कुल नौ लोगों की मौत हुई है.
लवप्रीत के पिता ने कहा, मेरे बेटे को एक कार के नीचे कुचल दिया गया. आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है. प्रशासन इस मामले को दबाने की कोशिश कर रहा है. उन्होंने आगे कहा कि उनका बेटा यह कहकर घर से निकला था कि वह अच्छे काम के लिए बाहर जा रहा है.
लवप्रीत के शव को एक ताबूत में रखा गया है और परिवार पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है.
बेटे की मौत से व्यथित पिता ने बताया, 'जब उसे (लवप्रीत सिंह) अस्पताल ले जाया गया तो उसने फोन किया और कहा कि प्लीज जल्दी आ जाओ. जब हम अस्पताल पहुंचे, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी.'
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किसानों का आरोप है कि लवप्रीत को कुचलने वाली कार को मंत्री का बेटा आशीष मिश्रा चला रहा था. उत्तर प्रदेश पुलिस ने मिश्रा के खिलाफ मामला दर्ज किया है, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
(IANS)