लखनऊ : आम आदमी पार्टी सांसद संजय सिंह आज बहराइच के लिए रवाना हो रहे हैं. वह यहां लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में मंत्री के बेटे की गाड़ी से कुचलकर मारे गए बहराइच निवासी स्वर्गीय गुरविंदर सिंह और दलजीत सिंह के परिवार से मुलाकात करेंगे.
प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधते हुए संजय सिंह ने कहा कि योगी सरकार मारो और मुआवजा दो की नीति पर चल रही है. उन्होंने साफ कहा कि आम आदमी पार्टी पहले ही दिन से किसान आंदोलन के साथ खड़ी है. वह आगे भी उनके साथ खड़ी रहेगी. लखीमपुर खीरी कांड के मामले में पार्टी की तरफ से उच्च स्तरीय जांच के साथ आरोपियों की गिरफ्तारी और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के पद से इस्तीफा दिए जाने की मांग की गई है.
सांसद संजय सिंह ने कहा कि किसानों की हत्या को लेकर जब पूरा देश शोक में था तब योगी और मोदी लखनऊ में अमृत महोत्सव मना रहे थे, लेकिन वो मारे गए किसानों के परिवार से मिलने नहीं गए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास ब्राजील और अर्जेंटीना के फुटबॉल खिलाड़ियों के निधन पर शोक जताने का वक्त है, लेकिन उनके मंत्री के बेटे द्वारा कीड़े मकोड़ों की तरह गाड़ी से रौंदकर मौत के घाट उतार दिए गए. किसानों के परिवारों से मिलने के लिए उनके पास वक्त नहीं है. उन्होंने कहा कि मुझे और मेरे साथियों को 56 घंटे हिरासत में रखा गया. विपक्ष को वहां जाने से रोका गया, ताकि सच्चाई सामने न आने पाए.
कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू लखीमपुर जाने के लिए बाजपुर से निकल चुके हैं. सिद्धू के काफिले में 2 दर्जन से अधिक गाड़ियां बताई जा रही है. पीलीभीत के जिला प्रशासन ने उत्तराखंड और यूपी की सीमा से नवजोत सिंह सिद्धू को रिसीव कर लिया है. जानकारी मिली है कि लखीमपुर खीरी जाने रोके जाने के बाद वह देररात बाजपुर पहुंच गए थे. उन्होंने यहां विधायक कुलजीत के रिश्तेदार के घर पर रात्रि विश्राम किया.
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बताया जा रहा है कि नवजोत सिंह कल लखीमपुर खीरी के लिए निकले थे. ऐसे में पुलिस ने उन्हें सहारनपुर बॉर्डर पर ही रोक दिया, जिसके बाद नवजोत सिंह सिद्धू देररात बाजपुर पहुंचे. सिद्धू आज फिर लखीमपुर खीरी जाने का प्रयास करेंगे. उनके साथ पंजाब के फतेहगढ़ साहिब से विधायक कुलजीत नागरा भी हैं.
लखीमपुर खीरी विवाद : उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य रविवार को एक कार्यक्रम के लिए लखीमपुर खीरी के दौरे पर थे. इस बीच किसानों ने मौर्य के दौरे के विरोध में प्रदर्शन शुरू कर दिया. गाड़ियों का एक काफिला केशव प्रसाद मौर्य को रिसीव करने के लिए जा रहा था, जिसमें केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा भी शामिल थे. रास्ते में तिकुनिया इलाके में प्रदर्शनकारी किसानों से भाजपा कार्यकर्ताओं की झड़प हो गई. आरोप है कि आशीष मिश्रा ने प्रदर्शनकारी किसानों को गाड़ी से रौंद दिया, जिससे चार लोगों की मौत हो गई. किसानों की मौत के बाद हिंसा भड़क गई और भाजपा नेता के ड्राइवर समेत चार लोगों भी मारे गए.