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एलएंडटी को मिला बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट का ठेका

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Published : May 5, 2022, 3:04 PM IST

कोरोना के दौर खत्म होने के बाद मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन कोरिडोर के निर्माण ने गति पकड़ ली है. इसी कड़ी में नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (NHHRCL) ने एलएंडटी को 116 किलोमीटर ट्रैक बनाने का कॉन्ट्रैक्ट दिया है.

Bullet Train Project
Bullet Train Project

नई दिल्ली. देश के पहले बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट का काम प्रगति पर है. निर्माण क्षेत्र की कंपनी एलएंडटी को बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए एक और बड़ा ठेका मिला है. कंपनी ने गुरुवार को बताया कि एलएंडटी कंस्ट्रक्शन को यह प्रोजेक्ट नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (NHHRCL) से मिला है.

कंपनी ने एक बयान में कहा, एलएंडटी कंस्ट्रक्शन को अनुबंध के तहत मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड ट्रेन (MAHSR) प्रोजेक्ट के लिए 116 किलोमीटर के मार्ग पर हाई-स्पीड गिट्टी रहित ट्रैक का निर्माण करना है. इसे बुलेट ट्रेन परियोजना के नाम से भी जाना जाता है. एलएंडटी कंस्ट्रक्शन ने बताया कि यह अनुबंध 2,500-5,000 करोड़ रुपये का है. कंपनी की ओर से बनाए गए ट्रैक पर ट्रेन 320 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकेगी. यह कंपनी भारत समेत अन्य देशों में इस तरह की कई परियोजनाओं पर काम कर रही है.

नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) मुंबई-अहमदाबाद के बीच हाई स्पीड रेल (MAHSR) प्रोजेक्ट को पूरा कर रहा है, जिसे बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट कहा जा रहा है. पीएम नरेंद्र मोदी और जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने 14 सितंबर, 2017 को इस महात्वाकांक्षी 1.08 लाख करोड़ रुपये की परियोजना का शिलान्यास किया था. इस कॉरिडोर के खंभों की औसत ऊंचाई करीब 13.05 मीटर है .

अहमदाबाद से मुंबई के बीच इसके रूट में 12 स्टेशन आएंगे. 320 किमी प्रति घंटे की स्पीड चलने वाली बुलेट ट्रेन मुंबई-अहमदाबाद की 508 किलोमीटर की दूरी को करीब करीब 2 घंटे में पूरा करेगी. अभी इस दूरी को तय करने में कम से कम 7 घंटे लगते हैं. 2017 में शुरू हुए इस प्रोजेक्ट को 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था. मगर कोरोना महामारी और महाराष्ट्र में भूमि अधिग्रहण की धीमी रफ्तार से इसकी डेडलाइन बदल गई. अब उम्मीद जताई जा रही है कि 2026 में बुलेट ट्रेन का ट्रायल हो सकेगा.

(भाषा इनपुट)

पढ़ें : 2026 में बुलेट ट्रेन का ट्रायल, महाराष्ट्र को लेकर प्रोजेक्ट में देरी

नई दिल्ली. देश के पहले बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट का काम प्रगति पर है. निर्माण क्षेत्र की कंपनी एलएंडटी को बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए एक और बड़ा ठेका मिला है. कंपनी ने गुरुवार को बताया कि एलएंडटी कंस्ट्रक्शन को यह प्रोजेक्ट नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (NHHRCL) से मिला है.

कंपनी ने एक बयान में कहा, एलएंडटी कंस्ट्रक्शन को अनुबंध के तहत मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड ट्रेन (MAHSR) प्रोजेक्ट के लिए 116 किलोमीटर के मार्ग पर हाई-स्पीड गिट्टी रहित ट्रैक का निर्माण करना है. इसे बुलेट ट्रेन परियोजना के नाम से भी जाना जाता है. एलएंडटी कंस्ट्रक्शन ने बताया कि यह अनुबंध 2,500-5,000 करोड़ रुपये का है. कंपनी की ओर से बनाए गए ट्रैक पर ट्रेन 320 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकेगी. यह कंपनी भारत समेत अन्य देशों में इस तरह की कई परियोजनाओं पर काम कर रही है.

नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) मुंबई-अहमदाबाद के बीच हाई स्पीड रेल (MAHSR) प्रोजेक्ट को पूरा कर रहा है, जिसे बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट कहा जा रहा है. पीएम नरेंद्र मोदी और जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने 14 सितंबर, 2017 को इस महात्वाकांक्षी 1.08 लाख करोड़ रुपये की परियोजना का शिलान्यास किया था. इस कॉरिडोर के खंभों की औसत ऊंचाई करीब 13.05 मीटर है .

अहमदाबाद से मुंबई के बीच इसके रूट में 12 स्टेशन आएंगे. 320 किमी प्रति घंटे की स्पीड चलने वाली बुलेट ट्रेन मुंबई-अहमदाबाद की 508 किलोमीटर की दूरी को करीब करीब 2 घंटे में पूरा करेगी. अभी इस दूरी को तय करने में कम से कम 7 घंटे लगते हैं. 2017 में शुरू हुए इस प्रोजेक्ट को 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था. मगर कोरोना महामारी और महाराष्ट्र में भूमि अधिग्रहण की धीमी रफ्तार से इसकी डेडलाइन बदल गई. अब उम्मीद जताई जा रही है कि 2026 में बुलेट ट्रेन का ट्रायल हो सकेगा.

(भाषा इनपुट)

पढ़ें : 2026 में बुलेट ट्रेन का ट्रायल, महाराष्ट्र को लेकर प्रोजेक्ट में देरी

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