कोटा. दशहरा मैदान में रविवार को देश के सबसे बड़ा लोन मेला आयोजित किया (Loan fair in Kota) गया. इस दौरान रिकॉर्ड 33834 लाभार्थियों को 1579.56 करोड़ का ऋण जारी किया गया. लोकसभा स्पीकर ओम बिरला और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लाभार्थियों को टोकन स्वरूप चेक सौंपे. हालांकि, ज्यादातर लोगों के अकाउंट में ही डिजिटल मनी ट्रांसफर किया गया है. सड़क पर सब्जी, फल, फूल, चाय-नास्ता तथा अन्य फुटकर सामग्री बेचने वाले स्ट्रीट वेंडर्स से लेकर लघु उद्यमी, स्वयं सहायता समूह, पशुपालक, किसान, युवाओं को लोन जारी हुआ है.
इस दौरान सीतारमण ने कहा कि देश के निर्माण में हर व्यक्ति का योगदान हो, यह सपना पीएम नरेंद्र मोदी (Nirmala Sitharaman in Kota Loan Fair) का है. इसी संकल्प के तहत वंचित और अभावग्रस्त लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए यह ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि समाज के सबसे कमजोर वर्ग को मजबूत करने की दिशा में यह बड़ी पहल है. इसके सकारात्मक परिणाम आएंगे.
पढ़ें. डेडीकेटेड लीडरशिप और करप्शन फ्री एडमिनिस्ट्रेशन से बदलती है साइकोलॉजी : निर्मला सीतारमण
आपके गारंटर पीएम मोदी हैं : कार्यक्रम में निर्मला सीतारमण ने कहा कि आर्थिक समृद्धि के लिए वे बैंक से ऋण लें. इसके लिए सोना, जमीन या अन्य किसी चीज की गारंटी देने की जरूरत नहीं है. आपके गारंटर स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं. देश में अब हालात बदल गए हैं. बैंक अब आम आदमी और गरीब के साथ है. यही कारण है कि पिछले तीन महीने से बैंकों के अधिकारियों ने कोटा और बूंदी की सभी पंचायत से लेकर कस्बों और शहर में घूम-घूम कर विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी और ऋण के फॉर्म भरवाए. कोटा में हमने एक ही दिन में 1580 करोड़ के ऋण जारी किए हैं. कोटा में वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए पशुपालक ऋण वितरण के लिए 10 करोड़ रुपए का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, लेकिन इससे लगभग सात गुना अधिक 68.15 करोड़ के ऋण जारी किए गए हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की स्कीम के जरिए ही आज गांवों में भी लोग स्टार्टअप को जानने लगे हैं. अभी एंटरप्रेन्योर खड़े हो रहे हैं.
स्पीकर बिरला करते हैं कोटा की चिंता : निर्मला सीतारमण ने यह कहा कि बिरला लोकसभा स्पीकर (MP Om Birla in Kota Loan Fair) भले ही बन गए हैं, लेकिन अपने संसदीय क्षेत्र को नहीं भूले हैं. हमेशा कोटा-बूंदी और यहां के लोगों की चिंता करते हैं. ओम बिरला संसद या कहीं भी मिलते, तो पूछते कि कोटा-बूंदी में बैंक क्या कर रहे हैं. अब इस कोशिश से जब कोटा-बूंदी में बैंक सेवाओं का विस्तार हुआ है तो इसका लाभ यहां की जनता और बैंक दोनों को मिलेगा. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने महिलाओं का आह्वान किया कि वे आगे आएं और समूह बनाकर अपनी आर्थिक समृद्धि की राह प्रशस्त करें. इसमें कृषि उपज समूह तैयार करें. इस उपज को उत्पन्न करने, इसके प्रसंस्करण और इसके भंडारण की व्यवस्था के लिए उन्हें बहुत कम दर पर लोन मिलेगा. इससे उनके लिए प्रगति की नई राह खुलेगी. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि किसी भी योजना के तहत हर जिले ऋण के लिए लक्ष्य निर्धारित किए जाते हैं.
कोटा में पशुपालन कम : स्पीकर बिरला ने कहा कि कोटा के पशुपालकों को भी मजबूत करना चाहते हैं. इसी के जरिए अमूल से भी बड़ा ब्रांड वह कोटा में खड़ा करेंगे. उन्होंने कहा कि कोटा में चंबल नदी का वरदान है और साल भर पानी रहता है और जमीन भी उपजाऊ है. ऐसे में यहां राज्य से कम पशुपालक हैं. लेकिन हर किसान और पशुपालक मवेशियों को पालेगा तो कोटा में दूध की नदियां बहने लग जाएगी और श्वेत क्रांति आएगी. उन्होंने कहा कि इस तरह के लोन मेला आयोजित होने से किसान और गरीब लोग 2 फीसदी से सैंकड़ा के ब्याज से मुक्त हो जाएंगे. मुझे विश्वास है कि गरीब व्यक्ति पूरी ईमानदार से उस ऋण को चुकाएगा, फिर और अधिक ऋण लेकर अपने काम को विस्तार देगा. इस दौरान कार्यक्रम में चित्तौड़गढ़ के सांसद सीपी जोशी, भाजपा विधायक मदन दिलावर, चंद्रकांता मेघवाल, अशोक डोगरा, कल्पना देवी, पूर्व विधायक हीरालाल नागर, भीलवाड़ा सांसद सुभाष बहेड़िया समेत कई लोग मंच पर मौजूद थे.
इस तरह से बांटा है लोन :