कोलकाता: कोलकाता में महत्वाकांक्षी ईस्ट वेस्ट मेट्रो परियोजना के लिए चल रहे कार्य के बीच बहूबाजार इलाके में फिर कई मकानों में दरारें पड़ने से लोग दहशत में आ गए हैं. बुधवार आधी रात को बहूबाजार के दुर्गा पिटूरी लेन में करीब 10-12 मकानों में दरारें देखी गई, जिसके बाद इनमें रह रहे लोग घरों से निकलकर सड़क पर आ गए. सूचना मिलने के बाद मेट्रो व पुलिस प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे. जिन मकानों में दरारें पड़ी है वहां नीचे से मेट्रो रेल की सुरंग बनाई गई है.
शहर के मेयर फिरहाद हाकिम ने गुरुवार को बाउबाजार इलाके का दौरा किया, जहां कई इमारतों में दरारें आ गई हैं. कोलकाता नगर निगम नुकसान का आकलन करेगा. परिवहन और आवास राज्य मंत्री हकीम ने कहा कि डीजी भवन कोलकाता मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड के साथ बैठक करेगा. क्षेत्र में घरों की फिटनेस का पता लगाएगा. उन्होंने कहा कि बुधवार की घटना में केएमआरसीएल द्वारा लापरवाही की गई है क्योंकि उन्होंने क्षेत्र के घरों की पूरी जिम्मेदारी लेने का आश्वासन दिया था. डीजी, भवन के तहत एक विशेषज्ञ समिति एक बार में इसका मूल्यांकन शुरू करेगी. कुछ कदम तत्काल भी उठाए जा रहे हैं.
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कई परिवारों को पहले ही प्रभावित इमारतों से निकाला जा चुका है. लेकिन उनमें से कुछ ने अपने घरों को छोड़ने से इनकार कर दिया. कई लोगों ने घर धंसने के डर से खुले में रात भी बिताई. केएमआरसीएल के जीएम (प्रशासन) एके नंदी ने कहा कि उसके इंजीनियर दरारों की मरम्मत के लिए रात भर काम कर रहे हैं. यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि भविष्य में ऐसी कोई दरार न हो. उन्होंने कहा कि हमारा पहला प्रयास प्रभावित संरचनाओं की दरारों की मरम्मत करना है और यह भी देखना है कि भविष्य में ऐसी कोई दरार न हो. निर्माण कार्य पर काम जारी है. उन्होंने कहा कि लगभग पांच प्रभावित इमारतों से लगभग 74 लोगों को पास के तीन होटल में स्थानांतरित कर दिया गया है.
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गौरतलब है कि ढाई साल पहले भी बहूबाजार इलाके में मेट्रो सुरंग की खुदाई के दौरान ऐसी ही स्थिति पैदा हुई थी. यहां के कई मकानों में दरार पड़ने के चलते मेट्रो का काम रोक दिया गया था. बाद में हाई कोर्ट ने भी इस पर रोक लगा दी थी. इसके चलते लंबे समय तक इस मेट्रो परियोजना का काम भी बंद था. हालांकि बाद में फिर हाई कोर्ट की मंजूरी के बाद काम शुरू किया गया था. इधर, कोलकाता मेट्रो रेल कारपोरेशन लिमिटेड (केएमआरसीएल) के प्रवक्ता एके नंदी ने बताया कि प्रभावित लोगों को होटलों में फिलहाल शिफ्ट किया गया है. बताया जा रहा है कि प्रभावित मकानों में से कुछ में गहनों के वर्कशाप भी हैं. इधर, फिर से दरार पड़ने की घटना के बाद अब कहा गया है कि जल्द ही इन मकानों का सर्वेक्षण कराया जाएगा. इसके बाद इन मकानों की मरम्मत आदि के लिए कदम उठाया जाएगा.