लखनऊ : उत्तर प्रदेश के चीफ सेक्रेटरी दुर्गा शंकर मिश्रा का अगले महीने सेवा विस्तार का बढ़ा हुआ कार्यकाल समाप्त हो रहा है. ऐसे में ब्यूरोक्रेसी में यह चर्चा तेज हो गई है कि क्या एक बार फिर दुर्गा शंकर मिश्रा को सेवा विस्तार दिया जाएगा या फिर मुख्य सचिव की कुर्सी पर कोई दूसरा सीनियर ब्यूरोक्रेट विराजमान होगा. चीफ सेक्रेटरी की रेस में कई वरिष्ठ नौकरशाह शामिल हैं. सूत्रों का दावा है कि लोकसभा चुनाव तक दुर्गा शंकर मिश्रा को सेवा विस्तार दिया जा सकता है या फिर उन्हें लोकसभा चुनाव लड़ाया जा सकता है और चीफ सेक्रेटरी की कुर्सी पर किसी दूसरे अफसर को बैठाया जा सकता है.
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा का कार्यकाल 31 दिसंबर को पूरा हो रहा है. अगला चीफ सेक्रेटरी कौन होगा या फिर इन्हें ही सेवा विस्तार दिया जाएगा या नहीं? इस पर खूब चर्चाएं हो रही हैं. दरअसल, केंद्र सरकार में तैयार रहे 1987 बैच के आईएएस अधिकारी दुर्गा शंकर मिश्रा को केंद्र सरकार ने दिसम्बर 2021 में उनके सेवानिवृत्त होने वाले दिन ही उनका सेवा विस्तार करते हुए उन्हें 31 दिसम्बर 2022 तक के लिए चीफ सेक्रेटरी बनाया था. इसके बाद फिर उन्हें एक साल का सेवा विस्तार दिया गया. अब एक बार फिर सेवा विस्तार की चर्चा है. हालांकि सूत्रों का कहना है कि भाजपा नेतृत्व उन्हें लोकसभा चुनाव भी लड़ा सकता है. ऐसे में तमाम तरह की अटकलें लग रही हैं. वैसे ज्यादा संभावना यही है कि लोकसभा चुनाव को देखते हुए दुर्गा शंकर मिश्रा को 6 महीने का सेवा विस्तार एक बार फिर से दिया जा सकता है. अगर दुर्गा शंकर मिश्रा को सेवा विस्तार दिया गया तो कई आईएएस अधिकारियों के अरमानों पर पानी फिर जाएगा. क्योंकि दो साल से लगातार सेवा विस्तार से कई सीनियर आईएएस अधिकारी सेवानिवृत हो गए हैं और अगर फिर से विस्तार मिलता है तो जो मुख्य सचिव बनने का सपना देख रहे हैं उनका सपना धराशाई हो सकता है.
मुख्य सचिव की रेस में कृषि उत्पादन आयुक्त सहित कई महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी संभाल रहे 1988 बैच के आईएएस मनोज कुमार सिंह का नाम सबसे ज्यादा चर्चा है. इसके साथ ही दिल्ली में सचिव स्वास्थ्य के पद और तैनात 1987 बैच के अरुण सिंघल, डीओपीटी में सचिव पद पर तैनात पूर्व डीजीपी डीएस चौहान की पत्नी 1988 बैच की अधिकारी राधा एस चौहान, 1987 बैच के ही महेश गुप्ता के अलावा कई अन्य नाम ऐसे हैं जो मुख्य सचिव के रस में हैं. इसके साथ ही 1988 बैच के आईएएस अपर मुख्य सचिव पशुधन रजनीश दुबे भी रेस में बताए जा रहे हैं, हालांकि पिछले कुछ समय से वह साइडलाइन पर हैं. देखना दिलचस्प होगा कि केंद्र सरकार मुख्य सचिव के रूप में दुर्गा शंकर मिश्रा का सेवा विस्तार करती है ये फिर किसी दूसरे अफसर को चीफ सेक्रेटरी बनाती है.
आइए जानते हैं कौन-कौन अफसर हैं रेस में : अगर मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा सेवा विस्तार नहीं होता है तो 1988 बैच के आईएएस मनोज कुमार सिंह को इस पद का सबसे बड़ा दावेदार कहा जा रहा है. सीएम योगी के करीबी अफसर के रूप में मनोज कुमार सिंह का नाम चर्चा में रहता है. इस समय उनके पास कई महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी है. वैसे वरिष्ठ अधिकारियों की बात की जाए तो 1987 बैच के दो अधिकारी दिल्ली में तैनात हैं. इनमें स्वास्थ्य मंत्रालय में सचिव अरुण सिंघल व लीना टंडन हैं जो उपभोक्ता मंत्रालय में सचिव के पद पर तैनात हैं, जबकि शासन में अपर मुख्य सचिव महेश कुमार गुप्ता व राजस्व परिषद के अध्यक्ष हेमंत राव भी हैं.