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Chocolate Day 2023: सदियों पुराना है चॉकलेट का इतिहास, मेक्सिको से शुरू हुआ रिवाज - चॉकलेट का पेड़

हर साल 9 फरवरी को चॉकलेट डे मनाया जाता है. सन 1550 में सात जुलाई को पहली बार यूरोप में चॉकलेट डे मनाया गया था. इसके बाद ये पूरी दुनिया में मनाया जाने लगा. मेक्सिको में शादी के दौरान दूल्हा दुल्हन को चॉकलेट दिया करते थे. इसके बाद आज तक कपल एक दूसरे को चॉकलेट देते आ रहे हैं.

Chocolate Day 2023
चॉकलेट डे 2023
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Published : Feb 8, 2023, 9:00 AM IST

Updated : Feb 8, 2023, 9:17 PM IST

नई दिल्लीः वैलेंटाइन वीक हर साल 7 फरवरी से 14 फरवरी के बीच मनाया जाता है. वीक के तीसरे दिन यानी 9 फरवरी को चॉकलेट डे मनाया जाता है. इस दिन हम अपने करीबी दोस्तों को या फिर अपने पार्टनर को चॉकलेट देते हैं. प्यार के वीक के इस दिन सभी कपल अपने पार्टनर को उनकी पसंदीदा चॉकलेट देकर अपने प्यार का इजहार करते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि चॉकलेट का इतिहास करीब 4 हजार साल पुराना है. पहली बार चॉकलेट का पेड़ अमेरिका में देखा गया था. जबकि मेक्सिको के माया सभ्यता के लोग चॉकलेट का इस्तेमाल धार्मिक आयोजनों के लिए करते थे. दूल्हा दुल्हन एक दूसरे को चॉकलेट दिया करते थे. तब से ये ट्रेंड चला आ रहा है.

चॉकलेट स्पैनिश भाषा का शब्द है. बताया जाता है कि चॉकलेट पहले स्वाद में तीखी हुआ करती थी. अमेरिका में कोको के बीज को पीसकर कुछ मसाले और मिर्च मिलाकर तीखी चॉकलेट बनाई जाती थी. अमेरिका के वर्षा वनों में 2000 साल पूर्व चॉकलेट में इस्तेमाल होने वाले कोको के पेड़ की खोज की गई थी. इस पेड़ की फलि‍यों में जो बीज होते हैं उनसे चॉकलेट बनाई जाती है. साथ ही कहा जाता है कि चॉकलेट की शुरुआत मध्य अमेरिका और मेक्सिको के लोगों ने की. लेकिन स्पेन में चॉकलेट सबसे ज्यादा प्रसिद्ध हुई. कहा जाता है कि पहले चॉकलेट खाने की नहीं बल्कि पीने की चीज हुआ करती थी.

1528 में स्‍पेन ने जब मैक्‍सि‍को पर कब्‍जा कि‍या तो वहां का राजा भारी मात्रा में कोको के बीजों और चॉकलेट बनाने के यंत्रों को अपने साथ स्‍पेन ले गया. जिसके बाद वहां चॉकलेट चलन में आ गई. शुरुआती दौर में चॉकलेट का स्वाद तीखा था. जल्‍दी ही स्‍पेन में चॉकलेट रईसों का फैशनेबल ड्रिंक बन गया. इसके बाद तीखे स्वाद को बदलने के लिए इसमें शहद व दूसरी चीजें मिलाकर कोल्ड कॉफी बनाया गया. इसके बाद एक डॉक्टर सर हैंस स्लोन ने इसे तैयार कर पीने से योग्य बनाया.

सन 1828 में एक डच केमिस्ट कॉनराड जोहान्स वान हॉटन नाम के व्यक्ति ने कोको प्रेस नाम की मशीन बनाई. इसके बाद सन 1848 में ब्रिटिश चॉकलेट कंपनी जे.एर फ्राई एंड संस ने पहली बार कोको में मक्खन, दूध और चीनी मिलाकर पहली बार इसे ठोस बनाकर चॉकलेट का रूप दिया. कहा जाता है कि मेक्सिको के माया सभ्यता के लोग चॉकलेट का इस्तेमाल धार्मिक आयोजनों के लिए करते थे. पहले दूल्हा और दुल्हन एक-दूसरे को चॉकलेट गिफ्ट करते थे. वह कोकाओ गॉड को भी अपना देवता मानते थे.
ये भी पढ़ेंः Chocolate Day: जानिए क्यों मनाया जाता है चॉकलेट डे, वैलेंटाइन वीक पर क्या है खास महत्व

नई दिल्लीः वैलेंटाइन वीक हर साल 7 फरवरी से 14 फरवरी के बीच मनाया जाता है. वीक के तीसरे दिन यानी 9 फरवरी को चॉकलेट डे मनाया जाता है. इस दिन हम अपने करीबी दोस्तों को या फिर अपने पार्टनर को चॉकलेट देते हैं. प्यार के वीक के इस दिन सभी कपल अपने पार्टनर को उनकी पसंदीदा चॉकलेट देकर अपने प्यार का इजहार करते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि चॉकलेट का इतिहास करीब 4 हजार साल पुराना है. पहली बार चॉकलेट का पेड़ अमेरिका में देखा गया था. जबकि मेक्सिको के माया सभ्यता के लोग चॉकलेट का इस्तेमाल धार्मिक आयोजनों के लिए करते थे. दूल्हा दुल्हन एक दूसरे को चॉकलेट दिया करते थे. तब से ये ट्रेंड चला आ रहा है.

चॉकलेट स्पैनिश भाषा का शब्द है. बताया जाता है कि चॉकलेट पहले स्वाद में तीखी हुआ करती थी. अमेरिका में कोको के बीज को पीसकर कुछ मसाले और मिर्च मिलाकर तीखी चॉकलेट बनाई जाती थी. अमेरिका के वर्षा वनों में 2000 साल पूर्व चॉकलेट में इस्तेमाल होने वाले कोको के पेड़ की खोज की गई थी. इस पेड़ की फलि‍यों में जो बीज होते हैं उनसे चॉकलेट बनाई जाती है. साथ ही कहा जाता है कि चॉकलेट की शुरुआत मध्य अमेरिका और मेक्सिको के लोगों ने की. लेकिन स्पेन में चॉकलेट सबसे ज्यादा प्रसिद्ध हुई. कहा जाता है कि पहले चॉकलेट खाने की नहीं बल्कि पीने की चीज हुआ करती थी.

1528 में स्‍पेन ने जब मैक्‍सि‍को पर कब्‍जा कि‍या तो वहां का राजा भारी मात्रा में कोको के बीजों और चॉकलेट बनाने के यंत्रों को अपने साथ स्‍पेन ले गया. जिसके बाद वहां चॉकलेट चलन में आ गई. शुरुआती दौर में चॉकलेट का स्वाद तीखा था. जल्‍दी ही स्‍पेन में चॉकलेट रईसों का फैशनेबल ड्रिंक बन गया. इसके बाद तीखे स्वाद को बदलने के लिए इसमें शहद व दूसरी चीजें मिलाकर कोल्ड कॉफी बनाया गया. इसके बाद एक डॉक्टर सर हैंस स्लोन ने इसे तैयार कर पीने से योग्य बनाया.

सन 1828 में एक डच केमिस्ट कॉनराड जोहान्स वान हॉटन नाम के व्यक्ति ने कोको प्रेस नाम की मशीन बनाई. इसके बाद सन 1848 में ब्रिटिश चॉकलेट कंपनी जे.एर फ्राई एंड संस ने पहली बार कोको में मक्खन, दूध और चीनी मिलाकर पहली बार इसे ठोस बनाकर चॉकलेट का रूप दिया. कहा जाता है कि मेक्सिको के माया सभ्यता के लोग चॉकलेट का इस्तेमाल धार्मिक आयोजनों के लिए करते थे. पहले दूल्हा और दुल्हन एक-दूसरे को चॉकलेट गिफ्ट करते थे. वह कोकाओ गॉड को भी अपना देवता मानते थे.
ये भी पढ़ेंः Chocolate Day: जानिए क्यों मनाया जाता है चॉकलेट डे, वैलेंटाइन वीक पर क्या है खास महत्व

Last Updated : Feb 8, 2023, 9:17 PM IST
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