शिमला : क्या आप भारत की सबसे तेज रफ्तार से चलने वाली ट्रेन का नाम जानते हैं ? कोई राजधानी एक्सप्रेस तो कोई शताब्दी एक्सप्रेस का नाम लेगा. लेकिन ये गलत है क्योंकि देश की सबसे तेज रफ्तार से चलने वाली ट्रेन का नाम है वंदे भारत एक्सप्रेस. जिसे भारत की बुलेट ट्रेन कहें तो गलत नहीं होगा, आज से इस ट्रेन की रफ्तार से हिमाचल भी रू-ब-रू हो गया है. आज से हिमाचल में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की शुरुआत हो गई है. पीएम मोदी हिमाचल के ऊना में इस ट्रेन को हरी झंडी दिखा कर रवाना कर दिया है. इससे पहले देश में तीन रूट्स पर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चल रही है. लेकिन वंदे भारत एक्सप्रेस की पहचान सिर्फ इसकी रफ्तार नहीं है. वंदे भारत एक्सप्रेस की खासियत इसे देश की अन्य ट्रेनों से अलग बनाती हैं. ये ट्रेन भारतीय रेलवे का भविष्य कही जा सकती है. (Vande Bharat Express) (Delhi to Amb Andaura Vande Bharat Express) (Vande Bharat Express in Himachal) (Delhi to una vande bharat)
बिना इंजन वाली T-18 या वंदे भारत एक्सप्रेस- देश की पहली सेमी बुलेट या सेमी हाइस्पीड ट्रेन का नाम T-18 था, जिसका नाम बदलकर वंदे भारत एक्सप्रेस किया गया था. चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में बनाई गई 16 कोच वाली ये ट्रेन देश की सबसे अत्याधुनिक ट्रेन है. ये ट्रेन बिना इंजन के पटरियों पर दौड़ती है, जैसा कि आपने मेट्रो ट्रेन में देखा होगा. 15 फरवरी 2019 को दिल्ली से वाराणसी के बीच पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चलाई गई थी. इस ट्रेन की रफ्तार 180 किलोमीटर प्रतिघंटा तक पहुंच सकती है. (Made in India Train) (Vande Bharat Express Speed) (Features of Vande Bharat Express)
वंदे भारत की खासियत- साल 2019 में शुरू हुई वंदे भारत एक्सप्रेस की रफ्तार ही पहली खासियत है. ये ट्रेन 50 से 55 सेकेंड में 0 से 100 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार पकड़ लेती है और इसकी अधिकतम रफ्तार 180 किमी. प्रतिघंटा है. ये देश की सबसे फास्ट ट्रेन है इसलिये इसे भारत की बुलेट भी कह सकते हैं. इस रफ्तार की वजह से यात्री अपनी मंजिल तक 25 से 45 फीसदी कम समय में पहुंच जाएंगे. लेकिन रफ्तार के अलावा भी इस ट्रेन की कई खासियतें हैं. (Vande Bharat Express Features)
स्पीड, सेफ्टी और सर्विस- वंदे भारत एक्सप्रेस को इन तीन लफ्जों में परिभाषित किया जा सकता है. रफ्तार के अलावा इसमें यात्रियों की सेफ्टी और सर्विस का भी पूरा ध्यान रखा गया है. 16 कोच वाली इस ट्रेन में कुल 1128 सीटें हैं और हर कोच में ऑटोमैटिक दरवाजे हैं. जिनका कंट्रोल ड्राइवर के हाथ में होगा, जैसा कि मेट्रो ट्रेन में होता है. हर कोच सीसीटीवी कैमरों से लैस है, ट्रेन में बाहर की ओर भी सीसीटीवी लगे हैं. ट्रेन तभी चलेगी जब सभी दरवाजे बंद हो जाएंगे और दरवाजे तभी खुलेंगे जब ट्रेन पूरी तरह से रुक जाएगी. इसके अलावा ट्रेन में यात्रियों के लिए Wi-Fi और हर सीट पर मोबाइल, लैपटॉप चार्जिंग की सुविधा होगी. वंदे भारत एक्सप्रेस में GPS आधारित ऑडियो विजुअल पैसेंजर इंफोर्मेशन सिस्टम होगा, जो यात्रियों को आने वाले स्टेशन से लेकर अन्य जानकारी देगा. ट्रेन में फायर सेंसर और एमरजेंसी विंडो भी दी गई है. (Interesting facts about Vande Bharat Express) (Features and Amenities in Vande Bharat)
ये आराम का मामला है- 16 कोच वाली इस ट्रेन में हर चीज को यात्रियों की सुविधा को देखते हुए डिजाइन किया गया है. सभी कोच वातानुकूलित होंगे इसमें इकॉनमी क्लास के साथ दो एक्जीक्यूटिव क्लास के कोच भी होंगे. हालांकि ट्रेन में सिर्फ बैठने की सुविधा होगी लेकिन इन सीटों को आरामदायक बनाया गया है. खासकर एग्जीक्यूटिव क्लास में रिवॉल्विंग चेयर दी गई हैं जो 180 डिग्री तक घूम सकती हैं. सामान रखने के लिए मॉड्यूलर रैक के अलावा ट्रेन की पैंट्री में खाना और पेय पदार्थों को ठंडा या गर्म करने की सुविधा भी मिलेगी.
वंदे भारत एक्सप्रेस है हाइटेक- इस मामले में भी ये देश की सबसे बेहतरीन ट्रेन है. बिना इंजन वाली इस ट्रेन में ड्राइवर का हाइटेक फीचर्स वाला केबिन है, जहां सारी जानकारी डिजिटल मोड में मिलेगी. यात्री और ड्राइवर टॉकबैक के जरिये आपस में बात भी कर सकते हैं. ट्रेन में बायो वैक्यूम टॉयलेट होंगे, जैसे कि हवाई जहाज में होते हैं. इसके अलावा स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए टच फ्री बाथरूम फिटिंग लगाए गए हैं, जो सेंसर पर काम करेंगे. यात्रियों की सीट पर टच कंट्रोल वाली रीडिंग लाइट भी दी गई है. कोच में लगी बड़ी बड़ी कांच की खिड़कियों से बाहर का नजारा देखते हुए सफर का आनंद लिया जा सकता है.
कवच तकनीक से हादसों पर लगेगा ब्रेक- वंदे भारत एक्सप्रेस में Train Collision Avoidance System लगा है. इस तकनीक को 'कवच' नाम दिया गया है. यह एक ऑटोमैटिक सिक्योरिटी सिस्टम है जो दो ट्रेनों को टकराने से रोकता है. खास बात ये है कि ये तकनीक भारत में ही विकसित की गई है और दूसरे देशों से आयात होने वाली ट्रेन से बहुत कम लागत में तैयार की गई है. देश में हर साल कई ट्रेन हादसे होते हैं, जिनमें कई लोग अपनी जान गंवाते हैं. इस ब्रेकिंग सिस्टम से ट्रेन हादसों पर भी ब्रेक लगेगा. इसके अलावा वंदे भारत ट्रेन में Regenerative breaking system है. जिससे 30% इलेक्ट्रिसिटी एनर्जी की बचत होती है. इसके अलावा पटरियों पर पानी भरा होने के बावजूद भी ये ट्रेन चल सकेगी.
दिव्यांगों के लिए विशेष सुविधा- ट्रेन में दिव्यांगों और दृष्टिबाधित यात्रियों का भी ध्यान रखा गया है. दृष्टिबाधित यात्रियों की सुविधा के लिए सीटों पर ब्रेल लिपि में सीट संख्या दी गई है, साथ ही सीट हैंडल भी दिए गए हैं ताकि ऐसे यात्री आसानी से अपनी सीट तक पहुंच सके. दिव्यांगों के लिए कुछ कोच में व्हीलचेयर पार्किंग की व्यवस्था भी की गई है साथ ही दिव्यांगों के लिए विशेष शौचालय की सुविधा भी दी गई है.
आत्मनिर्भर भारत की पहचान- वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन आत्मनिर्भर भारत का उदाहरण है. इस ट्रेन का डिजाइन पूरी तरह से स्वदेशी है और इसके निर्माण में इस्तेमाल होने वाला 80 फीसदी मटीरियल भी भारत में ही तैयार किया गया है. इस ट्रेन का को चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्टरी में तैयार किया गया है. देश में ही ट्रेन के निर्माण से लागत में भी कमी आई है. वंदे भारत एक्सप्रेस की सफलता भारत को ट्रेन और कोच निर्माण के क्षेत्र में भी आगे बढ़ा सकती है. (Make in India Train) (India First Indigenously Built Vande Bharat Train)
ट्रेन में फ्लाइट वाली फीलिंग- कुल मिलाकर वंदे भारत एक्सप्रेस का सफर ट्रेन में फ्लाइट जैसा आनंद देता है. ये देश की पहली सेमी हाइस्पीड ट्रेन है, जिसमें वर्ल्ड क्लास यात्री सुविधाएं मौजूद हैं. तेज रफ्तार सफर में लगने वाले वक्त को कम करता है तो इसमें मौजूद तमाम सुविधाएं सफर को आरामदायक और मनोरंजक बनाती हैं.
देशभर में दौड़ेगी वंदे भारत- 15 फरवरी 2019 में देश में पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चली थी. मौजूदा वक्त में देश में सिर्फ तीन रूट पर ये ट्रेन चल रही है. जिनमें नई दिल्ली-वाराणसी, नई दिल्ली-कटरा और गांधीनगर-मुंबई रूट शामिल है. आज पीएम मोदी देश की चौथी वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाएंगे. जो नई दिल्ली से ऊना के बीच चलेगी. भारत सरकार ने आजादी के अमृत महोत्सव को देखते हुए साल 2023 तक 75 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें चलाने की योजना बनाई है. जबकि केंद्रीय बजट 2022-23 में वित्त मंत्री ने 2025 तक देशभर में 400 वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने का लक्ष्य रखा है. (How many Vande Bharat Express in India)