हैदराबाद : प्रिंस फिलिप 1959 में पहली बार भारत यात्रा पर आए थे. तब तत्कालीन प्रधानमंत्री प. जवाहर लाल नेहरू ने उनका स्वागत किया था. उस समय फिलिप भारत के अंतिम वायसराय लॉर्ड माउंटबेटन के भतीजे के रूप में अधिक जाने जाते थे.
उसके बाद वह 1961, 1983 और 1997 में भी भारत आए. चारों बार वह क्वीन एलिजाबेथ के साथ आए थे. 1961 में उन्होंने मुंबई, चेन्नई और कोलकाता का भी दौरा किया था.
जलियांवाला कांड पर दिया था विवादास्पद बयान
1997 में वह विवादों में आ गए थे. उन्होंने जलियांवाला बाग में शहीद होने वालों की संख्या पर सवाल उठा दिए थे. उनके इस बयान के बाद दोनों देशों के बीच राजनयिक तनातनी जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई थी.
प्रिंस फिलिप की यात्रा से ठीक पहले तत्कालीन पीएम आई के गुजराल ने ब्रिटेन को थर्ड रेट पावर बाला देश बताया था. ब्रिटेन के विदेश मंत्री रॉबिन कुक ने भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता की बात कही थी, इस पर ही गुजराल ने जवाब दिया था.
थर्ड रेट पावर वाला देश है ब्रिटिश
थर्ड रेट पावर बाला बयान पूर्व वायसराय लॉर्ड कर्जन ने दिया था. कर्जन ने अपने कार्यकाल में कहा था कि जब तक भारत हमारे अधीन है, वह दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश हैं और भारत न हो, तो हम थर्ड रेट पावर बन जाएंगे.
प्रिंस फिलिप की यात्रा से ठीक पहले जलियांवाला बाग कांड को लेकर बहुत अधिक चर्चा हुई थी. लोगों ने ब्रिटेन से इस हत्याकांड के लिए ब्रिटिश राजशाही परिवार से माफी की मांग की.
ब्रिटेन का अनुमान है कि इस जघन्य हत्याकांड में 379 लोग शहीद हुए थे, जबकि भारतीय अनुमान है कि यहां एक हजार से अधिक लोग शहीद हुए थे. यहां पर बने मेमोरियल में 2000 लोगों के नाम लिखे हुए हैं. इनमें हिंदू, मुस्लिम और सिख सभी शामिल हैं.
1997 में ब्रिटिश महारानी एलिजाबेथ ने मेमोरियल जाकर अपना शीश झुकाया और पुष्प अर्पित किए. बाहर निकलते समय प्रिंस फिलिप ने दो हजार शहीद होने की संख्या पर सवाल उठा दिए. उन्होंने कहा कि दो हजार तो ज्यादा हैं, इसमें घायलों को भी शामिल कर लिया गया होगा.
फ्यूज बॉक्स को देखकर भारतीयों से कर दी थी तुलना
1999 में स्कॉटिश फैक्ट्री में विजिट के दौरान फ्यूज बॉक्स को देखकर कहा था कि इसे किसी भारतीय ने बनाया होगा. यह वैसा ही क्रूड दिखता है. बाद में उन्होंने सफाई दी कि उनके कहने का मतलब 'काउबॉय' था.
2009 में बकिंघम पैलेस रिसेप्शन के दौरान भारतीय मूल के अतिथि अतुल पटेल के नाम पर विवादास्पद टिप्पणी कर दी थी.
जयपुर की राजमाता गायत्री देवी और उनके पति महारानी एलिजाबेथ और प्रिंस फिलिप के अच्छे दोस्त थे. वह हर साल महारानी और प्रिंस को भेंट स्वरूप अलफांसो आम भेजती थीं.
एक नजर प्रिंस फिलिप से जुड़े कुछ अहम तथ्यों पर
1921: प्रिंस फिलिप यूनान के राजा के छोटे भाई प्रिंस एंड्रयू के इकलौते बेटे कोर्फू के ग्रीक द्वीप में पैदा हुए थे. उनकी मां बैटलबर्ग की राजकुमारी एलिस हैं.
1922: फिलिप के पिता के निर्वासन में रहने के बाद, परिवार फ्रांस चला गया.
1928: फिलिप अपने माउंटबेटन रिश्तेदारों के साथ रहने के लिए इंग्लैंड चले गए. उनके दादा ने प्रथम विश्व युद्ध के दौरान जर्मन विरोधी भावना में परिवार का नाम बैटनबर्ग से माउंटबेटन बदल दिया था.
1939: द्वितीय विश्व युद्ध के निकट आते ही फिलिप रॉयल नौसेना में कैडेट के रूप में शामिल हुए. बाद में उन्होंने हिंद महासागर, भूमध्यसागरीय और प्रशांत क्षेत्र में सेवा की और कई बार पदोन्नत हुए. उन्हें 1952 में कमांडर के रूप में पदोन्नत किया गया था, लेकिन उनका नौसैनिक कैरियर जल्द ही उनके शाही मिशन के कारण समाप्त हो गया.
1947: जुलाई में राजकुमारी एलिजाबेथ के साथ फिलिप की सगाई की घोषणा की गई थी. यह भी घोषणा की गई कि वे नवंबर में वेस्टमिंस्टर एब्बे में शादी करेंगे. वह अपनी शादी के दिन ड्यूक ऑफ एडिनबर्ग बने.
1948: दंपती का पहला बच्चा, प्रिंस चार्ल्स, पैदा हुए.
1950: राजकुमारी ऐनी का जन्म.
1952: एलिजाबेथ के पिता, किंग जॉर्ज षष्टम की उस समय मृत्यु हो गई, जब वह और फिलिप अफ्रीका में थे, और वह रानी बन गई.
1956: फिलिप ने ड्यूक ऑफ एडिनबर्ग अवार्ड्स प्रोग्राम की स्थापना की है, जिसका विस्तार 100 से अधिक देशों में है.
1960: प्रिंस एंड्रयू का जन्म.
1964: प्रिंस एडवर्ड का जन्म.
1982: फिलिप के पोते, प्रिंस विलियम का जन्म.
2009: फिलिप ब्रिटिश इतिहास में सबसे लंबे समय तक राज करने वाले शाही व्यक्तित्व बने.
2011: फिलिप ने घोषणा की कि वह 90 वर्ष के हैं और अपने कार्यभार को 'कम' कर रहे हैं.
2017: फिलिप ने घोषणा की कि वह अब अपनी वृद्धावस्था के कारण सार्वजनिक कार्यक्रमों में भागीदारी नहीं करेंगे.
16 फरवरी, 2021: फिलिप को लंदन के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका एक संक्रमण के लिए इलाज किया गया और फिर दूसरे अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया जहां वह दिल की सर्जरी से गुज़रे. उन्हें 16 मार्च को अस्पताल से छुट्टी दी गई और उन्होंने एक महीना अस्पताल में बिताया था.
9 अप्रैल, 2021: बकिंघम पैलेस के अधिकारियों ने कहा कि प्रिंस फिलिप की विंडसर कैसल में मृत्यु हो गई.