बीजापुर: टेकलगुडेम में 3 अप्रैल 2021 को हुए नक्सली मुठभेड़ में शहादत पाने वाले हेड कांस्टेबल नरायण सोढ़ी को मरणोपरांत कीर्ति चक्र प्रदान किया गया. राष्ट्रपति भवन दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने यह सम्मान शहीद नारायण सोढ़ी की पत्नी सुशीला को प्रदान किया. नारायण सोढ़ी को अलावा हेड कांस्टेबल श्रवण कश्यप (कांकेर) और सक्ती जिले के उपनिरीक्षक दीपक भारद्वाज को भी मरणोपरांत कीर्ति चक्र प्रदान किया गया है. सुशीला ने सम्मान को सिर माथे से लगाया और देश का आभार जताया. पत्नी सुशीला ने कहा कि "मेरे पति ने देश और देश के अमन चैन के लिए शहादत दी."
बहुत करीब से देखी थी नक्सली हिंसा: शहीद नारायण सोढ़ी की पत्नी सुशीला सोढ़ी ने बताया कि "पति का जन्म बीजापुर जिले के उसूर विकासखंड के पुन्नूर में हुआ था. उन्होंने नक्सल हिंसा को बहुत करीब से देखा था. 2006 में सलवा जुडूम आंदोलन के समय अपने गांव से दूर होने का दुख उन्होंने झेला. एसपीओ के रूप में भर्ती होकर माओवादियों के खिलाफ जंग शुरू की. 2010 में वे डीआरजी में तैनात हुए. बीजापुर जिले के टेकलगुडेम में 3 अप्रैल 2021 को हुए नक्सल ऑपरेशन के दौरान वीरगति को प्राप्त हुए."
चेहरे पर लोगों की सुरक्षा करने का संतोष: डीआरजी में तैनात रहते हुए नारायण सोढ़ी ने हमेशा चौकन्ने रहकर काम किया. सबको उनका साहस देखकर अच्छा लगता. कई बार रात में सुरक्षा बलों के साथ उन्हें जंगल में मोर्चे पर जाना होता. बावजूद इसके उनके चेहरे पर हमेशा संतोष रहता था कि वे अपने क्षेत्र की सुरक्षा के लिए यह काम कर रहे हैं.
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पूरे छत्तीसगढ़ का सम्मान: शहीद नारायण सोढ़ी की पत्नी सुशीला कहा कि "पति ने देश के लिए असाधारण त्याग किया है और देश ने उन्हें इसके लिए सम्मानित भी किया. हमारा पूरा परिवार इस सम्मान में हिस्सेदारी महसूस करता है." कहा "मेरी तीनों बेटियां और बेटा सभी आज गौरवान्वित हैं. यह सम्मान पूरे बस्तर और छत्तीसगढ़ का सम्मान है."