हैदराबाद : केरल में पिछले चार सालों में 350 लड़कियों/महिलाओं की प्रेम प्रसंग के चलते मौत हो गई. कुल मामलों में से 10 लड़कियों की हत्या कर दी गई और 340 की आत्महत्या से मौत हो गई. स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री (Health and Family Welfare Minister) वीना जॉर्ज (Veena George) ने हाल ही में संपन्न विधानसभा सत्र (assembly session) में विधायक एम के मुनीर (MLA M K Muneer) द्वारा उठाए गए एक सवाल का जवाब देते हुए डेटा का खुलासा किया.
आंकड़ों के अनुसार पिछले साल प्रेम प्रसंग संबंधित मौतों की सबसे अधिक संख्या की सूचना दी गई थी. पिछले साल इस तरह के मामलों में दो लड़कियों की हत्या कर दी गई थी, जबकि अन्य 96 ने प्यार में नाकामी के चलते आत्महत्या कर ली.
पिछले वर्ष पुरुषों ने अपने प्रेम प्रस्तावों को अस्वीकार करने के लिए पांच लड़कियों की हत्या कर दी थी, जबकि 88 लड़कियों ने प्यार में विफलता का सामना करने के बाद आत्महत्या की थी.
इससे पहले 2018 में प्रेम विफलता के बाद आत्महत्या से 76 लड़कियों की मौत हुई थी. 2017 में प्रेम प्रसंग से जुड़ी घटनाओं में जिन 83 लड़कियों की मौत हुई, उनमें से तीन की उनके प्रेमी ने हत्या (killed by their boyfriends) कर दी. इस तरह पिछले चार साल में 350 मौते हुईं. इनमें से 10 ने आत्महत्या की.
प्यार के नाम पर केरल में हुई हत्याएं
साल | आत्महत्या | हत्या | कुल मौत |
2017 | 80 | 3 | 83 |
2018 | 76 | 0 | 76 |
2019 | 88 | 5 | 93 |
2020 | 96 | 2 | 98 |
रखिल और मनासा
30 जुलाई को 32 वर्षीय रखिल ने 24 वर्षीय मनासा माधवन (Manasa Madhavan) को उसके किराए के आवास में घुसकर, उसकी गोली मारकर हत्या कर दी और फिर खुद भी को मार डाला. मानसा कोठामंगलम के गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ डेंटल साइंसेज (Gandhi Institute of Dental Sciences) में हाउस सर्जेंसी कर रही थीं.
रिश्ते से वाकिफ लोगों के मुताबिक मनासा ने दो महीने पहले ही रखिल से ब्रेकअप कर लिया था. रिपोर्टों के मुताबिक यह घटना उस समय सामने आई जब मनासा के पिता ने शिकायत दर्ज कराई थी क्योंकि रखिला उसका 'पीछा' करता था.
मनासा की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए रखिल कन्नूर से कोठामंगलम शिफ्ट हो गया. ऐसा माना जाता है कि मनासा को इस बात की जानकारी थी, और उसने अपने पिता से शिकायत की, जिन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज (file a police complaint) कराई. डीएसपी ने राखिल और उसके माता-पिता को तलब किया, जिन्हें चेतावनी देकर छोड़ दिया गया.
राखिल फिर से कोठामंगलम चला गया, एक महीने तक मानसा की जानकारी के बिना उसका पीछा किया, और आखिरकार 30 जुलाई को उसे गोली मारने का फैसला किया और फिर उसने खुद को भी मार डाला.
नीतू मर्डर
कक्कनड में एक आईटी फर्म कर्मचारी (IT firm employee) निधिश कथित तौर पर तीन साल से चिय्याराम की मूल निवासी नीतू से प्यार करता था. हालांकि, नीतू ने निधीश के शादी के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था जिसके चलते उसने नीतू की हत्या कर दी थी.
19 साल पुरानी हत्या
कुंबनाड के रहने वाले 20 वर्षीय अजिन रेजी मैथ्यू ने एक लड़की को चाकू मार दिया, उस पर पेट्रोल डाला और दिन दहाडे़ उसे आग के हवाले कर दिया. अजिन और लड़की एक दूसरे को जानते थे क्योंकि वे बारहवीं कक्षा में सहपाठी थे. उसने उसके प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया था इसलिए उसने उसकी हत्या करने और खुद आत्महत्या करने का फैसला किया.
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कार्तिक और अक्षत
कार्तिक ने कॉलेज आते समय सुलिया के नेहरू मेमोरियल कॉलेज में बीएससी द्वितीय वर्ष की छात्रा अक्षाथा पर हमला किया. रिपोर्ट्स के मुताबिक इसके तुरंत बाद कार्तिक खुदकुशी करना चाहता था, लेकिन राहगीरों ने उसे रोका और पुलिस के हवाले कर दिया. अक्षत को केवीजी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां पहुंचने पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.
विनेश, दृश्या और उसकी बहन देवश्री
दृष्टि और विनेश एक दूसरे को जानते थे क्योंकि वे एक ही हाई स्कूल में पढ़ते थे. विनेश चाहता था कि वह उसका साथी बने, लेकिन दृश्या ने इनकार कर दिया.
विनेश ने उसके परिवार से भी संपर्क किया और शादी के लिए हाथ मांगा, लेकिन दृश्य के परिवार ने विनेश के खिलाफ शिकायत दर्ज करवा दी. लेकिन विनेश ने दृष्टि को चाकू मारकर उसकी बहन देवश्री को गंभीर रूप से घायल कर दिया. उस पर यह भी संदेह है कि उसने दृष्टि के पिता की दुकान में आग लगा दी, ताकि उनका ध्यान भंग किया जा सके और वह दृष्टि की हत्या कर सके. उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया.
अजस और सौम्या पुष्पकरन
एक सिविल पुलिस अधिकारी सौम्या पुष्पकरन ने अपनी सहयोगी अजस ने उसके विवाह प्रस्ताव को अस्वीकार करने के लिए जला दिया था. वे पुलिस अकादमी में अपने समय के दौरान एक-दूसरे को जानते थे.
अनु और आशिका
21 साल की अनु ने आशिका के घर में घुसकर उसका गला रेत दिया और खुद की जान भी ले ली. घटना के वक्त दिहाड़ी मजदूर की बेटी आशिका घर में अकेली थी.आशिका की चीख सुनकर पड़ोसी दौड़े चले आए. आशिका को कराक्कोनम मेडिकल कॉलेज और अनु को तिरुवनंतपुरम मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। उन दोनों की मौत हो गई.