तिरुवनंतपुरम: इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) की केरल इकाई ने ऑपरेशन थिएटर में हिजाब पहनने की इजाजत देने की मांग को खारिज कर दिया है. तिरुवनंतपुरम मेडिकल कॉलेज के सात एमबीबीएस छात्राओं ने ऐसी मांग की थी. आईएमए केरल इकाई के अध्यक्ष जुल्फी एम नुहु ने कहा कि पूरी दुनिया में ऑपरेशन थिएटर में संक्रमण को रोकने के लिए एक प्रोटोकॉल तय है. उन्होंने कहा कि आईएमए केरल का मानना है कि सभी को इसे स्वीकार करना चाहिए.
बता दें कि 26 जून को कुछ छात्राओं ने आईएमए की केरल ईकाई से ऑपरेशन थिएटर में हिजाब पहनने की इजाजत मांगी थी. जिसे आम तौर पर चिकित्सा नैतिकता और आचार संहिता के खिलाफ माना जाता है. वे चाहते थे कि उन्हें सर्जरी के दौरान लंबी बाजू वाली स्क्रब जैकेट और हिजाब जैसे सर्जिकल हुड पहनने की अनुमति दी जाए. सात छात्रों ने मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल लिनेट जे मॉरिस को पत्र लिख कर इसकी मांग की थी. बाद में इस घटना की चर्चा राष्ट्रीय स्तर पर भी हुई. 2018, 2021 और 2022 बैच के छात्रों ने कॉलेज प्राचार्य को पत्र लिखा था.
यह पत्र एनए अफ़ीफ़ा नामक छात्रा के नेतृत्व में लिखा गया था. पत्र में कहा गया था कि धार्मिक मान्यता के अनुसार हिजाब अनिवार्य है. जबकि ऑपरेशन थियेटर के अंदर सिर ढकने की अनुमति नहीं है. पत्र में छात्रों ने कहा कि हिजाब मुस्लिम महिलाओं के लिए उनकी धार्मिक मान्यताओं के अनुसार हर स्थिति में अनिवार्य है.
वहीं, लिनेट जे. मॉरिस ने कहा मेडिकल छात्रों का पत्र मिलने के बाद मामले की जांच के लिए एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया गया. उन्होंने यह भी कहा कि छात्रों को सूचित किया गया था कि उन्हें ऑपरेशन थिएटर के अंदर पूरी आस्तीन के कपड़े पहनने की अनुमति नहीं होगी. उन्होंने कहा कि हिजाब के मामले में संक्रमण नियंत्रण टीम के साथ चर्चा के बाद ही निर्णय लिया जाएगा. लिनेट जे. मॉरिस ने कहा कि छात्रों को सूचित किया गया है कि कॉलेज प्रशासन दस दिनों के भीतर पत्र का जवाब देगा.