थोडुपुझा: पिछले डेढ़ साल से पथानामथिट्टा के कलंजूर से लापता नौशाद (36) की पहले हत्या की आशंका जताई गई थी. उसकी पत्नी अफसाना ने कल पुलिस के सामने कबूल किया कि उसने अपने पति की हत्या की है. हालांकि इस पूरे मामले में तब नया मोड़ आ गया जब शुक्रवार सुबह थोडुपुझा के थोम्मनकुथु से पुलिस को नौशाद जीवित हालत में मिला.
नौशाद की पत्नी अफसाना ने गुरुवार को पुलिस को बयान दिया था कि उसने डेढ़ साल पहले नौशाद की हत्या कर दी है. लेकिन पुलिस टीम उस वक्त हैरान रह गई जब नौशाद की पत्नी अफसाना बार-बार अपना बयान बदलती रही. पुलिस द्वारा कराए गए परीक्षण में कोई महत्वपूर्ण साक्ष्य न मिलने पर पुलिस को नौशाद के जिंदा होने का संदेह हुआ. गुरुवार को पुलिस नौशाद का शव ढूंढती रही लेकिन सफलता नहीं मिली.
नौशाद ने पुलिस को बताया कि उसे डर था कि उसकी पत्नी उसकी जान को नुकसान पहुंचा सकती है और इसीलिए वह डेढ़ साल पहले अपने घर से भाग गया था. उन्होंने यह भी कहा कि वह थोडुपुझा के पास थोम्मनकुथु में रह रहा था. जीवन यापन के लिए वहां दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम कर रहा था. उसने पुलिस को यह भी बताया कि वह गुमशुदगी के मामले और पुलिस की खोजबीन से पूरी तरह अनजान था. नौशाद ने दावा किया कि वह किसी भी मोबाइल फोन का उपयोग नहीं कर रहा था और वह अपनी पत्नी के इस दावे से पूरी तरह अनजान था कि उसने उसकी हत्या कर दी. पिछले डेढ़ साल से नौशाद अपने रिश्तेदारों के संपर्क में नहीं था.
थोम्मनकुथु के स्थानीय लोगों ने पुलिस को बताया कि नौशाद जीवित है और उनके पास ही रह रहा है. इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और उसे अपने साथ ले गई. थोडुपुझा पुलिस नौशाद को डीवाईएसपी कार्यालय ले गई.
झूठा निकला पत्नी का दावा : नौशाद के लापता होने के मामले में अफसाना ने आखिरकार गवाही दी कि वह अपने दोस्त नसीर की मदद से शव को मालवाहक ऑटो में ले गई थी. पुलिस ने उससे भी पूछताछ की और पाया कि अफसाना का यह दावा कि वह नौशाद का शव ऑटो में ले गई थी, झूठ था.
पिता ने लिखाई थी गुमशुदगी की रिपोर्ट : नौशाद के पिता अशरफ ने कूडल पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाई थी. उनके पिता के अनुसार, नौशाद 1 नवंबर 2021 से लापता था. पुलिस ने जांच शुरू की तो अफसाना के बयान चौंकाने वाले आए. पूछताछ के दौरान उसने विरोधाभासी बातें कीं और दावा किया कि उसने नौशाद की हत्या कर उसे दफना दिया है.
बाद में कोनी डीवाईएसपी ने भी महिला से पूछताछ की. महिला को उन सभी स्थानों पर ले जाया गया, जहां शव छिपा होने की बात कही गई थी, लेकिन शव ढूंढने में सफलता नहीं मिली. उसके द्वारा बताए गए सभी स्थानों को खोदा गया. रसोई समेत उन दो कमरों को खोद डाला, जहां अफसाना ने बताया कि शव दफनाया गया था. घर के पीछे आंगन में कूड़ा डालने वाले गड्ढे की भी जांच की गई, लेकिन कुछ नहीं मिला. हालांकि नौशाद की खून से सनी शर्ट के कुछ हिस्से आंगन में जले हुए मिले.
अफसाना के बयान के अनुसार, वह अडूर परुथिपारा में एक किराए के घर में केवल तीन महीने तक एक साथ रहे थे. नौशाद नियमित रूप से शराब पीता था और उसके साथ मारपीट करता था.
उस पर भारतीय दंड संहिता की धारा 177, 182 (पुलिस को गुमराह करना), 201 (साक्ष्य नष्ट करना) और 297 (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए कब्र पर अतिक्रमण करना, शव का अपमान करना और अभद्र व्यवहार करना) का आरोप लगाया गया था.
ऐसे संकेत हैं कि पुलिस फिलहाल जेल में बंद अफसाना को हिरासत में लेगी और लाई डिटेक्टर टेस्ट समेत साइंटिफिक जांच कराएगी. अफसाना ने पुलिस को बयान दिया कि उसने नौशाद की हत्या कर उसे दफना दिया. लेकिन नया मोड़ आने के बाद पुलिस इस बात की भी जांच करेगी कि उसने झूठ क्यों बोला और हत्या की बात क्यों कबूल की.