एर्नाकुलम: केरल के मुख्यमंत्री और सीपीएम नेता पिनाराई विजयन ने आरएसएस और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीखी आलोचना की. पिनाराई विजयन ने कहा कि यह आरएसएस की नीति है कि देश में धार्मिक अल्पसंख्यकों को देश में नहीं रहने दिया जाएगा, भले ही वे कितने ही छोटे क्यों न हों? इस नीति को हिटलर ने दुनिया में लागू किया था. इस तरह जर्मनी में अल्पसंख्यक समूह यहूदियों का शिकार किया गया. इसे स्वीकार करने वालों में 1925 में गठित आरएसएस भी था. मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने ईस्टर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गिरजाघर के दौरे पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर यह संघ के पिछले कर्मों का प्रायश्चित है, तो अच्छी बात है.
कोच्चि में पार्टी के एक कार्यक्रम में सीएम विजयन ने कहा कि लोगों ने संघ का असली रंग देखा है और अब वे अपने आप को ईसाई समुदाय के करीब दिखाने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि केरल में संघ परिवार अल्पसंख्यकों पर हमला नहीं करता है, अल्पसंख्यकों के लिए किसी विशेष प्रेम के कारण नहीं है. मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर वे सांप्रदायिक स्टैंड लेते हैं और सांप्रदायिक संघर्ष पैदा करने की कोशिश करते हैं, तो वामपंथी सरकार कड़ी कार्रवाई करेगी.
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विजयन ने कहा कि संघ परिवार देशभर में धार्मिक अल्पसंख्यकों का शिकार करने के लिए अपनी शक्ति का उपयोग कर रहा है. कर्नाटक और छत्तीसगढ़ सहित राज्यों में ईसाइयों को सताया जा रहा है लेकिन यहां केरल में चीजें वैसी नहीं हैं, जैसी आप चाहते हैं. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि केरल में धार्मिक अल्पसंख्यकों पर हमला नहीं होने का कारण वामपंथी सरकार का कड़ा रुख है. मुख्यमंत्री ने सांप्रदायिक पदों पर भाजपा की मदद करने की कांग्रेस की नीति की भी आलोचना की.