तिरुवनंतपुरम/कोच्चि: सिरो-मालाबार चर्च के आर्कबिशप कार्डिनल मार जॉर्ज एलेनचेरी ने शुक्रवार को अदालत के फैसले की आलोचना की. सेंट थॉमस माउंट, एर्नाकुलम में शोक समारोह के बाद दिए गए गुड फ्राइडे (Good Friday) संदेश में कार्डिनल ने कहा कि 'कुछ अदालतें अन्यायपूर्ण निर्णय देती हैं.'
उन्होंने कहा कि 'कुछ न्यायाधीश मीडिया में लोकप्रियता के लिए या कुछ उपलब्धि हासिल करने के लिए या शायद न्यायिक सक्रियता के लिए इस तरह के फैसले जारी कर सकते हैं.' कार्डिनल अलेंचेरी ने बताया कि सर्वोच्च न्यायालय ने स्वयं स्पष्ट किया है कि कोई न्यायिक सक्रियता नहीं होनी चाहिए.
कक्कनाड मजिस्ट्रेट की अदालत ने पहले कार्डिनल मार जॉर्ज एलेनचेरी को एर्नाकुलम-अंगमाली महाधर्मप्रांत के विवादास्पद भूमि सौदे में मुकदमे का सामना करने का आदेश दिया था. कार्डिनल ने इसके खिलाफ हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया लेकिन उन्हें झटका लगा. ऐसी स्थिति में कार्डिनल द्वारा न्यायालयों की आलोचना भी उल्लेखनीय है.
वहीं, लैटिन महाधर्मप्रांत के महाधर्माध्यक्ष थॉमस जे. नेटो भी आलोचना की. उन्होंने कहा कि सरकार विकास के नाम पर आम लोगों को बेदखल कर रही है. थॉमस जे. नेटो ने नई आर्थिक नीतियों की आलोचना करते हुए इसे गरीबों को और गरीब और अमीरों को और अमीर करने वाली बताया. उन्होंने कहा कि सरकार जनांदोलन को दबाने की कोशिश कर रही है. मछुआरों को गोदामों में रहना पड़ता है. सरकार विरोध प्रदर्शनों को दबाने की कोशिश कर रही है.
थॉमस जे. नेटो ने इस बात की भी आलोचना की कि आम लोगों को एकाधिकार द्वारा विस्थापित किया जा रहा है. अडाणी पोर्ट्स के नेतृत्व में विझिंजम पोर्ट के निर्माण की पृष्ठभूमि में थॉमस जे नेटो की आलोचना है. चंगनास्सेरी महाधर्मप्रांत के सहायक बिशप थॉमस थरायिल ने भी केंद्र सरकार की आलोचना की.
थॉमस थारेल की आलोचना नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT) द्वारा 12वीं कक्षा की इतिहास की किताब से मुगल वंश पर अध्यायों को हटाने से संबंधित थी. उन्होंने इतिहास की पाठ्यपुस्तकों में बदलाव किए जाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि 'जनता शोषणकारी ताकतों के बहकावे में आ रही है.'
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