कोच्चि : केरल स्टार्टअप मिशन (KSUM) द्वारा स्थापित अत्याधुनिक डिजिटल हब को दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा उत्पाद विकास केंद्र माना जाता है क्योंकि यह 2 लाख वर्ग फुट से अधिक स्थान में है.
इसमें एक डिजाइन इनक्यूबेटर, हेल्थकेयर इनक्यूबेटर, माउसर इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (सीओई), को-वर्किंग स्पेस, डिजाइन स्टूडियो, इनवेस्टर्स हाइव और एक इनोवेशन सेंटर है.
इस माैके पर मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा कि 15,000 स्टार्टअप की योजना को साकार करने के लिए, सरकार प्रौद्योगिकी प्रयोगशाला और इनक्यूबेटर स्थापित करेगी जो नए फर्मों के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी.
सीएम विजयन ने कहा कि इस बात पर विशेष रूप से ध्यान दिया जा रहा है कि स्टार्टअप्स के लिए फंड की कमी नहीं हाेनी चाहिए. KSUM स्टार्टअप्स को ब्याज मुक्त ऋण प्रदान करता है.
750 करोड़ रुपये के कोष के साथ वेंचर फंडिंग उपलब्ध कराई जाएगी. इसके अलावा केरल बैंक, केएसआईडीसी, केएफसी और केएसएफई जैसे वित्तीय संस्थानों से 250 करोड़ रुपये की उद्यम पूंजी का अनुमान है.
उद्योग मंत्री पी. राजीव ने कहा कि सरकार राज्य के युवा उद्यमियों को प्रोत्साहित करने की अपनी योजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है. राजीव ने कहा, ‘हम सेमीकंडक्टर सेक्टर पर फोकस कर रहे हैं और बेल्जियम की कंपनियों के साथ बातचीत कर रहे हैं.
बता दें कि KSUM, उद्यमिता विकास और ऊष्मायन गतिविधियों के लिए राज्य की 2006 में स्थापित नोडल एजेंसी है.
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