श्री मुक्तसर साहब : पंजाब के श्री मुक्तसर साह में देर रात को कुछ कश्मीरी विद्यार्थियों को कालेज से बाहर निकाल दिया गया. वहीं, कश्मीरी विद्यार्थियों ने भी कालेज की प्रिंसिपल पर गंभीर आरोप लगाए हैं. दरअसल, इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइसेंस के 33 कश्मीरी विद्यार्थियों को रमजान के दौरान भागकर कश्मीर जाने और कइयों के छुट्टी लेकर जाने के कई दिनों बाद वापस लौटने पर प्रबंधन की तरफ से उन्हें परिजनों को बुलाने और जुर्माना अदा करने को कहा गया. जिसे लेकर सोमवार की रात को उनका गुस्सा भड़क गया. उन्होंने जहां कालेज प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की. वहीं, पूरी रात भी कैंपस के पार्क में बिताई. उन्होंने कालेज प्रबंधन पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया. प्रदर्शनकारी विद्यार्थी रात को पुलिस के पास भी गए.
प्रदर्शनकारी कश्मीरी विद्यार्थियों ने कहा कि रमजान के महीने के दौरान उन्हें रोजे रखने होते हैं. इसलिए उन्होंने मार्च महीने में कालेज प्रबंधन से छुट्टियों की मांग की थी. लेकिन कालेज ने उन्हें छुट्टी नहीं दी तो वे अपनी आस्था के चलते अपनी मर्जी से कश्मीर चले गए. कई विद्यार्थी रमजान के बाद छुट्टी लेकर कश्मीर गए थे. लेकिन उन्हें कुछ दिन ज्यादा लग गए. अब जो विद्यार्थी अपनी मर्जी से गए थे, उन्हें उनके परिजनों को बुलाने के लिए कहा जा रहा है. जो छुट्टी लेकर गए थे और लेट पहुंचे हैं उनसे 100 रुपये प्रति दिन का जुर्माना मांगा जा रहा है.
उधर, इस संबंध में जब कालेज की प्रिंसिपल जसवीर कौर के साथ बात की तो उन्होंने कहा, 'हमने कालेज से किसी भी विद्यार्थी को बाहर नहीं निकाला. ये विद्यार्थी बिना बताए तीन से चार दिन बाहर रहे हैं, जिसकी कालेज और होस्टल प्रबंधकों को कोई जानकारी नहीं थी. उन्होंने कहा, 'जब हम इन बच्चों को अपने माता-पिता को कालेज में बुलाने के लिए कहा गया तो विद्यार्थियों ने यहां प्रदर्शन शुरू कर दिया.
उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों की जिम्मेदारी हमारी है, लेकिन जब उन्हें इस हफ्ते छुट्टी देने से मना किया गया, तो वे अपनी मर्जी चलाने लगे. यदि उनके साथ किसी तरह की अप्रिय घटना घट जाती तो इसकी जिम्मेदारी कालेज प्रबंधन पर होती. ऐसे में जब विद्यार्थी कालेज प्रबंधन को इसकी कोई जानकारी नहीं देंगे, तो जिम्मेदारी कौन लेगा.