श्रीनगर : पाकिस्तान की ओर से किए गए संघर्ष विराम के उल्लंघन में बीते 13 नवंबर को तीन जवान शहीद हुए थे. इसके अलावा कई नागरिकों को भी नुकसान पहुंचा है. इस पर बीएसएफ आईजी ने कहा है कि पाक की ओर से नागरिकों और उनकी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया है. उन्होंने कहा कि इस कृत्य के विरोध में अंतरराष्ट्रीय समुदाय के समक्ष मानवाधिकार उल्लंघन का मुद्दा उठाया जाएगा.
कश्मीर फ्रंटियर, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के आईजी मिश्रा ने कहा कि शुक्रवार को बारामुला जिले में पाकिस्तान द्वारा संघर्ष विराम उल्लंघन में मारे गए उप-निरीक्षक राकेश डोभाल को अंतिम सम्मान दिया.
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13 नवंबर को पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर (एलओसी) पर संघर्ष विराम उल्लंघन शुरू किया था, जिसमें तोपखाने, मोर्टार और अन्य हथियारों का इस्तेमाल करके नागरिक क्षेत्रों को भी जान बूझकर निशाना बनाया गया.
बीएसएफ के महानिरीक्षक (कश्मीर) राजेश मिश्रा ने कहा कि पाकिस्तान ने बिना किसी उकसावे के भारी गोलाबारी की लेकिन सेना एवं बीएसएफ ने बहादुरी से उनका मुकाबला किया एवं उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया. पाकिस्तान की कई सुरक्षा चौकियां ध्वस्त कर दी गयीं.
मिश्रा ने कहा कि पाकिस्तानी गोलाबारी के कारण भारतीय क्षेत्र में जान-माल का बड़ा नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि गोलाबारी में घायल होने के बाद भी डोभाल ने डटकर मुकाबला किया.
उन्होंने कहा कि भारतीय क्षेत्र में घुसने के लिए नियंत्रण रेखा के पार करीब 250-300 आतंकवादी तैयार थे. बीएसएफ के अधिकारी ने कहा कि मानवाधिकार संगठनों को पाकिस्तान की भारी गोलाबारी में नागरिकों की हुई मौतों और आम लोगों की संपत्तियों को हुए नुकसान का संज्ञान लेना चाहिए.