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Karnatka Hijab Row : उडुपी डिग्री कॉलेज की 60 छात्राओं को वापस घर भेजा गया - 60 girl students of Udupi degree college sent back home

मुस्लिम छात्राओं ने कॉलेज प्रशासन से इस बात को लेकर बहस की (Muslim girl students argued with the authorities) कि मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया है कि डिग्री कॉलेजों में किसी प्रकार का ड्रेस कोड नहीं है. लेकिन अधिकारियों ने कहा कि कॉलेज विकास समिति (College Development Committee That Fixed The Rules) ने नियम तय किए हैं.

Karnatka Hijab Row
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Published : Feb 17, 2022, 6:15 PM IST

मंगलुरु: कर्नाटक में उडुपी जिले के सरकारी जी शंकर मेमोरियल महिला प्रथम श्रेणी डिग्री कॉलेज (Government G Shankar memorial women's first grade degree college) में पढ़ने वाली अंतिम वर्ष की करीब 60 छात्राओं को गुरुवार को इसलिए घर वापस भेज दिया गया क्योंकि उन्होंने अपना हिजाब उतारने से मना कर दिया था.

मुस्लिम छात्राओं ने कॉलेज प्रशासन से इस बात को लेकर बहस भी की. (Muslim girl students argued with the authorities) उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया है कि डिग्री कॉलेजों में किसी प्रकार का ड्रेस कोड नहीं है, लेकिन अधिकारियों ने कहा कि कॉलेज विकास समिति (College Development Committee That Fixed The Rules) ने नियम तय किए हैं.

छात्राओं ने इस बात पर जोर दिया कि वह बिना सिर ढके कक्षाओं में शामिल नहीं होंगी (they will not attend classes without the headscarves). उन्होंने कहा कि उनके लिए हिजाब और शिक्षा (Hijab And Education Are Important) दोनों अहम हैं. वे यह भी चाहती थीं कि अगर सरकार ने डिग्री कॉलेजों में ड्रेस कोड लाने का फैसला किया है तो कॉलेज की समिति यह लिखित में दे.

पढ़ेंः सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने दिया हिजाब पर विवादित बयान

एक छात्रा ने संवाददाताओं से कहा कि मुख्यमंत्री ने स्पष्ट (CM Has Made Clear) किया है कि डिग्री कॉलेजों में हिजाब संबंधी नियम लागू नहीं होता (Hijab Rule Is not Enforced In Degree Colleges) है. उन्होंने कहा कि जब हमने इसके बारे में पूछा, तो वे कहते हैं कि केवल कॉलेज समिति का निर्णय यहां लागू होता है.

उन्होंने कहा कि हिजाब उनके जीवन का हिस्सा है और वे इसे हर समय कक्षाओं में पहनी रहती हैं. उन्होंने कहा कि जब कोई अचानक आपसे इसे उतारने के लिए कहता है तो इसे नहीं उतारा जा सकता है. हमने कॉलेज से हमारे लिए ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित करने के लिए कहा है.

छात्राओं ने कहा कि जब तक उच्च न्यायालय इस मुद्दे पर फैसला नहीं ले लेता तब तक वे कॉलेज आकर कक्षाओं में शामिल नहीं होंगी. कॉलेज में कक्षाएं सुचारू रूप से चल रही हैं. किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए कॉलेज परिसर में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. इस बीच, उडुपी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सिद्दलिंगप्पा ने मीडिया को बताया कि कॉलेज दोबारा खुलने के दूसरे दिन, जिले के सभी कॉलेजों में स्थिति शांतिपूर्ण है.

उन्होंने कहा कि उन मुस्लिम छात्राओं को सरकारी जी शंकर कॉलेज में कक्षाओं में शिरकत करने की इजाज़त दी गई है जो हिजाब उतारने की इच्छुक थीं. एमजीएम कॉलेज ने आज छुट्टी का ऐलान किया था और वह शुक्रवार को परीक्षा के लिए खुलेगा.

मंगलुरु: कर्नाटक में उडुपी जिले के सरकारी जी शंकर मेमोरियल महिला प्रथम श्रेणी डिग्री कॉलेज (Government G Shankar memorial women's first grade degree college) में पढ़ने वाली अंतिम वर्ष की करीब 60 छात्राओं को गुरुवार को इसलिए घर वापस भेज दिया गया क्योंकि उन्होंने अपना हिजाब उतारने से मना कर दिया था.

मुस्लिम छात्राओं ने कॉलेज प्रशासन से इस बात को लेकर बहस भी की. (Muslim girl students argued with the authorities) उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया है कि डिग्री कॉलेजों में किसी प्रकार का ड्रेस कोड नहीं है, लेकिन अधिकारियों ने कहा कि कॉलेज विकास समिति (College Development Committee That Fixed The Rules) ने नियम तय किए हैं.

छात्राओं ने इस बात पर जोर दिया कि वह बिना सिर ढके कक्षाओं में शामिल नहीं होंगी (they will not attend classes without the headscarves). उन्होंने कहा कि उनके लिए हिजाब और शिक्षा (Hijab And Education Are Important) दोनों अहम हैं. वे यह भी चाहती थीं कि अगर सरकार ने डिग्री कॉलेजों में ड्रेस कोड लाने का फैसला किया है तो कॉलेज की समिति यह लिखित में दे.

पढ़ेंः सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने दिया हिजाब पर विवादित बयान

एक छात्रा ने संवाददाताओं से कहा कि मुख्यमंत्री ने स्पष्ट (CM Has Made Clear) किया है कि डिग्री कॉलेजों में हिजाब संबंधी नियम लागू नहीं होता (Hijab Rule Is not Enforced In Degree Colleges) है. उन्होंने कहा कि जब हमने इसके बारे में पूछा, तो वे कहते हैं कि केवल कॉलेज समिति का निर्णय यहां लागू होता है.

उन्होंने कहा कि हिजाब उनके जीवन का हिस्सा है और वे इसे हर समय कक्षाओं में पहनी रहती हैं. उन्होंने कहा कि जब कोई अचानक आपसे इसे उतारने के लिए कहता है तो इसे नहीं उतारा जा सकता है. हमने कॉलेज से हमारे लिए ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित करने के लिए कहा है.

छात्राओं ने कहा कि जब तक उच्च न्यायालय इस मुद्दे पर फैसला नहीं ले लेता तब तक वे कॉलेज आकर कक्षाओं में शामिल नहीं होंगी. कॉलेज में कक्षाएं सुचारू रूप से चल रही हैं. किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए कॉलेज परिसर में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. इस बीच, उडुपी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सिद्दलिंगप्पा ने मीडिया को बताया कि कॉलेज दोबारा खुलने के दूसरे दिन, जिले के सभी कॉलेजों में स्थिति शांतिपूर्ण है.

उन्होंने कहा कि उन मुस्लिम छात्राओं को सरकारी जी शंकर कॉलेज में कक्षाओं में शिरकत करने की इजाज़त दी गई है जो हिजाब उतारने की इच्छुक थीं. एमजीएम कॉलेज ने आज छुट्टी का ऐलान किया था और वह शुक्रवार को परीक्षा के लिए खुलेगा.

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