उडुपी : उद्घाटन के दो दिन बाद ही कर्नाटक का फ्लोटिंग ब्रिज बह गया. दो दिन पहले ही इसे पर्यटकों के लिए खोला गया था. मालपे बीच पर यह आकर्षण के केंद्र के रूप में उभर रहा था. लेकिन लहरों के लगातार थपेड़ों से इंटरलॉकिंग प्लेट्स टूट गया. अधिकारियों का कहना है कि वे पुल को जल्द ही ठीक कर लेंगे.
किस तरह का था पुल : 3.5 मीटर चौड़े इस पुल पर 100 मीटर तक समुद्र की लहरों पर चलने का अनुभव लिया जा सकता था. एक साथ 100 लोगों की क्षमता वाले पुल के अंत में 12 मीटर लंबा और 7.5 मीटर चौड़ा आयताकार मंच भी बनाया गया था. सुरक्षा की दृष्टि से पुल पर करीब 10 लाइफगार्ड तैनात थे. तीन दिन पहले ही उडुपी विधायक रघुपति भट ने इस तैरते पुल का वीडियो ट्वीट किया था.
उन्होंने लिखा, नमस्ते भारत, क्या आप कर्नाटक के पहले पांटून पुल का अनुभव करने के लिए तैयार हैं!? मालपे बीच पर कर्नाटक का यह पहला पांटून पुल तैयार है, रोमांच के लिए तैयार हो जाओ!!!' पर्यटकों को पुल पर 15 मिनट बिताने की इजाजत दी गई थी. यह पुल ज्वार के उतार-चढ़ाव के साथ ऊपर और नीचे जाता था और समुद्र की लहरों पर तैरने का अनूठा अनुभव देता था.
पुल टूटने से पहले ऐसा दिख रहा था...