बेंगलुरु: कर्नाटक में सब-इंस्पेक्टर घोटाले की जांच कर रही सीआईडी, एडीजीपी अमृत पॉल का लाई-डिटेक्टर टेस्ट (पॉलीग्राफ) करेगी. इसकी सूचना एजेंसी ने गुरुवार को दी. आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) के अधिकारियों के अनुसार, पॉल जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं. पूछताछ के दौरान वह चुप्पी साधे रहते हैं या फिर एक शब्द में जवाब देते हैं. सीआईडी ने पॉल को लाई-डिटेक्टर टेस्ट के लिए अदालत से सहमति प्राप्त करने के लिए आश्वस्त है. गिरफ्तार एडीजीपी ने इस टेस्ट के लिए अपनी सहमति देने से इनकार कर दिया है. अधिकारियों ने इस घोटाले की तुलना मध्य प्रदेश के 'व्यापम' मेडिकल पाठ्यक्रम प्रवेश परीक्षा घोटाले से की.
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जांच अधिकारियों का कहना है कि उन्हें चार अन्य एफआईआर में अमृत पॉल से पूछताछ करनी होगी, जिससे सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी कांग्रेस पार्टियों के वरिष्ठ नेताओं की मिलीभगत का पता चलेगा. कर्नाटक सरकार ने घोटाला सामने आने के बाद पीएसआई के 545 पदों के लिए दोबारा परीक्षा की घोषणा की थी. इन पदों के लिए परीक्षा 3 अक्टूबर 2021 को आयोजित की गई. परीक्षा के लिए 54,041 उम्मीदवार उपस्थित हुए. नतीजे इसी जनवरी में घोषित किए गए थे. बाद में आरोप सामने आए कि वर्णनात्मक लेखन में बहुत खराब प्रदर्शन करने वाले उम्मीदवारों ने पेपर 2 में अधिकतम अंक प्राप्त किए.
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