मुद्देबिहाला (विजयपुरा): यहां के हिंदू और मुस्लिम परिवार एक दूसरे की भावनाओं का सम्मान करना जारी रखे हैं. यहां के दो परिवार इसका जीता जागता उदाहरण हैं, जिन्होंने पचास साल पुरानी दोस्ती बखूबी निभाई है. यहां के वासुदेव नारायण राव शास्त्री की फोटोग्राफर अलीसाबा कुंतोजी की दोस्ती मिसाल है. रमजान के महीने में इन दो परिवारों ने कुछ ऐसा किया जिसकी चर्चा है.
अलीसाबा कुंतोजी की छह साल की पोती शिफानाज (Shifanaz) को घर बुलाकर वासुदेव नारायण राव के परिवार ने आरती की. शिफानाज ने रविवार को सुबह तीन बजे उठकर रोजा रखा था. इस पर कुंतोजी के बचपन के दोस्त वासुदेव शास्त्री ने शिफानाज़ को सम्मानित करने का फैसला किया. मुस्लिम कुंतोजी परिवार की सहमति से शास्त्री ने लड़की को अपने घर बुलाया और उसका सम्मान किया. शास्त्री के बच्चे गौरी और रानी ने शिफानाज को तैयार किया. बच्ची की आरती उतारी गई. उसे नई पोशाक देने के साथ मिठाई खिलाई गई. बच्ची के माता-पिता इससे काफी खुश नजर आए.
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