बेंगलुरु : रेसकोर्स रोड पर कांग्रेस भवन में आयोजित कांग्रेस के 136वें स्थापना दिवस पर सिद्धरमैया ने कहा कि हमें कुछ विचारों के बारे में स्पष्ट होना चाहिए. मैं अपने खुद के सिद्धांतों के लिए प्रतिबद्ध हूं. हमें अपने सिद्धांतों के लिए प्रतिबद्ध होना चाहिए.
उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस पीछे हटती है, तो देश के गरीबों, दलितों, पिछड़े वर्गों और अल्पसंख्यकों के लिए एक बड़ा झटका होगा. उन्होंने आगे कहा कि युवाओं को कांग्रेस पार्टी के सिद्धांत के बारे में जानने की जरूरत है. सिद्धांत को जाने बिना लड़ना किसी काम का नहीं.
कांग्रेस में ज्यादातर लोग पार्टी की विचारधारा नहीं जानते हैं. सामाजिक न्याय के बारे में पूछे जाने पर, वे कहते हैं, मुझे नहीं पता. कांग्रेस सामाजिक न्याय के पक्ष में है. इसे समझना होगा. भाजपा के बारे में लोगों के सामने बोलना होगा. उन्होंने सुझाव दिया कि हमारे विचारों में प्रतिबद्धता होनी चाहिए.
पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता सिद्धरमैया ने कहा कि मैं बीफ खाता हूं, यह मेरी भोजन शैली है, यह कहने के लिए कि आप कौन हैं इसे नहीं खाएं, मैनें इसे सत्र के दौरान पूछा था, लेकिन हमारी पार्टी के कार्यकर्ता ने इस बारे में चर्चा नहीं की.
ऐसे किसानों को क्या करना चाहिए जिनके पास दुधारू गाय, बैल, घास नहीं है. इन्हें उगाने में प्रतिदिन 100 रुपये का खर्च आता है. सच है हम गाय को भगवान की तरह पूजते हैं. उन्होंने कहा कि किसान पूजा करते हैं.
कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि गौ हत्या अधिनियम नया नहीं है. कांग्रेस ने इसे 1964 में पारित किया था. अब राज्य सरकार ने इसमें संशोधन कर इसे पारित किया है.